गणतंत्र दिवस 2022 : हिसार में डा. शिल्पी मरणोपरांत सम्मानित, डा. रमेश पूनिया फिर दरकिनार

गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्‍य में एपिडेमियोलाजिस्ट डा. शिल्पी को मरणोपरांत यह सम्मान दिया जाएगा। वहीं कोरोना काल में कोरोना वारियर्स रहे और कई संस्था से सम्मानित हो चुके डा. रमेश पूनिया को एक बार फिर से स्वास्थ्य विभाग ने दरकिनार कर दिया है।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Wed, 26 Jan 2022 08:01 AM (IST) Updated:Wed, 26 Jan 2022 08:01 AM (IST)
गणतंत्र दिवस 2022 : हिसार में डा. शिल्पी मरणोपरांत सम्मानित, डा. रमेश पूनिया फिर दरकिनार
महावीर स्टेडियम में आज उपायुक्त की तरफ से कोरोना वारियर्स को सम्मानित किया जा रहा है

जागरण संवाददाता, हिसार। गणतंत्र दिवस पर 26 जनवरी को महावीर स्टेडियम में आज उपायुक्त की तरफ से कोरोना वारियर्स को सम्मानित किया जा रहा है। इनमें एपिडेमियोलाजिस्ट डा. शिल्पी को मरणोपरांत यह सम्मान दिया। वहीं कोरोना काल में कोरोना वारियर्स रहे और कई संस्था से सम्मानित हो चुके डा. रमेश पूनिया को एक बार फिर से स्वास्थ्य विभाग ने दरकिनार कर दिया है। सीएमओ ने जिला प्रशासन को जिन हेल्थ कर्मियों की लिस्ट भेजी है।

उनमें डाक्टर रमेश पूनिया का नाम फिर से गायब कर दिया गया है। गौरतलब है कि पिछले साल भी कोराना काल में अपनी ड्यूटी से भी आगे बढ़कर काम करने वाले बायोलाजिस्ट डा. रमेश पूनिया को सम्मानित होने वाले हेल्थ कर्मियों की लिस्ट से गायब कर दिया गया था। गौरतलब है कि डा. रमेश पूनिया ने मार्च 2020 से लेकर अब तक कोरोना काल में कई कार्य किए हैं।

जिसके लिए उन्हें सामाजिक संस्थाओं ने कोरोना वारियर के तौर पर सम्मानित भी किया है। लेकिन प्रशासन और हेल्थ विभाग द्वारा लगातार दूसरी बार उन्हें दरकिनार किया गया है। रमेश पूनिया ने कोरोना काल में मरीजों की हर संभव मदद की थी।

उन्होंने एक बार एक संकर्मित को लिफ्ट देने वाले युवक का पता लगाने के लिए शहर के करीब 200 सीसीटीवी कैमरे खंगाल दिए थे। वहीं हिसार में पहली कोरोना संक्रमित महिला के घर को सैनिटाइज करना, उनके घर से कूड़ा उठाना आदि कार्य भी उन्होंने किए हैं। उन्होंने ओवरचार्जिंग के मामलों में कई लोगों को पैसे वापस दिलवाए हैं। हालांकि वह विवादों में भी रहे हैं।

उन्हें एक रसूखदार युवक का कोरोना सैंपल करवाने पर एक बार कार्यभार से हटा दिया गया था। हाल ही में सीएमओ द्वारा कोविङ कार्यों के लिए जिन कर्मियों की टीम बनाई गई थी। उनमें से भी उनका नाम हटा दिया गया था। हालांकि मीडिया में खबरें आने के बाद उन्हें डेड बाडी मैनेजमेंट का कार्य दिया गया था। उपायुक्त की ओर से महावीर स्टेडियम में ग्रामीण क्षेत्रों में 100 प्रतिशत वैक्सीन लगाने में अहम भूमिका निभाने वाले वाले हेल्थ कर्मियों को भी सम्मानित किया जा रहा है।

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