कान्हा के बाल रूप के लिए हो रही विशेष तैयारियां

जागरण संवाददाता झज्जर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी शहर में शनिवार को धूमधाम के साथ मनाई जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Aug 2019 06:02 PM (IST) Updated:Sat, 24 Aug 2019 06:35 AM (IST)
कान्हा के बाल रूप के लिए हो रही विशेष तैयारियां
कान्हा के बाल रूप के लिए हो रही विशेष तैयारियां

जागरण संवाददाता, झज्जर : श्रीकृष्ण जन्माष्टमी शहर में शनिवार को धूमधाम के साथ मनाई जाएगी। इसके लिए बाजारों में लड्डू गोपाल के श्रृंगार, उनके पालने, पूजन सामग्री आदि की जगह-जगह दुकानें सज चुकी हैं। लोग दुकानों पर खरीदारी भी कर रहे है। मंदिरों और घरों में जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण-राधा को नए वस्त्र, मोर पंख, बांसुरी आदि से सजाने के लिए लोगों ने बाजारों का रुख करते हुए खरीदारी भी की। मंदिरों में भी जन्माष्टमी के लिए तैयारियां अंतिम चरण में चल रही है। घरों और मंदिरों को बिजली की रंग-बिरंगी झालरों से सजाया जा रहा है।

शहर के मुख्य डाकघर के नजदीक श्री दुर्गा भवन मन्दिर के जन्माष्टमी के मौके पर भजन-कीर्तन का आयोजन किया जाएगा । मन्दिर समिति के प्रधान इन्द्र जुनेजा ने बताया कि श्री दुर्गा मंदिर सेवा समिति की ओर से श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में 24 अगस्त रात्रि 7 से 12 बजे तक सिद्धि विनायक ग्रुप के देवेश शर्मा, मनमोहन मीनू शर्मा ,गुलशन शर्मा ,पंकज भारद्वाज ,अमित कटारिया सहित अन्य कलाकार एक श्याम बिहारी जी के नाम संकीर्तन में अपनी मधुरवाणी से श्री बांके बिहारी जी के भजनों का गुणगान करेंगे। बताया कि 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण प्राकट्योत्सव महोत्सव के उपरांत आरती के बाद प्रसाद वितरण किया जाएगा । बूढ़ा महादेव मंदिर के पंडित सोमदत्त शास्त्री ने माखन मिश्री का भोग लगाने के महत्व की जानकारी देते हुए बताया कि मान्यताओं के अनुसार बाल-गोपाल को मक्खन काफी पसंद था। जिसे वे अपने दोस्तों के साथ मिलकर खाते थे। मां यशोदा भी गोपाल को माखन-मिश्री बनाकर खिलाती थीं। जन्माष्टमी के दिन माखन मिश्री का प्रसाद भोग लगाकर भगवान श्रीकृष्ण को प्रसन्न कर सकते है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का व्रत रखने और विधि विधान से पूजा करने पर नि:संतान लोगों को संतान सुख प्राप्त होता है। वहीं अन्य लोगों को जीवन में आनंद की प्राप्ति होती है। ऐसे में अपने श्रद्धेय को रिझाने के लिए हर कोई अपने-अपने ढंग से तैयारियों में लगा हुआ है।

chat bot
आपका साथी