82 हज़ार पीएम लेटर, ढाई लाख पंपलेट्स बांटने के बाद भी हरियाणा में 66 प्रतिशत लोगों ने नहीं बनवाये आयुष्मान गोल्डन कार्ड
हरियाणा में 73 लाख 49 हजार 722 लोगो को योजना में शामिल किया गया है जिसमे से अब तक 25 लाख 33 हजार 777 लोगो ने ही योजना के गोल्डन कार्ड बनवाये है। यानि अब तक 66 प्रतिशत ऐसे लोग है जिन्होंने योजना के गोल्डन कार्ड नहीं बनवाये हैं।
हिसार/बालसमंद [रवि घोड़ेला] आयुष्मान योजना के तहत फ्री इलाज पाने के लिए गोल्डन कार्ड फ्री में बनवाये जाने का कार्य प्रगति पर है। विभिन्न प्रकार से योजना के प्रचार के बाद भी लोगों में जागरूकता के अभाव में गोल्डन कार्ड बनवाने के कार्यों में तेजी नहीं आ रही है। प्रदेशभर में 73 लाख 49 हजार 722 लोगो को योजना में शामिल किया गया है जिसमे से अब तक 25 लाख 33 हजार 777 लोगो ने ही योजना के गोल्डन कार्ड बनवाये है। यानि अब तक 66 प्रतिशत ऐसे लोग है जिन्होंने योजना के गोल्डन कार्ड नहीं बनवाये है।
जानकारी के मुताबिक पिछले करीब तीन वर्ष के अंतराल में सरकार ने योजना के प्रचार के लिए विभिन्न तरिके अपनाये। सरकार ने लाभार्थी तक योजना के प्रचार के लिए करीब 82 हज़ार पीएम लेटर घर घर बंटवाए। केवल यह बताने के लिए आपका नाम आयुष्मान योजना में शामिल है आप अपना गोल्डन कार्ड बनवाकर फायदा के सकते है। इसके अलावा 40 से अधिक सक्षम युवा स्किम के प्रचार के लिए ढाई लाख पंपलेट घर घर जाकर लाभार्थी को स्किम के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दी थी। चौपाल पर चर्चा आयुष्मान के संग अभियान चलाया। पुरे मार्च में माह में आशा वर्कर ने घर जाकर लोगो को आयुष्मान योजना के गोल्डन कार्ड बनवाने को जागरूक किया लेकिन विशेष अभियान में भी गोल्डन कार्ड बनाने की संख्या में बढ़ोतरी नहीं हो पाई।
यहां से जाने आप पात्र है या नहीं
आयुष्मान योजना में अपना नाम चेक करने के लिए merapmjay वेबसाइट पर अपना मोबाइल नंबर डालकर राज्य, जिला सर्च करके अपना नाम देख सकते है। इसके अलावा आप विभाग के टोलफ्री नंबर 14555 और 1800111565 पर कॉल करके भी अपने नाम के बारे में पूछ सकते है।
कार्ड गुम होने पर अस्पताल या सीएससी से निकलवाए
अगर आपका आयुष्मान कार्ड गुम हो जाये या फट जाये तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है। आप अपना कार्ड दोबारा निकलवा सकते है। अगर आपका कार्ड गुम हो जाता है तो आप अपना रजिस्ट्रड मोबाइल नंबर बताकर नजदीकी अस्पताल से निकलवा सकते है। या फिर आपने जिस सीएससी सेंटर से कार्ड बनवाया है वहां से अपना गोल्डन कार्ड दोबारा निकलवा सकते है।
बीपीएल परिवारों को नहीं मिला फायदा
सरकार की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान योजना से गरीब परिवारों को जोड़ा जाना है। योजना के तहत योजना में शामिल परिवार को हर वर्ष गंभीर बिमारियों पर पांच लाख रूपये तक का इलाज फ्री उपलब्ध करवाना है। सीसवाला निवासी राजेश ने बताया कि पिछले करीब दस वर्षो से उनके पास बीपीएल राशन कार्ड है। मेरा नाम आयुष्मान योजना में शामिल नहीं है। इसी प्रकार सैंकड़ों अन्य परिवार भी ऐसे है जो बीपीएल फैमिली से है और सरकार की आयुष्मान योजना से वंचित है।
पीएम लेटर को गोल्डन कार्ड समझे बैठे लोग
अब तक आम जन को योजना के बारे में नहीं पता चल पाया है। जैसे ही सरकार ने योजना के प्रचार के लिए पीएम लेटर बंटवाए तो लोग इन पीएम लेटर को ही गोल्डन कार्ड मान बैठे। लेटर लेने के बाद लोगों ने गोल्डन कार्ड नहीं बनवाये। पीएम लेटर गोल्डन कार्ड नहीं है लाभार्थी ये पीएम लेटर नजदीकी अस्पताल या सीएससी सेंटर पर जाकर गोल्डन कार्ड बनवा सकते है।
जिले का नाम कुल लाभार्थी बने गोल्डन कार्ड
चरखी दादरी 78,151 50,522
महेंद्रगढ़ 2,08,158 99,910
हिसार 4,79,947 2,08,556
झज्जर 1,78,690 77,531
कुरुक्षत्र 3,29,103 1,39,817
कैथल 3,87,709 1,58,966
अम्बाला 3,11,467 1,26,561
करनाल 5,59,658 2,16,524
यमुनानगर 4,50,846 1,72,789
जींद 3,92,029 1,47,678
रेवाड़ी 2,05,191 74,547
फतेहाबाद 3,07,809 1,07,999
पंचकूला 1,13,871 38,241
सिरसा 4,02,301 1,32,513
पलवल 3,16,105 98,981
पानीपत 3,71,879 1,15,941
सोनीपत 3,84,410 1,17,733
भिवानी 4,14,832 1,16,972
रोहतक 3,03,675 79,127
गुरुग्राम 3,58,601 89,001
मेवात 3,31,005 71,475
फरीदाबाद 5,42,436 92,393