हिसार एचआईवी विंग से तीन कर्मियों ने दिया रिजाइन, फिर भी एआरटी सेंटर पर नए स्टाफ की नहीं हुई भर्ती
एचआईवी विभाग से काउंसलर सहित तीन स्टाफ रिजाइन दे चुके हैं। फिर भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से एआरटी सेंटर पर नए स्टाफ की भर्ती नहीं हुई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस एआरटी सेंटर पर तीन काउंसलर दो एलटी व एक स्टाफ नर्स की भर्ती होनी थी।
जागरण संवाददाता, हिसार। हिसार जिला नागरिक अस्पताल में बने एचआईवी विभाग से काउंसलर सहित तीन स्टाफ रिजाइन दे चुके है। फिर भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से एंट्री रेट्रोवायरल ट्रीटमेंट एआरटी सेंटर पर नए स्टाफ की भर्ती नहीं हुई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस एआरटी सेंटर पर तीन काउंसलर, दो एलटी व एक स्टाफ नर्स की भर्ती होनी थी। इसका खामियाजा एचआईवी मरीजों को भुगतना पड़ता है, क्योंकि उनको सेंटर पर सही इलाज व पूरी सुविधा नहीं मिल रही है।
पिछले छह माह से स्वास्थ्य विभाग की ओर से भर्ती को लेकर प्रक्रिया चल रही है। हालांकि, 12 अक्तूबर को सभी लाभार्थियों के कागजात भी जांच किए जा चुके है, जिनमें से स्टाफ को लेना है। वैसे एक साल से सेंटर पर पद खाली पड़े है। बताया जा रहा है कि इसके अगले दो से तीन दिनों के अंदर यह भर्ती की जानी थी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। जिले में एचआईवी के करीबन 1200 के आसपास मरीज है। अधिकांश मरीजों का सेंटर से ही इलाज चल रहा है। मरीजों को सेंटर से दवा तो मिल जाती है, टेस्ट व अन्य जांच के लिए अभी भी रोहतक पीजीआई में जाना पड़ता है। वहीं मेडिकल कालेज की काउंसलर की ड्यूटी स्थायी तौर पर सेंटर पर लगा दी गई थी। पहले यह काउंसलर अस्थायी तौर पर थी।
मेडिकल आफिसर की हुई तैनाती
एआरटीे सेंटर पर मेडिकल आफिसर की तैनाती कर दी गई है। अब स्टाफ तैनात करना बाकी है। अगर सेंटर पर पूरी भर्तियां जल्द होती है तो मरीजों को इलाज व टेस्ट के लिए रोहतक पीजीआई दौड़ नहीं लगानी पड़गी। दवा, टेस्ट व सैंपल जांच की यहीं पर सुविधा मिल जाएगी।
इन्होंने दिया रिजाइन
एआरटी सेंटर से काउंसलर बलकार पूनिया, स्टाफ में सीजू थामस व ममता ने पिछले तीन माह के अंतराल में रिजाइन दिया है। इनमें से ममता की सिवानी ड्यूटी लगा दी गई है और दो को अच्छे पद पर सरकारी नौकरी मिल गई है।