यहां सिर्फ कचरा ही दिखाई देता है..
कोरोना काल में सरकार द्वारा प्रतिदिन सफाई को लेकर हिदायत दी जाती है। इसके अलावा डेंगू मलेरिया चिकनगुनिया जैसी भयंकर बीमारियां भी पनप रही हैं। इनका मूल कारण गंदगी ही है।
संवाद सहयोगी, उकलाना मंडी : नगरपालिका उकलाना क्षेत्र में सफाई व्यवस्था बदतर हो गई है। हर तरफ गंदगी के ढेर लगे हैं। स्थानीय निवासी अधिकारियों से शिकायत करके थक चुके हैं, लेकिन उनकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही। 2-3 दिन सफाई कर्मचारी दिखाई दिए, लेकिन बाद में स्थिति फिर पहले जैसी हो गई।
कोरोना काल में सरकार द्वारा प्रतिदिन सफाई को लेकर हिदायत दी जाती है। इसके अलावा डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी भयंकर बीमारियां भी पनप रही हैं। इनका मूल कारण गंदगी ही है।
यहां सिर्फ कचरा ही दिखाई देता
- नगरपालिका के वार्ड नंबर 7 में स्थित पुरानी अनाज मंडी, भारतीय स्टेट बैंक के पीछे वाली गली और राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय समेत अनेक ऐसी जगह हैं, जहां सिर्फ कूड़ा-करकट व गंदगी देखने को मिलती है। जब इस संबंध में सफाई ठेकेदार और प्रशासनिक अधिकारियों से बात की जाती है तो आश्वासन देकर टाल दिया जाता है।
वार्ड नंबर 7 स्थित राजकीय कन्या स्कूल के पास लगती सड़क, जो रेलवे स्टेशन की तरफ जाती है, उस पर कचरे के ढेर लगे हैं। वार्डवासी कई बार इसको लेकर रोष प्रदर्शन कर चुके हैं। इस जगह पर लड़कियों के स्कूल समेत 2-3 सामाजिक-धार्मिक संस्थाओं के भवन भी बने हुए हैं। इसके बावजूद सफाई पर ध्यान नहीं दिया जा रहा।
मनमर्जी से सफाई करते हैं कर्मचारी
पुरानी अनाज मंडी में भी कूड़े के ढेर लगे हैं। स्थानीय निवासी शंकर बाबा, अनिल बंसल, पुष्कर सिगला, राजेंद्र शर्मा, गौरव लोहिया, रमेश गोयल, अशोक गोयल, सतीश दनौदा आदि का कहना है कि मंडी में सफाईकर्मी मनमर्जी से काम करते हैं। कभी-कभी सफाई का कार्य 2-3 दिन के अंतराल में होता है तो कभी कई दिनों सफाई कर्मचारी नहीं, कूड़ा नजर आता है। उन्होंने नपा प्रशासन और एसडीएम बरवाला से गुहार लगाई है कि समस्या का जल्द समाधान करवाया जाए, ताकि लोगों को स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण मिल सके।
डंपिंग बंद होने से परेशानी
सफाई ठेकेदार संजीव कुमार ने बताया कि पिछले 4 दिनों से डंपिग बंद होने के कारण कूड़ा डालने में दिक्कतें हो रही हैं। कूड़े को करीब 18 किमी दूर बरवाला जाकर डंप करना पड़ता है। यही वजह है कि शहर में रोजाना कूड़ा नहीं उठ रहा है। जल्द ही थोड़ा-थोड़ा करके सारा कूड़ा उठवाकर डंप करवा दिया जाएगा। 20 सफाईकर्मी इस काम के लिए लगे हुए हैं।
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नगरपालिका के सैनेटरी इंस्पेक्टर दीपक ने बताया कि पहले कूड़े की डंपिग उकलाना गांव के पास की जाती थी, वहां पर लोगों ने कुछ दिनों से डंप करना बंद करवा दिया है। जिसके कारण परेशानी हो रही है। 1-2 दिन में इस समस्या का समाधान करवा दिया जाएगा।