82 स्कूलों में 3690 विद्यार्थियों ने दी अचीवमेंट परीक्षा

जागरण संवाददाता, झज्जर : जागरण संवाददाता, झज्जर : नेशनल कांउसिल एजुकेशन रिसर्च ट्रे¨नग एन

By JagranEdited By: Publish:Mon, 05 Feb 2018 10:54 PM (IST) Updated:Mon, 05 Feb 2018 10:54 PM (IST)
82 स्कूलों में 3690 विद्यार्थियों ने दी अचीवमेंट परीक्षा
82 स्कूलों में 3690 विद्यार्थियों ने दी अचीवमेंट परीक्षा

जागरण संवाददाता, झज्जर : जागरण संवाददाता, झज्जर : नेशनल कांउसिल एजुकेशन रिसर्च ट्रे¨नग एनसीईआरटी की ओर से सोमवार को राष्ट्रीय स्तर पर स्कूलों में अचीवमेंट सर्वे करवाया गया। झज्जर जिले में दसवीं कक्षा के 3690 विद्यार्थियों ने अपने स्कूलों में परीक्षा दी। इस परीक्षा के लिए विशेषतौर से सी¨टग प्लान तैयार किया गया था और पांचों विषयों में से किसी भी बच्चे को उसके रोल नंबर के अनुसार किसी भी विषय का प्रश्न पत्र थमाया गया और उसके अनुसार उसकी परीक्षा ली गई। पहले से कोई भी विषय तय नहीं किया गया था कि उन्हें किस विषय की परीक्षा देनी है।

इस सर्वे में प्रदेशभर के 700 स्कूलों में सभी बोर्ड सीबीएसई, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड, आइसीएसई में कक्षा दसवीं के विद्यार्थियों की परीक्षा ली गई। जिसमें विद्यार्थी को पांच विषयों में से एक विषय पर परीक्षा देनी थी। जिसके लिए हर जिले से प्राइवेट व सरकारी 82 स्कूलों का चयन किया गया था। अचीवमेंट परीक्षा में एक स्कूल से अधिकतम 45 विद्यार्थी शामिल किए गए। परीक्षा का मुख्य उद्देश्य किस बोर्ड के विद्यार्थी राज्य में अच्छा प्रदर्शन करते हैं ताकि उस राज्य में सरकार की ओर से भविष्य में योजनाएं लागू की जाएंगी। इस परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की तरफ से तैयार किए गए थे। वहीं उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन एनसीईआरटी की ओर किया जाएगा। जिला परियोजना अधिकारी का कार्यभार संभाल रहे डॉक्टर सत्यवर्त ने बताया कि इस अचीवमेंट परीक्षा के सफल आयोजन के लिए जिले के पांचों खंडों से 180 प्राथमिक अध्यापकों की ड्यूटी लगाई गई थी। इसके लिए •ालिा शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान माछरौली से मास्टर ट्रेनर सुदर्शन पुनिया और जितेंद्र देशवाल इन 180 जेबीटी अध्यापकों को परीक्षा के आयोजन से पहले प्रशिक्षण प्रदान किया।

जिला शिक्षा अधिकारी सतबीर ¨सह सिवाच ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर स्कूलों में अचीवमेंट परीक्षा का आयोजन शांतिपूर्ण माहौल में किया गया। उन्होंने बताया कि इस परीक्षा के द्वारा विद्यार्थियों का स्तर परखा जाएगा, जिस राज्य का शैक्षिक स्तर अच्छा होगा सरकार उस राज्य में नई योजना लागू करेगी। वहीं जिस विषय में बच्चे कमजोर होंगे उस विषय पर भी फोकस किया जाएगा। इस परीक्षा में सीबीएसई के दो निजी स्कूल शामिल थे। जबकि बाकि स्कूल हरियाणा बोर्ड से जुड़े निजी व सरकारी स्कूल शामिल थे।

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