यहां सरकारी स्कूल में कक्षा से शौचालय जाने का ऐसा रास्ता कि गिरकर चोटिल हो गया मासूम
हिसार प्रथम खंड के नियाणा गाव के राजकीय प्राथमिक पाठशाला ने शनिवार को एक हादसा हो गया।
जेएनएन, घिराय, हिसार :
हिसार प्रथम खंड के नियाणा गाव के राजकीय प्राथमिक पाठशाला ने शनिवार को पाचवी कक्षा का छात्र अग्ररूप स्कूल समय में कक्षा से शौचालय के लिए जा रहा था। लेकिन शौचालय को जाने वाला रास्ता खस्ताहाल होने के कारण छात्र रास्ते में गिर गया । छात्र के गिरने से उसके सिर व पाव में चोटें आई है। जिससे उसको काफी चोटें आई। लेकिन स्कूल प्रशासन में छात्र को लगी चोटें दरकिनार करते हुए छात्र के इलाज के लिए कोई सुध नहीं ली । जिसके बाद छात्र को चोट लगने की सूचना पाकर उसके परिजन स्कूल में पहुंचे और स्कूल प्रशासन से छात्र के इलाज में बरती गई लापरवाही को लेकर गहरा रोष जताया। लेकिन इसके बाद भी स्कूल प्रशासन में उसके परिजनों को उल्टा डाटना शुरू कर दिया कहा कि हम इलाज नहीं करवा सकते और ऐसी कोई बात नहीं है । जिसके बाद परिजनों ने स्कूल प्रशासन के मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया । छात्र के परिजनों ने कहा कि अगर स्कूल समय में किसी भी बच्चे को कुछ होता है तो उसका जिम्मेवार स्कूल प्रशासन ही होता है स्कूल प्रशासन द्वारा बरती गई लापरवाही के कारण छात्र को काफ़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है ऐसे में कोई भी अभिभावक अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में कैसे दाखिला करवाएगा । गाव के युवा समाजसेवी हेमराज नियाणा ने कहा कि छात्र को चोट लगने के मामले में स्कूल प्रशासन द्वारा घोर लापरवाही बरती गई है ।जिसको लेकर सोमवार को हम जिला शिक्षा अधिकारी एवं उच्च अधिकारियों को मिलकर स्कूल प्रशासन की लापरवाही की शिकायत करेंगे । अगर फिर भी कुछ नहीं हुआ तो हम स्कूल पर ताला जड़कर प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे
नियाणा गाव के राजकीय प्राथमिक पाठशाला की इंचार्ज ने कहा कि स्कूल में बच्चा गिरा जरूर था और मामूली चोटें आई है। लेकिन स्कूल टीचर ने फर्स्ट ऐड करनी चाही तो उसके परिजन उसे घर ले गए। परिजनों द्वारा लगाए गए आरोप निराधार हैं। नियाणा गाव के सरपंच जयनारायण नंबरदार ने कहा कि अगर वास्तव में स्कूल प्रशासन की ऐसी कोई लापरवाही बरती है तो हम सोमवार को स्कूल में जाकर पूरे मामले की जाच करेंगे और दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की माग करेंगे।
नियाणा गाव के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य विजेंद्र राणा ने कहा कि उक्त छात्र शौचालय के लिए जा रहा था। रास्ते में ईंटे पड़ी होने के कारण छात्र गिर गया। जिसके बाद स्कूल टीचर ने छात्र की मरहम पट्टी करके उसके परिजन को सूचित कर दिया परिजनों के द्वारा लगाए गए आरोपों में कोई दम नहीं है।