नौतपा का पहला दिन, 44 डिग्री तक पहुंचा तापमान

सुबह से तेज धूप का असर साफ दिखने लगा हैं। 9 बजे 37 डिग्री तक पहुंचे तापमान के कारण तपिश का अहसास अब लोगों के कदम घर से बाहर बढ़ने से रोकता है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 May 2020 06:15 AM (IST) Updated:Tue, 26 May 2020 06:15 AM (IST)
नौतपा का पहला दिन, 44 डिग्री तक पहुंचा तापमान
नौतपा का पहला दिन, 44 डिग्री तक पहुंचा तापमान

जागरण संवाददाता, झज्जर : सुबह से तेज धूप का असर साफ दिखने लगा हैं। 9 बजे 37 डिग्री तक पहुंचे तापमान के कारण तपिश का अहसास अब लोगों के कदम घर से बाहर बढ़ने से रोकता है। नौतपा के पहले दिन दोपहर तक तापमान 44 डिग्री तक पहुंच गया। गर्म हवाओं के बीच बाहर निकले लोगों को खासी परेशानी उठानी पड़ी। देखा जाए तो दिन प्रतिदिन बढ़ती तपिश का असर लोगों की दिनचर्या पर साफ दिखने लगा है।

इधर, प्रशासन ने कोरोना संक्रमण एवं गर्मी से बचाव के लिए एडवायजरी भी जारी की है। डीसी जितेंद्र कुमार ने कहा कि झज्जर जिला ने काफी हद तक कोरोना संक्रमण फैलाव को रोकने में सफलता हासिल की है। ऐसे में आमजन को पूरी सजगता का परिचय देते हुए कोरोना संक्रमण सहित गर्मी के कारण लू की स्थिति में पैदा होने वाली बीमारियों से भी बचाव करना है। उन्होंने बढ़ती गर्मी के मद्देनजर जिलावासियों के स्वास्थ्य से संबंधित एडवाइजरी देते हुए कहा कि जरूरी हो तो ही घर से बाहर जाएं और बाहर जाते समय अपने साथ छाता या सिर पर कपड़ा रखें और अपने साथ पीने के लिए पानी भी अवश्य रखें। कहा कि अब गर्मी के प्रकोप बढ़ने के साथ ही गर्म हवाएं व लू काफी तेज हो रही हैं, ऐसी परिस्थिति में आमजन गर्म हवाओं व लू के बचाव के लिए सावधानियां अवश्य बरतें। गर्मी से बचाव के साधनों का करें उपयोग

- जहां तक संभव हो अधिक से अधिक पानी पीयें, भले ही प्यास न हो।

- गर्मी के स्ट्रोक, गर्मी के दाने या गर्मी से ऐंठन जैसे कि कमजोरी, चक्कर आना, सिर दर्द, हृदय रोग के लक्षणों को पहचाने तथा यदि बेहोशी का अहसास हो या बीमार महसूस करें तो तत्काल नजदीकी चिकित्सक से तुरंत संपर्क करें।

- शरीर को रीहाइड्रेट करने के लिए ओआरएस या घर के बने पेय पदार्थ जैसे लस्सी, नींबू पानी, छाछ आदि का प्रयोग करें।

- सूती कपड़े पहने तथा अन्य गर्मी से बचाव के साधनों को उपयोग करें। अनावश्यक रूप में घर से बाहर न निकलें। विशेषकर बच्चे व बुजुर्ग बाहर निकलने से बचें।

- एक-दूसरे के बीच एक मीटर की दूरी रखें। मुंह पर मास्क अवश्य लगाएं। भारी काले व तंग कपड़े पहनने से बचें और ढीले, सूती कपड़े पहनें।

- जरूरी कार्य के लिए जाना हो तो सिर व चेहरे को कपड़े/टोपी या छाते से कवर करें।

- जहां तक संभव हो किसी भी सतह को छूने से बचें और अन्य व्यक्तियों से कम से कम एक मीटर की दूरी पर शारीरिक दूरी बनाए रखें। साथ ही साबुन और पानी से हाथों को बार-बार और ठीक से धोएं।

- जब साबुन और पानी उपलब्ध न हो, तो हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करें। घर के प्रत्येक सदस्य के लिए अलग तौलिए रखें और इन तौलिए को नियमित धोएं।

- घर को पर्दे, शटर या सनशेड आदि से ठंडा रखने का प्रयास करें तथा रात्रि के समय घर की खिड़कियां खुली रखें व अधिक से अधिक समय निचले तल पर रहने का प्रयास करें। अत्यधिक गर्मी से निपटने के लिए पंखों, नम कपड़ों का उपयोग करें और ठंडे पानी में स्नान करें।

- पशुपालकों से भी अपील की है कि वे अपने पशुओं को छाया में रखें और उन्हें समय समय पर पानी भी पिलाते रहें।

शाम 7 से सुबह 7 बजे तक घर से बाहर निकलने पर पूर्ण प्रतिबंध

जिलाधीश जितेंद्र कुमार ने कोविड-19 के तहत चल रहे लॉकडाउन 4.0 में जारी किए गए आदेश में शाम 7 से सुबह 7 बजे तक घर से बाहर निकलने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया हुआ है। विशेष तौर से दोपहर 12 से 3 बजे के बीच बाहर जाने से बचने की अपील भी की है। डीसी ने आमजन को नंगे पाव या बिना मुंह को ढके घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है। पीक आवर्स के दौरान खाना पकाने से बचें, खाना पकाने के क्षेत्र को हवादार करने के लिए दरवाजे और खिड़कियां खुली रखें। उन्होंने कहा कि शराब, चाय, कॉफी और कार्बोनेटेड शीतल पेय से बचें। इसके अलावा उच्च प्रोटीन, मसालेदार और तेलीय भोजन से बचें तथा बासी भोजन न करें। साथ ही बिना हाथ धोए अपनी आंखों, नाक और मुंह को न छुएं।

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