हलकी बरसात से मौसम में घुली ठंडक

जागरण संवाददाता, झज्जर : शुक्रवार देर रात और फिर शनिवार अलसुबह से हो रही रिमझिम ब

By JagranEdited By: Publish:Sat, 22 Sep 2018 11:12 PM (IST) Updated:Sat, 22 Sep 2018 11:12 PM (IST)
हलकी बरसात से मौसम में घुली ठंडक
हलकी बरसात से मौसम में घुली ठंडक

जागरण संवाददाता, झज्जर : शुक्रवार देर रात और फिर शनिवार अलसुबह से हो रही रिमझिम बरसात के कारण मौसम में ठंडक घुल गई है। ठंडी हवाओं और बारिश की फुहारों के बीच दिनभर जीवन अस्त-व्यस्त रहा। लोगों को अपने रोजमर्रा के कार्य निपटाने में परेशानी हुई। वहीं नौकरी पेशा लोगों और स्कूल-कॉलेज जाने वाले विद्यार्थियों को भी दिक्कत हुई। बाजार में भी और दिनों की अपेक्षा चहल-कदमी कम ही दिखाई दी। उधर, ठंडी हवाओं के चलते तापमान में गिरावट आ गई और लोगों को ठंड के आगमन का अहसास हुआ। इसके अलावा हलकी बरसात के कारण किसानों के चेहरों पर उदासी दिखाई दी। किसानों का कहना है कि बरसात से धान, बाजरा और कपास की फसल को नुकसान होगा। माता गेट क्षेत्र में हलकी बरसात में ही हुआ बुरा हाल

शहर के माता गेट क्षेत्र में बाबा प्रसाद गिरी मंदिर के नजदीक हलकी बरसात के बाद भी बुरा हाल था। सड़कों के किनारे रखा हुआ कूड़ा और नालों के अंदर से गंदा पानी बाहर निकलकर सड़क पर फैल गया। जिसके चलते वहां से निकलना भी दूभर हुआ। स्थानीय लोगों का कहना है कि हलकी बरसात में यह हाल तो तेज बरसात के बाद क्या हालत रहती होगी। इसका अंदाजा आप स्वयं लगा सकते है। वहीं कच्चा सुर्खपुर रोड बुद्धो माता के निकट भी सड़कों पर कीचड़ हो गया। फसलों के लिए नुकसानदायक है बरसात

किसान सतीश, राज ¨सह, राजबीर का कहना है कि बरसात बाजरा, धान, कपास सभी फसलों के लिए नुकसान दायक है। उनका कहना है कि बाजरे की फसल की तो कटाई अंतिम चरण में है। ऐसे में बाजरे को सबसे ज्यादा नुकसान है। वहीं कपास के पौधो पर लगने वाले फूलों का गिरने का डर रहता है।

किसानों को फसल खराब होने का सता रहा डर संवाद सूत्र, बादली, माछरौली, साल्हावास, : क्षेत्र में शुक्रवार रात को तेज बरसात हुई। वहीं शनिवार सुबह से दिनभर हल्की बूंदा-बांदी होती रही। देर रात हुई बरसात के कारण जहां क्षेत्र के कई गांवों में जलभराव हो गया और लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। वहीं बरसात के चलते किसान ज्यादा परेशान दिखाई दिए। किसानों को अपनी फसलों के खराब होने का डर सताने लगा। किसानों का कहना है कि बरसात बाजरा और कपास के लिए आफत बन कर बरस रही है। भारतीय किसान यूनियन ने की बैठक

बरसात के बाद हुए किसानों के नुकसान को लेकर भारतीय किसान यूनियन की एक बैठक भी हुई। बैठक में किसानों के हुए नुकसान को लेकर चर्चा हुई। किसान यूनियन के पदाधिकारियों और सदस्यों ने प्रशासन और सरकार से नुकसान का जायजा लेकर किसानों को मुआवजा देने की बात कही। वहीं बाजरे की खरीद भी गेहूं की खरीद जैसे करने की बात कही। इस दौरान राजेश झामरी, बिजेंद्र सहरावत, जगबीर राठी, सुरेंद्र, नरेश, राजपाल, रणबीर नौगांवा सहित अन्य भी मौजूद रहे।

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