भाजपा नेता व उसकी पत्नी पर दर्ज मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित

ठेकेदार की शिकायत पर ब्लैकमेल कर रुपये मांगने का किया गया था मामला दर्ज

By JagranEdited By: Publish:Fri, 21 Jan 2022 07:35 PM (IST) Updated:Fri, 21 Jan 2022 07:35 PM (IST)
भाजपा नेता व उसकी पत्नी पर दर्ज मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित
भाजपा नेता व उसकी पत्नी पर दर्ज मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित

-ठेकेदार की शिकायत पर ब्लैकमेल कर रुपये मांगने का किया गया था मामला दर्ज

संवाद सहयोगी, हांसी : चर्चित काली देवी रोड निर्माण में भ्रष्टाचार के आरोप लगाने वाले भाजपा नेता पूर्व पार्षद व उनकी पत्नी पर शहर थाने में मामला दर्ज किया गया था। मामला ब्लैकमेल कर रुपये मांगने की धाराओं के तहत दर्ज किया गया था। अब मामले की जांच के लिए एसपी द्वारा एसआईटी टीम का गठन किया है। एसआईटी द्वारा दोबारा से मामले की जांच की जाएगी। पूर्व पार्षद सीमांत चौधरी और उसकी पत्नी मोना चौधरी पर मामला दर्ज होने के बाद सीमांत चौधरी और प्रवीण तायल समेत कई लोगों ने हांसी एसपी से मुलाकात की थी। उन्होंने कहा था कि ठेकेदार द्वारा जिस रोड का निर्माण करवाया गया था उसके सैंपल फेल आए हैं। कार्रवाई से बचने के लिए उसके खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है। एसपी नितिका गहलोत द्वारा जांच करने के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। मुकेश बंसल की शिकायत पर शहर थाने में मामला दर्ज किया गया था। ठेकेदार के द्वारा सीमांत चौधरी व उनकी पत्नी मोना चौधरी के खिलाफ ब्लैकमेल कर व जान से मारने की धमकी देने की शिकायत गृह मंत्री अनिल विज को भेजी गई थी। गृह मंत्री द्वारा शिकायत को हिसार आईजी को भेज जांच करने के आदेश दिए गए थे। आईजी के आदेश पर डीएसपी विनोद शंकर द्वारा मामले की जांच कर पूर्व पार्षद पति, पत्नी पर मामला दर्ज करने के आदेश दिए गए थे। पुलिस द्वारा सीमांत चौधरी व मोना चौधरी सहित 8-10 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। ठेकेदार मुकेश बंसल द्वारा गृह मंत्री का दी गई शिकायत में कहा गया था उनकी फर्म द्वारा हांसी में काली देवी मंदिर से विश्वकर्मा चौक तक रोड बनाने का काम कर रही है। लेकिन इस काम में कमियां बताते हुए वार्ड 18 की पूर्व पार्षद मोना चौधरी, उनके पति सीमांत चौधरी द्वारा गिरोहबंदी करके लगातार उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा है। आरोपियों द्वारा लगातार उनके काम में कमी बताकर अलग-अलग विभागों में शिकायत दी जा रही है। वे निर्माण कार्य घटिया होने का आरोप लगा रहे हैं, जबकि जांच में उनका काम सही पाया गया है। मुकेश बंसल के अनुसार जेई जितेंद्र खांडा, जेई राहुल व लाइट इंस्पेक्टर संदीप ने उसको बताया कि सीमांत चौधरी शिकायत वापस लेने के लिए एक करोड़ की रकम मांग रहा है। जब उसने इस बारे में सीमांत चौधरी से बात की तो उसने पैसे मांगे और कहा कि अगर पैसे नहीं दोगे तो तुम्हे हांसी में कोई काम नहीं करने दूंगा और तुम्हारे खिलाफ इसी प्रकार झूठी शिकायतें करता रहूंगा, झूठे मुकदमे दर्ज करवादूंगा। पैसे न देने की एवज में मुझे जान से मारने व किडनैप करने की धमकी भी दी गई।

निष्पक्ष जांच की जाएगी : एसपी

जब इस बारे में हांसी की एसपी नितिका गहलोत से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस मामले में एसआईटी का गठन कर दिया गया है। मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी। एसआईटी आर्थिक अपराध शाखा इंचार्ज कृष्ण इंस्पेक्टर, शहर थाना प्रभारी विकास कुमार के नेतृत्व में जांच की जाएगी।

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