पोलियो उन्मूलन की तर्ज पर पशुओं को लगेंगे मुंह खुर व गलघोटू के टीके

सरकार द्वारा पशुओं को मुंह खुर व गलघोटू की बीमारी से मुक्त करने के लिए पोलियो उन्मूलन की तर्ज पर अभियान चलाने का फैसला लिया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Feb 2021 06:20 AM (IST) Updated:Thu, 04 Feb 2021 06:20 AM (IST)
पोलियो उन्मूलन की तर्ज पर पशुओं को लगेंगे मुंह खुर व गलघोटू के टीके
पोलियो उन्मूलन की तर्ज पर पशुओं को लगेंगे मुंह खुर व गलघोटू के टीके

जागरण संवाददाता, जींद : सरकार द्वारा पशुओं को मुंह खुर व गलघोटू की बीमारी से मुक्त करने के लिए पोलियो उन्मूलन की तर्ज पर अभियान चलाने का फैसला लिया है। यह अभियान एक फरवरी से शुरू हो गया है जो 31 अप्रैल तक चलेगा। इस अभियान को चलाकर प्रत्येक पशु का टीकाकारण किया जाएगा। डीसी डा. आदित्य दहिया ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजिन को पूरा करने के लिए ही यह अभियान शुरू किया गया है। उन्होंने बताया कि दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में भारत दुनिया के अग्रणी देशों में शामिल है, लेकिन हमारे पशुओं के दूध की मांग अन्य देशों में इसलिए नहीं होती थी, क्योंकि उन देशों के लोगों का मानना था कि यहां के पशु कई बीमारियों से ग्रस्त रहते है लेकिन इस टीकाकरण अभियान के माध्यम से सभी दुधारू पशुओं को तमाम रोगों से मुक्त बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके बाद दुनिया के देशों में भारत के दूध व दुग्ध उत्पादों की मांग बढ़ेगी। लाजमी है कि जिससे किसानों की आय में इजाफा होगा। उन्होंने बताया कि पहले मुंह खुर व गलघोटू बीमारियों की रोकथाम के लिए देश में पशुओं के टीकाकरण के लिए चार अलग-अलग अभियान चलाए जाते थे जिसका किसान यह कहकर विरोध करते थे कि इससे पशुओं में कमजोरी आती है और दूध उत्पादन पर भी विपरित असर पड़ता है लेकिन डॉक्टरों का मानना है ऐसा नहीं है फिर भी भारत सरकार द्वारा एक ऐसे टीके को इजाद किया गया है जो इन तीनों बीमारियों को एक साथ खत्म कर देगा। अब प्रदेश में टीकाकरण के लिए एक वर्ष में दो बार ही अभियान चलेगा।

तीन लाख वैक्सीन पहुंची

डीसी डा. आदित्य दहिया ने बताया कि पशुओं में इन बीमारियों के खात्मे के लिए दो लाख वैक्सीन अभियान शुरू होने से पहले लगाई जा चुकी है। अब वैक्सीन की तीन लाख दस हजार डोज और पहुंच गई है। इस दवाई को सुरक्षित रखने के लिए और टीकाकरण अभियान को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन की और से अस्पताल स्तर पर तमाम प्रबंध किए गए है। टीकाकरण के लिए पर्याप्त टीमों का गठन भी कर दिया गया है जो घर- घर जाकर पशुओं का टीकाकरण करेंगी।

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