OPD देख रहा था कोरोना पॉजिटिव डॉक्‍टर, टीम को बोले- कुछ नहीं हुआ तुमसे ज्‍यादा स्‍वस्‍थ हूं

हिसार में डाबड़ा चौक पुल के पास स्थित एक निजी अस्पताल के संचालक डाक्टर कोरोना का सैंपल कराने के बाद भी क्वारंटाइन ना होकर ओपीडी चला रहा था। इस बात को लेकर खूब हंगामा हुआ।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Sun, 13 Sep 2020 09:36 AM (IST) Updated:Sun, 13 Sep 2020 11:57 AM (IST)
OPD देख रहा था कोरोना पॉजिटिव डॉक्‍टर, टीम को बोले- कुछ नहीं हुआ तुमसे ज्‍यादा स्‍वस्‍थ हूं
OPD देख रहा था कोरोना पॉजिटिव डॉक्‍टर, टीम को बोले- कुछ नहीं हुआ तुमसे ज्‍यादा स्‍वस्‍थ हूं

हिसार, जेएनएन। डाबड़ा चौक पुल के पास स्थित एक निजी अस्पताल के संचालक डाक्टर कोरोना का सैंपल कराने के बाद भी क्वारंटाइन ना होकर ओपीडी चला रहा था। उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई, इसके बावजदू वह मरीजों की जांच कर रहा था। शनिवार दोपहर डा. रमेश पूनिया टीम के साथ क्वारंटाइन का पोस्टर चस्पा करने अस्पताल पहुंचे तो यहां हंगामा हो गया।

टीम जब यहां पहुंची तो देखा अस्पताल खुला था और 30-40 मरीज परिसर में बैठे हुए थे। जिस डाक्टर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी वह मरीजों की जांच कर रहे थे। उसके पिता मेडिकल पर बैठे थे। डा. रमेश ने डाक्टर को कोरोना पॉजिटिव होने की रिपोर्ट दिखाई तो उसने हंगामा खड़ा कर दिया। उसने कहा कि रिपोर्ट में किसी ओर का नाम है।

थोड़ी देर बाद विभाग की टीम नाम दुरुस्त करवाकर दोबारा पहुंची, लेकिन अस्पताल संचालक ने फिर विरोध किया। उसने कहा कि मैंने तो सैंपल ही नहीं करवाया, तो रिपोर्ट कहां से आ गई। डा. पूनिया का आरोप है कि अस्पताल संचालक ने उनके साथ बहस की और गाड़ी से भागने की भी कोशिश की। डा. पूनिया ने बताया कि अस्पताल संचालक की पत्नी भी 10 दिन पहले कोरोना पॉजिटिव आ चुकी है।

एसपी को दी मामले की शिकायत, मौके पर पहुंची पुलिस

अस्पताल संचालक द्वारा रिपोर्ट को अपनी न मानने पर और बहस करने पर डा. रमेश पूनिया ने एसपी को मामले की शिकायत की। अर्बन एस्टेट थाने से एसएचओ सहित अन्य पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। इसके बाद विभाग की टीम ने अस्पताल को 48 घंटे के लिए बंद करवाकर गेट पर क्वारंटाइन का पोस्टर चस्पा कर दिया। डा. पूनिया ने आइएमए के पदाधिकारियों को भी मामले शिकायत दी है। वहीं अस्पताल संचालक को अस्पताल में ही आइसोलेट कर दिया है।  

डाक्टर का आरोप - सैंपल ही नहीं करवाया तो रिपोर्ट कैसे आ गई

निजी अस्पताल के संचालक का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से जो कर्मचारी उनके पास आए, वो कोरोना की रिपोर्ट लेकर आए थे, जिसमें उनका नाम नहीं था, इसके बाद वो दोबारा रिपोर्ट लेकर आए। साथ में पुलिस भी थी। डाक्टर का आरोप है कि टीम ने मरीजों को वहां से भगा दिया। अस्पताल संचालक का कहना है कि उन्होंने सैंपल ही नहीं करवाया तो उनकी कोरोना की रिपोर्ट ही कैसे आ सकती है।

हिसार में पहले भी हो चुके ऐसे ही विवाद

कोरोना पॉजिटिव मिलने के बावजूद भी नियमों का पालन नहीं करने का हिसार में ये कोई पहला मामला नहीं है बल्कि इससे पहले भी ऐसा हो चुका है। सबसे पहले एक रसूखदार नेता के घर पर डॉक्‍टर रमेश पूनिया क्‍वारंटाइन पोस्‍टर लगाने पहुंचे थे। नेता पॉजिटिव या हैं या नेगेटिव इस बात को लेकर संशय बना हुआ था। इस पर रसूखदार नेता ने क्‍वारंटाइन पोस्‍टर लगवाने से इन्‍कार कर दिया और यह विवाद बहुत ज्‍यादा बढ़ गया था। डॉक्‍टर पूनिया से चार्ज भी छीन लिया गया था। इसके बाद हाल में ही जीआरपी पुलिस के डीएसपी के पॉजिटिव मिलने पर जब स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की टीम उनके घर पर क्‍वारंटाइन पोस्‍टर लगाने पहुंची तो डीएसपी ने फोन पर गालियां देना शुरू कर दिया। उनकी पत्‍नी ने भी बेहद बुरा व्‍यवहार किया। यह मामला भी बेहद तूल पकड़ लिया था।

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