तंवर फार्म हाउस पर मिर्चपुर के विस्थापित ने किया हंगामा

लिहाजा तंवर फार्म हाउस के प्रबंधन ने इस भवन को तोड़ना शुरू कर दिया। यह काम शुरू ही किया था कि सत्यभान ने चंडीगढ़ उच्चाधिकारियोंको फोन कर दिया। आनन-फानन में जिला प्रशासन को उच्चाधिकारियों ने मामले पर त्वरित संज्ञान लेने के निर्देश दिए।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 06:33 AM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 06:33 AM (IST)
तंवर फार्म हाउस पर मिर्चपुर के विस्थापित ने किया हंगामा
तंवर फार्म हाउस पर मिर्चपुर के विस्थापित ने किया हंगामा

जागरण संवाददाता, हिसार : कैमरी रोड स्थित तंवर फार्म हाउस में मिर्चपुर विस्थापित सत्यभान को निकालने को लेकर रविवार को हंगामा खड़ा हो गया। मिर्चपुर विस्थापित सत्यभान फार्म हाउस में ही कंडम भवन में रह रहा था। उससे कई बार भवन खाली करने को कहा, मगर वह खाली प्लॉटों में मकान बनाकर देने की मांग करने लगा। लिहाजा तंवर फार्म हाउस के प्रबंधन ने इस भवन को तोड़ना शुरू कर दिया। यह काम शुरू ही किया था कि सत्यभान ने चंडीगढ़ उच्चाधिकारियोंको फोन कर दिया। आनन-फानन में जिला प्रशासन को उच्चाधिकारियों ने मामले पर त्वरित संज्ञान लेने के निर्देश दिए। जिस पर एसडीएम अश्वीर नैन को वहां भेजा गया। एसडीएम ने सत्यभान को समझाकर मामले को सुलझाया।

10 दिन का दिया गया है समय

मिर्चपुर कांड को 10 वर्ष का समय हो चुका है। अब विस्थापितों को सरकार ने प्लॉट भी अलॉट कर दिए हैं। ऐसे में तंवर फार्म हाउस खाली करने को लेकर विस्थापितों से कह दिया गया है। एसडीएम ने सत्यभान को 10 दिन का समय दिया है, ताकि वह इतने समय में अपनी झोपड़ी विस्थापितों के लिए बनाए गए पंडित दीनदयाल पुरम में स्थापित कर ले। वहां प्रशासन ने पानी आदि की व्यवस्थाएं करा दी हैं।

तंवर फार्म हाउस छोड़ने लगे विस्थापित

करीब 10 वर्ष तक खुले आसमान में कई मौसम झेल चुके मिर्चपुर विस्थापितों को पूर्व में तंवर फार्म प्रबंधन ने अस्थाई तौर पर आसरा दिया था। प्लॉट मिलने के बाद विस्थापितों ने पं. दीनदयाल पुरम में पलायन शुरू कर दिया है। सोमवार को चार से पांच परिवार अपने प्लॉटों पर पहुंच भी गए। बाकी परिवार अगले एक दो दिन में तंवर फार्म हाउस को अलविदा कह देंगे।

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भवन जर्जर हालत में है, कभी भी हादसा हो सकता है। ऐसे में सत्यवान को भवन खाली कर तंबू में रहने को कहा था ताकि इसकी मरम्मत हो सके। इस बात पर उसने शिकायत कर दी। मैंने कभी मिर्चपुर पीड़ितों को फार्महाउस से जाने को नहीं कहा।

- वेदपाल तंवर

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