दुबलधन के ललती राम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच किया सांझा

जागरण संवाददाता, झज्जर : आइएनए के सिपाही ललती राम ने रविवार को 73 वर्ष के बाद आजाद ¨हद फ

By JagranEdited By: Publish:Mon, 22 Oct 2018 12:48 AM (IST) Updated:Mon, 22 Oct 2018 12:48 AM (IST)
दुबलधन के ललती राम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच किया सांझा
दुबलधन के ललती राम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच किया सांझा

जागरण संवाददाता, झज्जर : आइएनए के सिपाही ललती राम ने रविवार को 73 वर्ष के बाद आजाद ¨हद फौज की वर्षगांठ के मौके पर फौज की वर्दी पहनी। खास मौके के लिए तैयार करवाई गई वर्दी को पहनने के बाद उन्होंने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच भी सांझा किया है। जिला के दुबलधन गांव से संबंध रखने वाले ललती राम हाल समय में हरियाणा स्वतंत्रता सेनानी समिति के चेयरमेन भी है, जिन्हें कार्यक्रम के लिए विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था। पुराने दौर को याद करते हुए भावुक हो जाने वाले ललती राम को आइएनए में रहते हुए बहादुरी के लिए 3 मेडल मिले हैं। कार्यक्रम में उनके साथ रहे ललती राम के पौत्र विपक कुमार ने बताया कि दादा अम्बाला, ¨सगापुर, हांगकांग, थाईलैंड, जापान, कोलकाता (जगरकचा) जेल में भी रहे हैं। खास मौके लिए तैयार करवाई वर्दी को चंडीगढ़ से तैयार करवाया गया था। ललती राम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच सांझा करेंगे, इस विषय के संदर्भ में सबसे पहले दैनिक जागरण ने ही जानकारी दी थी। गौरतलब है कि 21 अक्टूबर 1943 को नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने ¨सगापुर में प्रांतीय आजाद ¨हद सरकार की स्थापना की थी। उस समय 11 देशों की सरकारों ने आजाद ¨हद सरकार को मान्यता दी गई थी और इस सरकार ने कई देशों में अपने दूतावास भी खोले थे। पोर्ट ब्लेयर में 75 साल पहले 30 दिसंबर को ही 1943 में पहली बार भारतीय जमीन पर सबसे पहले नेता जी सुभाष चंद्र बोस ने तिरंगा फहराया था। ये तिरंगा आ•ाद ¨हद फौज का था। आजाद ¨हद फौज की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ पर 21 अक्टूबर को लाल किले के अंदर हुए कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्य रूप से शिरकत की। जिसमें सेवानिवृत सैन्य अधिकारी और आजाद ¨हद फौज से जुड़े हुए लोगों के साथ दुबलधन गांव निवासी आजाद ¨हद फौज के वीर सिपाही रहे ललती राम भी मुख्य रूप से मौजूद रहे।

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