एनएसयूआइ ने जीजेयू के गेट के सामने किया प्रदर्शन

गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय में बीसीए के विद्यार्थियों को मेजर प्रोजेक्ट के नाम पर चार हजार रुपये जमा करवाने के आदेश जारी किए थे। एनएसयूआइ ने ज्ञापन के माध्यम से फीस वापस करने की मांग की थी पर विवि प्रशासन ने फीस वापस करने की जगह इसे कम करके 1250 रुपये कर दिया जो कि गलत है। विद्यार्थियों को पूर्व में ऐसी कोई जानकारी नहीं थी। जो फीस गुरु जंभेश्वर विवि द्वारा ली जा रही है प्रदेश में किसी भी विश्वविद्यालय में नहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Sep 2020 08:31 AM (IST) Updated:Sat, 19 Sep 2020 08:31 AM (IST)
एनएसयूआइ ने जीजेयू के गेट के सामने किया प्रदर्शन
एनएसयूआइ ने जीजेयू के गेट के सामने किया प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, हिसार : नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआइ) ने शुक्रवार को गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय के गेट के सामने यूपीएससी, की-बोर्ड, मॉनिटर और माउस लेकर प्रदर्शन किया। इसका नेतृत्व प्रदेश महासचिव विकास टाक व जिलाध्यक्ष विक्रम सिघरान ने किया।

विकास टाक ने कहा कि गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय में बीसीए के विद्यार्थियों को मेजर प्रोजेक्ट के नाम पर चार हजार रुपये जमा करवाने के आदेश जारी किए थे। एनएसयूआइ ने ज्ञापन के माध्यम से फीस वापस करने की मांग की थी, पर विवि प्रशासन ने फीस वापस करने की जगह इसे कम करके 1250 रुपये कर दिया, जो कि गलत है। विद्यार्थियों को पूर्व में ऐसी कोई जानकारी नहीं थी। जो फीस गुरु जंभेश्वर विवि द्वारा ली जा रही है, प्रदेश में किसी भी विश्वविद्यालय में नहीं है।

विक्रम सिघरान ने कहा कि बीसीए जैसे कोर्स के लिए प्रोजेक्ट के नाम पर कोई फीस नहीं होती। ना कभी विश्वविद्यालय ने पिछले तीन वर्षो में कालेजों को इस फीस के बारे में बताया। इस फीस के चलते विद्यार्थियों को मानसिक परेशानी से भी गुजरना पड़ रहा है। विद्यार्थी एक बार वाइवा व प्रैक्टिकल दे चुके हैं। अब उन्हें दोबारा से प्रैक्टिकल देने के लिए कहा जा रहा है। कॉलेज प्रशासन व विश्वविद्यालय द्वारा विद्यार्थियों पर दबाव बना कर फीस जमा करवाने का काम किया जा रहा है। विकास ने मांग करते हुए कहा कि तुरंत प्रभाव से बीसीए छठे सेमेस्टर में प्रोजेक्ट के नाम पर फीस का फरमान वापस लिया जाए। साथ ही जिन विद्यार्थियों ने दबाव में आकर फीस भर दी है, उन्हें यह वापस लौटाई जाए। इस अवसर पर युवा कांग्रेस प्रदेश सचिव मनोज टाक माही, हर्षित लांबा, संदीप काकू, कृष्ण गैदर, नरेंद्र नंदू, अज्जू बिश्नोई, आदर्श, प्रदीप टाक आदि उपस्थित रहे।

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