किसानों के समर्थन में जिला पार्षद अमित निडानी ने दिया इस्तीफा

वार्ड 16 से जिला पार्षद अमित निडानी ने नए कृषि कानूनों के विरोध में इस्तीफा दे दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 07 Dec 2020 07:15 AM (IST) Updated:Mon, 07 Dec 2020 07:15 AM (IST)
किसानों के समर्थन में जिला पार्षद अमित निडानी ने दिया इस्तीफा
किसानों के समर्थन में जिला पार्षद अमित निडानी ने दिया इस्तीफा

जागरण संवाददाता, जींद : वार्ड 16 से जिला पार्षद अमित निडानी ने नए कृषि कानूनों के विरोध में इस्तीफा दे दिया है। रविवार को अपना इस्तीफा डीसी को सौंपने के लिए उनके आवास पर पहुंचे, लेकिन डीसी नहीं मिले। निडानी ने उनके आवास पर इस्तीफे की कॉपी दे दी। निडानी ने पिछले साल जुलाना से इनेलो की तरफ से विधानसभा का चुनाव भी लड़ा था। अमित निडानी ने कहा कि नए कृषि कानून किसानों के हक में नहीं है। इन कानूनों से किसान बर्बाद हो जाएगा। हरियाणा, पंजाब समेत दूसरे राज्यों के किसान इसके विरोध में दिल्ली कड़ाके की ठंड में धरने पर बैठे हैं, लेकिन इसके बावजूद सरकार कानूनों को वापस नहीं ले रही। वे भी किसान के बेटे हैं। नए कृषि कानून किसानों के लिए घातक : मलिक

भाजपा के वरिष्ठ नेता, हरियाणा के पूर्व मंत्री एवं हरियाणा विधानसभा के पूर्व डिप्टी स्पीकर कुलबीर सिंह मलिक ने आंदोलनरत किसानों का समर्थन करते हुए कहा कि तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की है। पूर्व मंत्री कुलबीर सिंह मलिक ने कहा कि केंद्र सरकार को बगैर किसी देरी के किसानों की बात मानकर तीन कृषि कानूनों को निरस्त कर देना चाहिए और राजहठ प्रजातंत्र के विरुद्ध है। उन्होंने कहा कि किसानों की बात को समझने की जरूरत है। आज का किसान अनजान नहीं है और कृषि प्रधान देश का जरूरी अंग है। किसान और उसकी संतान देशभक्त हैं और हमेशा देश के लिए अपनी जान न्योछावर करने के लिए तैयार रहते हैं। उन्होंने कहा कि आज आजादी के बाद भी देश का किसान भूखा सोता है। किसान की बात न मानने से देश की आर्थिक स्थिति पर दुष्प्रभाव पड़ेगा।

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