फसल अवशेष जलाने की निगरानी करने की बजाय किसानों को मुआवजा राशि देने के लिए समिति का गठन करे प्रशासन:बुल्लड़

जागरण संवाददाता बहादुरगढ़ हाल ही में बिजली के तारों से उठी चिगारी के कारण लगी आग से गांव मांडोठी सिलौठी व डाबौदा गांव की करीब 350 एकड़ गेहूं की फसल जल गई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 May 2019 01:39 AM (IST) Updated:Thu, 02 May 2019 01:39 AM (IST)
फसल अवशेष जलाने की निगरानी करने की बजाय किसानों को मुआवजा राशि देने के लिए समिति का गठन करे प्रशासन:बुल्लड़
फसल अवशेष जलाने की निगरानी करने की बजाय किसानों को मुआवजा राशि देने के लिए समिति का गठन करे प्रशासन:बुल्लड़

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:

हाल ही में बिजली के तारों से उठी चिगारी के कारण लगी आग से गांव मांडोठी, सिलौठी व डाबौदा गांव की करीब 350 एकड़ गेहूं की फसल जल गई। ऐसे में किसानों को मुआवजा राशि देने की बजाय प्रशासन ने फसल अवशेष जलाने को लेकर निगरानी समिति का गठन किया है। प्रशासन का यह कदम पीड़ित किसानों के जख्मों पर नमक डालने के बराबर है। प्रशासन को चाहिए कि जिन किसानों की फसल जली है उन्हें जल्द से जल्द मुआवजा देने के लिए एक समिति का गठन करे और किसानों को जल्द से जल्द राहत पहुंचाए। यह बात समाज सेवी वीरेंद्र उर्फ बुल्लड़ पहलवान ने कही। वे बुधवार को छोटूराम धर्मशाला में पीड़ित किसानों व किसान संगठनों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बुल्लड़ पहलवान ने बताया कि पिछले साल भी मांडोठी में आग लगने से किसानों को काफी नुकसान हुआ था। अब भी यहां आसपास के चार गांवों में सैंकड़ों एकड़ फसल जल गई। उन्होंने प्रशासन से किसानों को उचित मुआवजा देने की मांग की। अगर समय पर उचित मुआवजा नहीं मिला तो किसान बड़ा आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।

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