हम किसी बिरादरी का नहीं छीन रहे हक : डॉ. श्योकंद

संवाद सूत्र, नरवाना : लघु सचिवालय में चलाया जा रहा अखिल भारतीय आदर्श जाट महासभा का सद्बुद्धि अनशन मं

By Edited By: Publish:Tue, 09 Feb 2016 06:17 PM (IST) Updated:Tue, 09 Feb 2016 06:17 PM (IST)
हम किसी बिरादरी का नहीं छीन रहे हक : डॉ. श्योकंद

संवाद सूत्र, नरवाना : लघु सचिवालय में चलाया जा रहा अखिल भारतीय आदर्श जाट महासभा का सद्बुद्धि अनशन मंगलवार भी जारी रहा। अनशन की अध्यक्षता रिटायर्ड सीएमओ डॉ. किताब ¨सह श्योकंद ने की।

उन्होंने बताया कि महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. पनवजीत बनवाला के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री के बुलावे पर चंडीगढ़ गए हैं, जिसमें विभिन्न संगठनों के जाट नेता भाग लेने वाले हैं, इसलिए अनशन स्थल पर मंगलवार को होने वाली पंचायत को स्थगित कर दिया गया है। अब यह पंचायत फिर किसी अन्य दिन बुलाई जाएगी, जिसमें आगामी रणनीति का निर्णय लिया जाएगा। डॉ. किताब ¨सह ने कहा कि वह किसी बिरादरी का हक नहीं छीन रहे। कम से कम हरियाणा में तो बिल्कुल नहीं, लेकिन कुरुक्षेत्र से भाजपा सांसद राजकुमार सैनी बहके हुए हैं। वे कुर्सी के लिए अपने स्वार्थ में आकर जातीय टकराव करवाना चाहते हैं, जो जाटों को कतई बर्दाशत नहीं होगा। उन्होंने कहा कि उनका सैनी या अन्य किसी जाति से कोई दुराव नहीं है। अगर सैनी दूसरी जातियों का इतना हितैषी है तो पहले वह अपनी जाति के हकों को बचाने की सोचे और सरकार से मांग करे। इससे जाटों को कोई ऐतराज नहीं। जाट अपने हकों की मांग कर रहे हैं तो सैनी को ऐतराज क्यों है? उन्होंने कहा उनका सैनी या अन्य किसी जाति से कोई बैर नहीं। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार जाटों को आरक्षण देने के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण की सीमा को बढ़ाए, जैसा राजस्थान सरकार द्वारा किया गया है तथा इसे हाईकोर्ट ने भी सही ठहराया है। वरिष्ठ उपाध्यक्ष लक्ष्मण मिर्धा ने कहा कि जाट समाज को अनशन पर बैठने का कोई शौक नहीं है। सरकार जाट आरक्षण पुन: बहाल करे तो वे अपना आंदोलन वापस ले लेंगे। इस अवसर पर राष्ट्रीय सचिव सुरेश श्योकंद, राजेंद्र पूर्व सरपंच, कपूर ¨सह लोधर, महावीर मोर, हरसरूप, बिन्द्र मोर, शमशेर सरपंच बुडायन, महेंद्र पूर्व चैयरमैन, बलराज श्योकंद, लक्ष्मण मिर्धा आदि मौजूद रहे।

अनशन पर लघु सचिवालय में बैठने की अनुमित देने के लिए तो एसडीएम ही सक्षम हैं। शायद अनुमति पर मंगलवार शाम तक फैसला होगा।

बालकिशन द्विवेदी, तहसीलदार।

chat bot
आपका साथी