बैंक से फर्जीवाड़े के मामले में नंबरदार सहित एक अन्य धरा
जागरण संवाददाता, झज्जार : रोहतक स्थित हुडा कार्यालय से फर्जी आदमी पेश कर 53 लाख रुपये का चेक लेकर ब
जागरण संवाददाता, झज्जार : रोहतक स्थित हुडा कार्यालय से फर्जी आदमी पेश कर 53 लाख रुपये का चेक लेकर बैंक से निकलवाने के प्रयास में धर दबोचे गए सुरेन्द्र हारित उर्फ मुन्ना पंडित के दो अन्य साथियों को पुलिस ने अपनी गिरफ्त में ले लिया है। इस मामले में पुलिस की गिरफ्त में आने वाले आरोपियों की संख्या तीन से बढ़ते हुए पाच हो गई है। पुलिस की पकड़ में आए पहले तीनों आरोपी भी चार दिन के पुलिस रिमाड के बाद न्यायिक हिरासत में भेजे जा चुके है। हो रही मामले की जाच में अब किला कालोनी निवासी नरेश और राज नंबरदार को गिरफ्तार करते हुए अदालत में पेश किया गया। जहा से उन दोनों को भी न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। चल रही पुलिस की तफ्तीश से ऐसा मालूम चलता है कि आने वाले दिनों में अन्य लोग भी पुलिस की गिरफ्त में आ सकते है।
गौरतलब है कि दीवान गेट निवासी सुरेद्र हारित उर्फ मुन्ना पंडित ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर रोहतक स्थित हुडा कार्यालय की व्यवस्थाओं को धत्ता बताते हुए 53 लाख रुपये का चेक हासिल किया था। उसके बाद उसने तथा उसके साथियों ने झूठी आइडी का इस्तेमाल करते हुए दो-दो बैंक में खाते भी खुलवा लिए। लेकिन जब रुपये निकलवाए जाने की बात आई तो बैंकों ने हाथ खड़े कर दिए और खातों में रखी गई राशि को निकलवाने के लिए आइडी की डिमाड की। मौके पर आइडी को पेश नहीं कर पाने का पहलू बैंक के अधिकारी को पूरी तरह से खटक गया और उसके बाद मामले की सूचना उनकी ओर से उच्चाधिकारियों को दी गई। बैंक के स्तर पर जाच हुई तो पूरा मामला ही फर्जीवाड़े का निकला। सिर्फ असली था तो मुआवजे की राशि का चैक जो कि उस रामेश्वर दयाल के लिए तैयार हुआ था जो कि इन दिनों फरीदाबाद में परिवार सहित रहते है।
सेक्टर नौ के अधिग्रहित हुई रामेश्वर दयाल की जमीन का एक चैक तो उन्हे मिल चुका था। लेकिन बताते है कि बाद में बढ़े हुए मुआवजे के लिए उन्होंने अदालत की ओर से अपील डाली हुई थी। इसके लिए वह अपने अधिवक्ता के बराबर संपर्क में भी थे। लेकिन उन्हे अभी तक यह कंफर्म नहीं हो पाया था कि उनके मुआवजे का चैक आ चुका है। इसी दौरान इसे संयोग ही कहा जाएगा कि सुरेद्र हरित उर्फ मुन्ना पंडित वहा कार्यालय में पहुच गए और वहीं से उन्होंने पूरे घटनाक्रम की पटकथा तैयार कर डाली। फिल्हाल, इस मामले में चल रही जाच में दो अन्य आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आए है। गिरफ्त में आए आरोपियों में नरेश पर आरोप है कि उसने इनकी झूठी आइडी तैयार करने में मदद की। जबकि नंबरदार की ओर से फर्जी व्यक्ति की तसदीक की गई। जिसके चलते यह चेक निकल पाया। ऐसे में मुख्य आरोपी सहित पाचों न्यायिक हिरासत में है।