समस्या का समाधान किए बगैर ही सीएम विडो पर दर्ज कराई गई शिकायत को बंद करके अधिकारी कर रहे हैं मनमानी

संवाद सहयोगी बरवाला प्रदेश सरकार द्वारा आमजन की समस्याओं के समाधान के लिए शुरू की गई स

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Jan 2021 07:27 AM (IST) Updated:Sat, 23 Jan 2021 07:27 AM (IST)
समस्या का समाधान किए बगैर ही सीएम विडो पर दर्ज कराई गई शिकायत को बंद करके अधिकारी कर रहे हैं मनमानी
समस्या का समाधान किए बगैर ही सीएम विडो पर दर्ज कराई गई शिकायत को बंद करके अधिकारी कर रहे हैं मनमानी

संवाद सहयोगी, बरवाला : प्रदेश सरकार द्वारा आमजन की समस्याओं के समाधान के लिए शुरू की गई सीएम विडो योजना का सरकारी विभाग किस तरह दुरुपयोग करते हुए शिकायत का समाधान किए बगैर शिकायत को बंद कर देते हैं। इसका एक उदाहरण बरवाला में सामने आया है। दरअसल, बरवाला के वार्ड नंबर तीन निवासी मुकेश कुमार हंदूजा द्वारा सीएम विडो पर एक शिकायत दर्ज करवाई गई थी। उसका निपटान किए बगैर ही सीएम विडो पर दर्ज कराई गई शिकायत को बंद कर दिया गया। इस शिकायत पर जो एक्शन टेकन रिपोर्ट दी गई है उस पर विशिष्ट नागरिक राजपाल सिंह द्वारा यह स्पष्ट रूप से अंकित किया गया है कि शिकायतकर्ता संतुष्ट नहीं है। इसके बावजूद भी इस शिकायत को मार्केट कमेटी बरवाला के एक अधिकारी द्वारा यह लिखकर बंद कर दिया गया कि शिकायतकर्ता बार-बार शिकायत करता है। अब मुकेश कुमार ने एक बार फिर सीएम विडो पर एक और शिकायत दर्ज कराई है। जिसमें उसने अपनी वही पुरानी शिकायत को खोलने और उसकी सही तरीके से जांच करवाकर उसे न्याय प्रदान किए जाने की मांग की गई है। मुकेश कुमार ने अपनी इस शिकायत में कहा है कि उसकी समस्या को हल किए बिना ही उसकी सीएम विडो पर दर्ज कराई गई शिकायत को बंद कर दिया गया है जो कि किसी भी लिहाज से उचित नहीं है। इतना ही नहीं मार्केट कमेटी बरवाला द्वारा अपने द्वारा जारी किए गए पत्र की भी अवहेलना की जा रही है।

यह है बरवाला की सब्जी मंडी में दुकान को खुली बोली पर लेने का मामला शिकायतकर्ता ने अपनी इस लिखित शिकायत में कहा कि हरियाणा स्टेट एग्रीकल्चर मंडी बोर्ड की बरवाला में नई सब्जी मंडी में शॉप नंबर 13 उन्होंने खुली बोली पर ली थी। नियमानुसार सभी किश्तों का बिना ब्याज के भुगतान समय पर कर दिया गया था। इतना ही नहीं मार्केट कमेटी बरवाला ने 13 मई 2005 को मार्केट कमेटी के मुख्य प्रशासक पंचकूला को एक पत्र संख्या 419 भी जारी किया था। जिसमें यह स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि सभी किश्तों का भुगतान निर्धारित समय पर किया गया है। इसके बाद 2008 में मार्केट कमेटी बरवाला द्वारा एक पत्र अलाटी को भेजा गया। जिसमें अलाटी की तरफ एक लाख 32 हजार 417 रुपए बकाया ब्याज दर्शाया गया। अब मार्केट कमेटी बरवाला उपरोक्त ब्याज राशि को मूल राशि दर्शा कर उस पर भारी-भरकम ब्याज फिर पैनल ब्याज लगाकर उपभोक्ता को नाजायज रूप से परेशान किया जा रहा है। अपने ही पूर्व में जारी किए गए पत्रों को दरकिनार कर रही है मार्केट कमेटी--- इसके अलावा मार्केट कमेटी बरवाला द्वारा अपने ही पूर्व में जारी किए गए पत्रों को दरकिनार किया जा रहा है और उन पत्रों को ही मानने से इनकार किया जा रहा है। जबकि मार्केट कमेटी पहले से ही यह कह चुकी है कि सभी किश्तों का भुगतान निर्धारित समय पर किया गया है। शिकायतकर्ता का कहना है कि जो बकाया ब्याज है। जिसकी राशि एक लाख 32 हजार 417 रुपए है वह भरने को तैयार है। परंतु विभाग द्वारा सरासर ज्यादती की जा रही है।

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