एचएयू में लगेगा एक मेगावाट का सौर ऊर्जा संयंत्र, सस्ते रेट पर मिलगी बिजली

विश्वविद्यालय में एक मेगावाट का सौर ऊर्जा संयंत्र लगाया जाएगा। इसका सारा खर्च कंपनी द्वारा वहन किया जाएगा। संयंत्र लगने के बाद विश्वविद्यालय को सालाना करीब 65 लाख रुपये से अधिक की बचत होगी और करीब 3 रुपये 33 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली मिलेगी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Oct 2020 07:41 AM (IST) Updated:Tue, 27 Oct 2020 07:41 AM (IST)
एचएयू में लगेगा एक मेगावाट का सौर ऊर्जा संयंत्र, सस्ते रेट पर मिलगी बिजली
एचएयू में लगेगा एक मेगावाट का सौर ऊर्जा संयंत्र, सस्ते रेट पर मिलगी बिजली

जागरण संवाददाता, हिसार : पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कदम बढ़ाते हुए एचएयू एक नई पहल करने जा रहा है। इसके तहत अब जल्द ही चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में विद्युत उपकरण सौर ऊर्जा से उत्पन्न बिजली से संचालित होंगे। इसके लिए विश्वविद्यालय व सुखबीर एग्रो एनर्जी लिमिटिड (भारत सौर ऊर्जा निगम से अधिकृत) व हरियाणा अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी (हरेड़ा) के बीच एक बिजली खरीद करार (पावर पर्चेज एग्रीमेंट) हुआ है।

इसके तहत विश्वविद्यालय में एक मेगावाट का सौर ऊर्जा संयंत्र लगाया जाएगा। इसका सारा खर्च कंपनी द्वारा वहन किया जाएगा। संयंत्र लगने के बाद विश्वविद्यालय को सालाना करीब 65 लाख रुपये से अधिक की बचत होगी और करीब 3 रुपये 33 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली मिलेगी। सोलर ऊर्जा संयंत्र लगने के बाद एचएयू सालाना 13 लाख 70 हजार यूनिट बिजली उत्पन्न करेगा। संपदा अधिकारी एवं मुख्य अभियंता भूपेंद्र सिंह ने बताया कि सरकारी भवनों पर लगाया जाने वाला इस तरह का यह प्रदेश का पहला सौर ऊर्जा संयंत्र होगा।

25 वर्षो तक कंपनी की होगी जिम्मेदारी

इन संयंत्रों की देखरेख का जिम्मा कंपनी का होगा। अगले 25 वर्षो तक कंपनी ही इन सौर ऊर्जा संयंत्रों को चलाएगी व उनकी देखभाल करेगी। समयावधि पूरी होने पर संयंत्र विश्वविद्यालय की संपत्ति हो जाएगा।

प्रति महीना एक लाख यूनिट बिजली की होगी बचत

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर समर सिंह ने बताया कि सौर ऊर्जा संयंत्र लगने के बाद यह पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अहम कदम है। इसे विश्वविद्यालय के सभी भवनों की छतों पर लगाया जाएगा। इससे विवि की प्रति यूनिट बिजली की दर भी कम हो जाएगी। अभी तक दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम से प्रति यूनिट बिजली का खर्च करीब 6.40 रुपये के हिसाब से हो रहा है। इससे प्रति महीना करीब एक लाख यूनिट बिजली की बचत होगी।

इनकी मौजूदगी में हुआ करार

बिजली खरीद करार (पावर पर्चेज एग्रीमेंट) के साइन करते समय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. समर सिंह की उपस्थिति में विश्वविद्यालय की ओर से संपदा अधिकारी एवं मुख्य अभियंता भूपेंद्र सिंह, उप मंडल अधिकारी सोमवीर गहलावत और सुखबीर एग्रो एनर्जी लिमिटेड की ओर से मुख्य कार्यकारी अधिकारी खालिद नदीम, उप प्रबंधक अनिल यादव शामिल थे। इनके अलावा विश्वविद्यालय के सभी महाविद्यालयों के अधिष्ठाता, निदेशक एवं विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।

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