कोहरे का कहर जारी, जनजीवन हो रहा प्रभावित

जागरण संवाददाता, झज्जर : सर्दी के मौसम की दस्तक के बाद इस बार कोहरे का प्रकोप नवंबर के अंतिम सप्ता

By Edited By: Publish:Tue, 01 Dec 2015 01:02 AM (IST) Updated:Tue, 01 Dec 2015 01:02 AM (IST)
कोहरे का कहर जारी, जनजीवन हो रहा प्रभावित

जागरण संवाददाता, झज्जर :

सर्दी के मौसम की दस्तक के बाद इस बार कोहरे का प्रकोप नवंबर के अंतिम सप्ताह से ही शुरू हो गया है। पिछले वर्ष की बात की जाए तो घना कोहरा मध्य दिसंबर के बाद शुरू हुआ था। हालांकि मध्य दिसंबर तक मौसम फसल के अनुकुल नहीं बन पाया था। जबकि गेहूं की फसल के मुताबिक मौसम नहीं होने से गेहूं की फसल प्रभाव पड़ा था। इस बार मौसम पूरी तरह से फसल के अनुकुल है। वहीं कोहरे से जनजीवन कोहरे के कारण प्रभावित होने लगा है। यातायात व्यवस्था भी कोहरे के कारण प्रभावित हो चली है। वहीं सड़क दुर्घटनाओं में भी दो दिन से इजाफा हुआ है। दो दिन में चार लोग अकाल मौत के आगोश में समा चुके हैं। शुक्रवार को दिन के समय मौसम साफ रहने के बाद शनिवार की सुबह फिजा बदली-बदली नजर आई। सुबह लोग जब नींद से उठे तो जिला कोहरे के आगोश में समाया हुआ था। दिनभर आसमान में बादल छाए रहे थे। जबकि रविवार की दोपहर के समय कुछ देर के लिए धूप भी खिली लेकिन सूर्य ढलते ही जिले ने एक बार फिर से कोहरे की सफेद चादर ओढ़ ली थी। सोमवार की सुबह के समय कोहरा छाने के कारण यातायात व्यवस्था पर प्रभाव पड़ा, लेकिन सुबह करीब आठ बजे के बाद कोहरा छटने लगा था। घने कोहरे के कारण रात के समय दृष्टता मात्र दस मीटर की ही रही। जबकि सुबह के समय कोहरा जल्दी ही छटने लगा था।

कोहरे के कारण सड़कों से सौ की स्पीड में दौड़ने वाले वाहनों की गति पर भी ब्रेक लगा रहा। सड़कों से वाहन रेंग कर व लाइटें जलाकर गुजरते नजर आए। वाहन चालकों को ही नहीं आम आदमी को कोहरे के कारण परेशानी का सामना करना पड़ा। दिन भर धूप खिलने के बाद शाम के समय एक बार फिर से कोहरे प्रकोप दिखाई देने लगा था। कार्यालयों में काम करने वाले कर्मचारियों व दूर दराज के क्षेत्रों से शहर में काम करने आने वाले लोग भी कोहरे का देखते हुए समय से ही अपने घरों को निकलने लगे थे। शाम ढलते ही बाजारों में दुकानें बंद होने लगी थी।

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यातायात व्यवस्था रही प्रभावित

सोमवार की सुबह व शाम के समय कोहरे की वजह से यातायात व्यवस्था चरमराई हुई नजर आई। सामान्य बस स्टैंड से लंबे रूटों पर जाने वाली बसें समय से निकली तो अपने निर्धारित समय पर वापस नहीं पहुंच सकी। लंबे रूटों पर चलने वाली बसें अपने निर्धारित समय से एक से डेढ़ घंटे देरी से पहुंची। शाम को बसों के लेट होने के कारण अन्य क्षेत्रों को जाने वाले यात्रियों को भी अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ा। देर शाम यात्री बस स्टैंड पर अपने गंतव्यों तक पहुंचने के लिए वाहनों के इंतजार में खडे़ दिखाई दिए।

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ये रहा तापमान : रविवार को ठंड के कारण ठिठुरन बढ़ गई थी। वहीं सोमवार को दिन के समय धूप खिली रही। जबकि अधिकतम तापमान 24 डिग्री रहा जबकि न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस रहा। सुबह व शाम को लोग गर्म कपड़ों में लिपटे नजर आ रहे हैं। वहीं ठंड से बचने के लिए लोग अलाव का भी सहारा ले रहे हैं। जबकि दिन के समय खिली धूप का भी लोगों ने आनंद लिया।

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वाहन चालक बरतें सावधानी

-कोहरे व रात के समय वाहनों की लाइट जला कर चलें। ताकि दूसरे वाहन को दूर से पता चल सके की कोई वाहन आ रहा है।

-वाहनों को सड़कों से नीचे खड़ा करें और उनकी पार्किंग लाइट जलाएं।

-जहां तक संभव हो सके सड़क किनारे भी वाहनों को न खड़ा करें। खुले स्थान पर सड़क से दूर खड़ा करें।

-जहां तक संभव हो सके रात व कोहरे के दौरान सड़कों पर ट्रैक्टर-ट्राली न लेकर आएं।

-कोहरे के दौरान गाड़ियों को सावधानी से चलाएं।

-नशा करके गाड़ी न चलाएं।

-वाहनों की लाइट व बत्तियां पूरी तरह से चालू रखी जाएं।

-वाहनों को क्रॉस करते समय आगे से आने वाले वाहनों का पूरी तरह से ध्यान रखें।

-वाहनों पर रात व कोहरे के समय लाइट पड़ने पर चमकने वाली टेप के रिफलेक्टर लगावाएं।

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इन दिनों पड़ रही ठंड व कोहरा किसानों की फसलों के अनुकूल हैं। फिलहाल गेहूं की फसल को ठंड की आवश्यकता है। सरसों की फसल में फुटाव होने लगा है। जबकि 80 प्रतिशत किसान गेहूं की बिजाई का कार्य भी पूरा कर चुके हैं। कोहरे के कारण फसलों में सिंचाई करने के बाद नमी कई दिनों तक बरकारार रहेगी। किसानों को सलाह दी जाती है कि किसान गेहूं की फसल की बिजाई के 21 से 22 दिन के बाद पहला पानी लगाएं।

-डॉ. एसएस मलिक, डीडीए, कृषि विभाग, झज्जर।

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कोहरे के समय वाहन चालक पूरी सावधानी से सड़कों पर चले। सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करें। घने कोहरे वाले दिन जहां तक संभव हो अपनी यात्रा को टाल दें।

-जितेंद्र सिंह, एसएचओ, यातायात पुलिस, झज्जर।

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