मेजर बेटे की ऐसे हुई मौत कि मां व रिटायर्ड सैनिक पिता ने राष्ट्रपति से मांगी इच्छा मृत्यु

पूर्व सैनिक व एक महिला ने सेना में भर्ती हुए आगरा ट्रेनिंग पर गए अपने बेटे को खो दिया। ट्रेनिंग पूरी होते ही उसे ज्वाइन करना था आरोप‍ है कि उसकी संदिग्ध हालत में हत्या कर दी गई

By Manoj KumarEdited By: Publish:Tue, 15 Sep 2020 10:48 AM (IST) Updated:Tue, 15 Sep 2020 10:48 AM (IST)
मेजर बेटे की ऐसे हुई मौत कि मां व रिटायर्ड सैनिक पिता ने राष्ट्रपति से मांगी इच्छा मृत्यु
मेजर बेटे की ऐसे हुई मौत कि मां व रिटायर्ड सैनिक पिता ने राष्ट्रपति से मांगी इच्छा मृत्यु

भिवानी, जेएनएन। भिवानी शहर की डिफेंस कालोनी निवासी एक पूर्व सैनिक व एक महिला ने सेना में भर्ती हुए आगरा ट्रेनिंग पर गए अपने बेटे को खो दिया। ट्रेनिंग पूरी होते ही उसे ज्वाइन करना था, आरोप‍ है कि उसकी संदिग्ध हालत में हत्या कर दी गई। आगरा में हुई बेटे की हत्या के बाद मां व पिता सहित पूरा परिवार इंसाफ के लिए भटक रहा है, लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस कार्रवाई करने को तैयार नहीं। कोर्ट के आदेश के बाद भी पुलिस ढिलाई बरत रही है। अब आहत मां व पिता ने सोमवार को भिवानी के उपायुक्त व एसपी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर इंसाफ ना मिलने पर इच्छा मृत्यु मांगी है।

भिवानी की डिफेंस कालोनी निवासी संतोष ने प्रशासन को सौंपे गए ज्ञापन में बताया कि उसका पति ओमप्रकाश भूतपूर्व सैनिक है। उसने कहा कि उसका बेटा वीरेंद्र देश भक्त था। वह सेना में मेजर के पद पर भर्ती हुआ। आगरा में पिछले साल उसकी ट्रेनिंग चली। संतोष ने बताया कि उसके बेटे की ट्रेनिंग होने पर उसे नेरून बेरट मिल गई और उसे लखनऊ भेजा जाना था। 24 सितंबर 2019 को उसके बेटे वीरेंद्र की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। उसे आगरा से दिल्ली अस्पताल में भर्ती करवाया गया, लेकिन उसकी हालत के बारे में परिजनों तक को सूचना नही दी।

एक अज्ञात व्यक्ति ने 24 सितंबर 2019 को ही फोन कर पूछा कि वीरेंद्र की हालत कैसी है। इस पर पूरा परिवार चौंक पड़ा। उसने कहा कि वीरेंद्र को आगरा से दिल्ली के अस्पताल में रेफर किया गया है। वहां पहुंचे तो उसकी मौत हो चुकी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टरों ने बताया कि हथियार से हमला किया गया था। हड्डियां टूटी हुई थी और फेफड़ों पर भी चोट थी, जिस कारण उसकी मौत हुई।

इसके आधार पर पीडि़त परिवार ने आगरा कोर्ट की शरण लेकर हत्या का मामला दर्ज करवाया, लेकिन आगरा पुलिस ने एक साल बाद भी कोई कार्रवाई नही की। अब पीडि़त परिवार ने भिवानी के डीसी व एसपी के माध्यम से राष्ट्रपति, उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ को ज्ञापन भेजकर इच्छा मृत्यु मांगी है।

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