छठी से आठवीं के लिए भी खुले स्कूल, थर्मल स्कैनिग के बाद ही दिया प्रवेश
स्कूलों में कोविड नियमों का ध्यान खा गया।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
पिछले करीब डेढ़ साल से चल रहे कोरोना संकट के बीच शुक्रवार से छठी से आठवीं के लिए भी स्कूल खुल गए। पहले दिन अधिकतर स्कूलों में हाजिरी कम थी। अभिभावकों की लिखित अनुमति के बाद बच्चों को प्रवेश दिया गया। इसके साथ ही मास्क, स्क्रीनिग, शारीरिक दूरी का भी ख्याल रखा गया। स्कूलों के अंदर नियमों का पालन हुआ, मगर स्कूल के बाहर बच्चे एक दूसरे से गपशप करने से नहीं रह सके। कहीं बच्चे स्कूल से एक साथ घर की ओर निकले तो कहीं पर रास्ते में बातें करते नजर आए। हालांकि मास्क सभी ने पहना था। उधर, नौंवीं से बारहवीं की संख्या भी बढ़ रही है। 22 अप्रैल को बंद हुए थे स्कूल :
कोरोना का संकट मार्च 2020 से शुरू हो गया था। इसी माह में स्कूलों को बंद किया गया था। तब के बंद हुए स्कूल पिछले साल 14 दिसंबर को खुले थे। हालांकि छोटी कक्षाओं के लिए स्कूल नहीं खुल पाए थे। इस साल फिर से कोरोना ने रफ्तार पकड़ी और दूसरी लहर ने कहर बरपाया तो उससे पहले ही 22 अप्रैल को स्कूल बंद कर दिए गए थे। तब से लेकर पूरे 85 दिन बच्चों के लिए बंद रहे स्कूलों में नौंवीं से बारहवीं की कक्षाएं 16 जुलाई को शुरू हो गई। जबकि शुक्रवार से छठी से आठवीं की शुरू हो गई। परनाला गांव के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में छठी से आठवीं के विद्यार्थियों की संख्या 500 के आसपास है। मगर यहां पर 114 विद्यार्थी पहुंचे। यहां के प्राचार्य सुमेर सिंह ने बताया कि स्कूल में कोरोना से बचाव को लेकर इंतजाम पूरे हैं। सरकार की ओर से जो निर्देश दिए गए हैं, उनका पालन किया जा रहा है।