अज्ञात लोगों ने विधायक आवास मार्ग पर निगम के सामने सड़क पर लिखा तीनों कृषि कानून रद करो

जागरण संवाददाता हिसार कृषि कानूनों को लेकर जहां देश में आंदोलन तेज हो रहा है वही

By JagranEdited By: Publish:Wed, 17 Feb 2021 07:00 AM (IST) Updated:Wed, 17 Feb 2021 07:00 AM (IST)
अज्ञात लोगों ने विधायक आवास मार्ग पर निगम के सामने सड़क पर लिखा तीनों कृषि कानून रद करो
अज्ञात लोगों ने विधायक आवास मार्ग पर निगम के सामने सड़क पर लिखा तीनों कृषि कानून रद करो

जागरण संवाददाता, हिसार : कृषि कानूनों को लेकर जहां देश में आंदोलन तेज हो रहा है वहीं अब कई लोग विभिन्न तरीकों से अपना विरोध जताने में लगे हुए हैं। अब तो विधायक डा. कमल गुप्ता के आवास मार्ग पर नगर निगम के सामने सड़क पर अज्ञात ने तीनों कृषि कानून रद करो शब्द लिखकर कृषि कानूनों के प्रति अपना विरोध जताया है। पेंट से लिखे गए ये शब्द लोगों की अपनी प्रतिक्रिया दर्शा रहे है। सुबह जब नगर निगम कर्मचारी कार्यालय पहुंचे तब उन्होंने देखा की बड़े-बड़े अक्षरों में तीनों कृषि कानूनों को रद करने के मांग के शब्द लिखे हुए है। आते जाते लोगों के लिए भी ये शब्द आकर्षण का केंद्र रहे।

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यहां रहती है पुलिस की विशेष निगरानी उसी सड़क पर पेंट से लिखे शब्द

लक्ष्मीबाई चौक से मलिक चौक तक शहर के मुख्य मार्गों में से एक है यहीं कारण है कि इस सड़क पर स्थानीय विधायक डा. कमल गुप्ता से लेकर निर्माणाधीन नगर निगम कमिश्नर भवन, आईजी भवन, एडीसी भवन सहित कई अहम बिल्डिगें है। यहां पुलिस की गश्त से लेकर पुलिस की तैनाती तक चौक पर रहती है बावजूद इसके अज्ञात के माध्यम से सड़क पर ये शब्द लिखे गए है।

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अंग्रेजी शासनकाल में आर्किटेक्चर के बेहतर उदाहरण है यहां

मधुबन पार्क से लक्ष्मीबाई चौक तक का क्षेत्र इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि यहां अंग्रेजी शासनकाल में निर्मित आर्किटेक्चर के बेहतरीन उदाहरण है। जो प्रशासन ने संजोए हुए है। प्रसिद्ध इतिहासकार महेंद्र सिंह की माने तो वर्तमान में पुराने हो चुके इन भवनों में कभी भारतीय का जाना प्रतिबंधित था। करीब 19वीं सदी के अंत में इस मार्ग पर भवनों का निर्माण किया गया था। ये इमारतें आज भी उत्कृष्ट इमारतों में शामिल है। इस मार्ग पर सेंट थॉमस चर्च के पादरी का निवास स्थान से लेकर नूर निवास स्कूल भी बना हुआ है। पादरी आईपी मन के अनुसार यह मार्ग इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि यहां पर बने नूर निवास हाई स्कूल में पहली बार हिसार में बेटियों की शिक्षा की शुरुआत हुई थी। यानि बेटियों को स्कूल में अक्षर ज्ञान देने का सराहनीय कार्य की शुरुआत इसी स्थान पर हुई थी।

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