आओ रोपें अच्छे पौधे : भिवानी में ठाकुर विक्रम सिंह का पर्यावरण प्रेम दे रहा हरियाली बचाने का संदेश

ठाकुर विक्रम सिंह बताते हैं कि पौधागिरी प्रेम उनके परिवार में हमेशा से रचा बसा है। उनके दादा पिता से लेकर अब नई पीढ़ी के बच्चे भी हरियाली से प्रेम करते हैं। पौधों की देखभाल करने में विशेष ध्यान देते हैं। वह खुद भी पौधों को लेकर काम करते हैं।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Wed, 30 Jun 2021 05:49 PM (IST) Updated:Wed, 30 Jun 2021 05:49 PM (IST)
आओ रोपें अच्छे पौधे : भिवानी में ठाकुर विक्रम सिंह का पर्यावरण प्रेम दे रहा हरियाली बचाने का संदेश
पूर्व मंत्री के बेटे विक्रम ठाकुर समाज सेवा में अग्रणी रह हरियाली बढ़ाने और पर्यावरण संरक्षण पर कर रहे काम

सुरेश मेहरा, भिवानी : पौधागिरी का शौक इस ठाकुर घराने में खूब हैं। पूर्व मंत्री ठाकुर बीर सिंह के बेटे एवं भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ठा. विक्रम सिंह भले ही पार्टी गतिविधियों में व्यस्त रहते हैं। इसके बावजूद इनमें पौधों के प्रति प्रेम इतना ज्यादा है कि वह प्रतिदिन दो घंटे इनकी देखभाल को देते हैं। अपने व्यस्त जीवन में भी ये पर्यावरण संरक्षण के लिए हरियाली बचाने का संदेश देते रहते हैं। इन्होंने अपने घर और बाहर हजारों पौधे लगाए हैं। इनके लगाए पौधे वातावरण में आक्सीजन रूपी महक बिखेर रहे हैं।

तीन एकड़ में बनाया है स्पेशल रोयल पाम पार्क :

ठाकुर विक्रम सिंह बताते हैं कि पौधागिरी प्रेम उनके परिवार में हमेशा से रचा बसा है। उनके दादा पिता से लेकर अब नई पीढ़ी के बच्चे भी हरियाली से प्रेम करते हैं। पौधों की देखभाल करने में विशेष ध्यान देते हैं। वह खुद भी पौधों को लेकर काम करते हैं। तीन एकड़ में उन्होंने खुद स्पेशल राेयल पाम पार्क बनाया है। इसमें बोटल पाम, बटन पाम, एरिका पाम जैसी एक दर्जन से ज्यादा प्रकार के पाम के पौधे लगाए हैं। इनके अलावा पीपल, अशोका, नीम, शीशम, सिरस, जामुन, अमरूद, एलोविरा, हल्दी, किन्नू, नींबू, आम, कचनार, किडनी की दवा, शूगर ट्री, अंगूर का प्लांट, आम, जामुन, शहतूत, फाल्सा आदि के अलावा फूलदार पौधों में गुलाब की कई वैरायटी हैं। छुईमुई, चमेली, गेंदा, रात की रानी आदि के पौधे भी लगाए हैं। शकुंतला गार्डन, केटीएम स्कूल में भी सैकड़ों पौधे लगाए हैं। वर्षों से पर्यावरण संरक्षण पर काम किया जा रहा है। अनेक पौधे अब पेड़ बन चुके हैं और भरपूर आक्सीजन दे रहे हैं।

भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश प्रभारी ठा. विक्रम सिंह कहते हैं महामारी के इस दौर ने पौधागिरी का प्रेम हर किसी में नए सिरे से पैदा किया है। घर हो चाहे बाहर जितने ज्यादा पौधे होंगे लोगों का उतना ही स्वस्थ जीवन होगा। इसलिए यह न कहें कि समय नहीं मिलता है। हर किसी के पास 24 घंटे होते हैं। उसी के अनुसार अपना रोजमर्रा का जीवन दिनचर्या बनानी होती है। इसलिए मैं तो यह संदेश देना चाहूंगा कि हरियाली बढ़ाना हर किसी की जिम्मेदारी है और इसे जीवन में उतारें। हमारे आस पास जितने ज्यादा पौधे होंगे हमें बीमारियों से उतना ही बचे रहेंगे इसमें चाहे महामारी ही क्यों न हो। वह भी हमारा कुछ नहीं बिगाड़ पाएगी। इसलिए आइये अधिक से अधिक पौधे लगाने और उनका संरक्षण करने का संकल्प लें।

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