एनएचएम कर्मियों की जिला प्रधान मंजू रेखा की बर्खास्तगी के आदेश जारी, भड़के कर्मचारी

जागरण संवाददाता, झज्जर : एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल 10वें दिन भी जारी रही। विभाग की ओ

By JagranEdited By: Publish:Thu, 14 Feb 2019 11:46 PM (IST) Updated:Thu, 14 Feb 2019 11:46 PM (IST)
एनएचएम कर्मियों की जिला प्रधान मंजू रेखा की बर्खास्तगी के आदेश जारी, भड़के कर्मचारी
एनएचएम कर्मियों की जिला प्रधान मंजू रेखा की बर्खास्तगी के आदेश जारी, भड़के कर्मचारी

जागरण संवाददाता, झज्जर : एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल 10वें दिन भी जारी रही। विभाग की ओर से यूनियन की जिला प्रधान सहित दो अन्य कर्मचारियों के बर्खास्तगी के नोटिस जारी करने के बाद कर्मचारी और भड़क गए और सरकार विरोधी नारेबाजी करने लगे। बाद में कर्मचारियों ने एनएमएम कर्मचारी एकता जिंदाबाद, अपना हक लेकर रहेंगे की नारेबाजी करते हुए नागरिक अस्पताल के चारों ओर चक्कर लगाते हुए सरकार के प्रति अपना रोष प्रकट किया। यूनियन की जिला प्रधान मंजू रेखा आर्या ने कहा कि बर्खास्तगी के आदेश जारी करने से कर्मचारी पीछे हटने वाले नहीं है। सरकार चाहे कितनी ही दमनकारी नीति क्यूं ना अपना ले। कर्मचारी अपना हक लेकर रहेंगे। उन्होंने कहा कि कर्मचारी अपनी जायज मांगों को लेकर ही संघर्ष कर रहे हैं। लेकिन सरकार बर्खास्तगी के नोटिस जारी करके उनकी हड़ताल को दबाना चाहती है। लेकिन कर्मचारी भी अबकि बार आर-पार के मूड में है। जब तक उनकी मांगे पूरी करने से संबंधित नोटिफिकेशन जारी नहीं करते है। तब तक कर्मचारी धरने की दरी से उठने वाले नहीं है। इससे पूर्व सुबह नौ बजे ही कर्मचारी धरनास्थल पर पहुंच गए। कर्मचारी धरनास्थल पर कभी नारेबाजी तो कभी सरकार विरोधी बनाई गए गीत गाते हुए दिखाई दिए। हड़ताली कर्मचारियों को सर्व कर्मचारी संघ के राज्य सचिव राजेंद्र जुलाना सहित अन्य कर्मचारी नेताओं ने भी संबोधित किया। जिले में बर्खास्त किए गए कर्मचारियों में प्रधान मंजू रेखा आर्या के अलावा, गुलशन सूचना सहायक सीएचसी बादली और नवनीत ईएमटी शामिल हैं। उधर, हड़ताल के कारण अर्बन हेल्थ सेंटर की सेवाएं प्रभावित हो रही है। जबकि विभागीय स्तर पर दावा किया जा रहा है कि व्यवस्थाएं सुचारू रूप से चल रही है। प्रमुख मांगे:

- नियमित करना या सेवा सुरक्षा।

- सेवा नियम में संशोधन किया जाए।

- सातवां वेतनमान का लाभ दिया जाए।

- आउटसोर्सिंग प्रथा पर रोक लगाई जाए।

- आउटसोर्सिंग पर किए गए स्टाफ को एनएचएम में समायोजित किया जाए।

- जिन एनएचएम कर्मचारियों को सेवा नियम का लाभ नहीं दिया गया, उन्हें भी सेवा नियम में शामिल किया जाए।

- नियमित कर्मचारियों की भांति सभी भत्ते दिए जाएं।

- कर्मचारियों को वरिष्ठता का लाभ दिया जाए।

- पिछली हड़ताल के दौरान कर्मचारियों का रूका हुआ वेतन दिया जाए। --विभाग ने जारी किया पत्र सिविल सर्जन कार्यालय की ओर से जारी किए गए पत्र में प्रधान मंजू रेखा, गुलशन तथा नवनीत को टर्मिनेट किए जाने के आदेश है। स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि 14 फरवरी दोपहर पहले इनकी सेवाएं समाप्त की जाती है। अनुबंध पत्र में वर्णित क्लोज 5,6,7,10 और 22 को आधार बनाते हुए यह आदेश अमल में लाए जाने की बात कही गई है। पत्र में मुख्यालय से जारी हुए पत्र का उल्लेख करते हुए कदम उठाया गया है। साफ तौर पर इन्हें बढ़ रही हड़ताल के एक कारण के रूप में भी माना गया है।

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