भारत में चीनी एप से करोड़ों की विदेशी फंडिंग, हिसार में पकड़ी गई चीनी विन मनी एप की जालसाजी

देश में चीनी एप की मदद से करोड़ों रुपये की विदेशी फंडिंग हुई है। फंडिंग करने वाले देशों में खाड़ी देशों के साथ चीन भी शामिल है। पुलिस ने चीनी एप के हैंडलर गुजरात के सचिन व पिंटू राजपूत और जयपुर निवासी आकाश शर्मा को गिरफ्तार किया है।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Fri, 24 Jun 2022 09:54 AM (IST) Updated:Fri, 24 Jun 2022 09:54 AM (IST)
भारत में चीनी एप से करोड़ों की विदेशी फंडिंग, हिसार में पकड़ी गई चीनी विन मनी एप की जालसाजी
एसपी ने बताया चीनी विन मनी एप से बंगाल के धर्म विशेष के लोगों के खाते में ट्रांसफर हुई राशि

जागरण संवाददाता, हिसार : जनवरी 2022 से अप्रैल 2022 तक देश में चीनी एप की मदद से करोड़ों रुपये की विदेशी फंडिंग हुई है। फंडिंग करने वाले देशों में खाड़ी देशों के साथ चीन भी शामिल है। पुलिस ने चीनी एप के हैंडलर गुजरात के सचिन व पिंटू राजपूत और जयपुर निवासी आकाश शर्मा को गिरफ्तार किया है। इन लोगों ने चीनी एप के जरिए एक ही अकाउंट से 300 करोड़ रुपये का लेन-देन किया है। इन तीनों की गिरफ्तारी होते ही गिरोह से जुड़े कुछ लोग दुबई भाग गए। हिसार पुलिस को अभी तक की जांच में आरोपितों के तार टेरर फंडिग से भी जुड़े होने के संकेत मिले हैं।

पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह ने प्रेस कान्फ्रेंस कर बताया कि हिसार के पटेल नगर निवासी चंद्रशेखर 17 मई सिविल लाइन थाने में विन मनी एप के संचालकों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। चंद्रशेखर को एप में पैसे लगाकर मोटा ब्याज कमाने का लालच दिया गया था। वह विन मनी एप के चक्कर लाखों रुपये गवां चुका है। इस चीनी एप के गिरोह से जड़े लोगों ने एक बार में कम से कम 35 लाख रुपये और अधिकतम 50 लाख रुपये तक दूसरे बैैंक खातों में ट्रांसफर किए हैं। पुलिस की अभी तक की जांच में बंगाल में रहने वाले धर्म विशेष के कुछ लोगों के संदिग्ध बैैंक खाते सामने आए हैं।

इस गिरोह से जुड़े तीन आरोपितों गुजरात के सचिन और ङ्क्षपटू राजपूत और जयपुर निवासी आकाश शर्मा पर धारा 420, 406, 506, 120 बी के अंतर्गत केस दर्ज किया गया था। पुलिस टीम ने तीनों आरोपितों को 3,52,500 रुपये के साथ गिरफ्तार किया है। साथ ही उनके बैैंक खाते में 1 करोड़ 38 लाख रुपये फ्रीज करवाए हैं।

एप में लगाए पैसे सीधे महाराष्ट्र और ओडिशा के बाद बंगाल बैैंक खाते में गए

एसपी ने बताया कि जांच में पाया गया कि शिकायतकर्ता चंद्रशेखर ने विन मनी एप में जो पैसे लगाए वह महाराष्ट्र के बैंक खाते में गए। फिर वहां से पैसे ओडिशा के बैंक खाते में ट्रांसफर किए गए। अंत में धनराशि कोलकाता में एक संदिग्ध व्यक्ति के खाते में गई। वहां से पांच-पांच लाख रुपये करके राशि जयपुर निवासी आकाश शर्मा के खाते में भेजी गई। आकाश शर्मा क्रिप्टो करेंसी खरीदने-बेचने वाले बीनांस एप के माध्यम से करोड़ों रुपये इधर से उधर करता था। आकाश शर्मा के जयपुर में अलग-अलग बैंको में 13 बैंक खाते हैं। आरोपित आकाश ने बीनांस एप से हाल में 10 लाख रुपये के यूएसडीटी क्वाइन (क्रिप्टो करेंसी) उस संदिग्ध व्यक्ति के बैैंक खाते में डाले थे, जिसके एवज में उसे 2500 रुपये का कमीशन मिला था।

रुपये हेरफेर करने पर आकाश को मिला तीन लाख कमीशन

रिमांड के दौरान पुलिस टीम ने आकाश शर्मा द्वारा किए गए करोड़ों रुपये के घपले के एवज में उसे कमीशन के तौर पर मिले 3,02,500 रुपये कैश बरामद किया है। आकाश शर्मा यूएसडीटी क्वाइन को आनलाइन खरीदता और बेचता है, लेकिन कुछ संदिग्ध लोग यूएसडीटी क्वाइन को कैश में खरीदते और फिर उसे डिजिटल करेंसी में बदल देते हैं।

पैसे का लालच देकर खुलवाए गए गरीबों के बैैंक खातों से होती धोखाधड़ी

पुलिस जांच में सामने आया है कि धोखाघड़ी में प्रयोग होने वाले बैंक खाते अक्सर किसी गरीबों को थोड़े पैसे का लालच देकर खुलवाए गए हैैं और उनके एटीएम, चेक बुक और इंटरनेट बैंङ्क्षकग संबंधित दस्तावेज ले लेते हैं और बड़ी राशि के बैंक खाते फर्म के नाम होते हैं, जिन्हें कुछ संदिग्ध दुबई व अलग-अलग देशों में बैठकर संचालित करते हैं।

बैैंकों की मिलीभगत का अंदेशा

एसपी ने इस मामले में निजी बैंकों की मिलीभगत का भी अंदेशा जताया है, क्योंकि एक बार में इतनी बड़ी रकम का ट्रांजेक्शन होने और एक बैंक खाते से 300 करोड़ रुपये का लेन-देन होने के बाद भी बैंक अधिकारियों ने पुलिस को इसकी जानकारी नहीं दी।

इंटरपोल की मदद लेगी पुलिस

पुलिस को शक है कि चीनी एप चलाने वालों का नेटवर्क देश-विदेश में फैला है। पुलिस को शक है कि मामला खुलने के बाद गिरोह के कुछ सदस्य विदेश भाग गए हैं। हिसार पुलिस इसके लिए जल्द केंद्रीय गृह मंत्रालय के सहयोग से इंटरपोल से रेड कार्नर नोटिस जारी करवाएगी।

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