अब इस वजह से भूमि पैमाइश के लिए नहीं करना होगा लंबा इंतजार, ई-पैमाइश एप से ऐसे होगा काम

जिलावासियों को अब भूमि की पैमाइश के लिए लंबे इंतजार और अनाप-शनाप खर्च से मुक्ति मिलने जा रही है। यह संभव हुआ है नई टोटल सर्वे मशीन और ई-पैमाइश एप के माध्यम से। भूमि पैमाइश के कार्य को पारदर्शी व तीव्र बनाने के लिए प्रशासन की योजना 1 जून तक ई-पैमाइश एप लॉन्च करने की है

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 May 2018 05:01 PM (IST) Updated:Sat, 19 May 2018 05:02 PM (IST)
अब इस वजह से भूमि पैमाइश के लिए नहीं करना होगा लंबा इंतजार, ई-पैमाइश एप से ऐसे होगा काम
अब इस वजह से भूमि पैमाइश के लिए नहीं करना होगा लंबा इंतजार, ई-पैमाइश एप से ऐसे होगा काम

जेएनएन, हिसार : जिलावासियों को अब भूमि की पैमाइश के लिए लंबे इंतजार और अनाप-शनाप खर्च से मुक्ति मिलने जा रही है। यह संभव हुआ है नई टोटल सर्वे मशीन और ई-पैमाइश एप के माध्यम से। भूमि पैमाइश के कार्य को पारदर्शी व तीव्र बनाने के लिए प्रशासन की योजना 1 जून तक ई-पैमाइश एप लॉन्च करने की है जिसका फिलहाल परीक्षण चल रहा है। साथ ही राज्यसभा सदस्य डा. सुभाष चंद्रा द्वारा संचालित सुभाष चंद्रा फाउंडेशन द्वारा शुक्रवार को प्रशासन को नई टोटल सर्वे मशीन उपलब्ध करवाई गई है।

डा. सुभाष चंद्रा के निजी सचिव अनिल कुमार व टीम सदस्यों ने सीएसआर (कॉरपोरेट सोशल रिस्पोंसिबिलिटी) योजना के तहत शुक्रवार को उपायुक्त अशोक कुमार मीणा को उनके कार्यालय में नई टोटल सर्वे मशीन सौंपी। लगभग 7 लाख रुपये कीमत की इस आधुनिक मशीन से भूमि

की तेज गति से मार्किग व पैमाइश की जा सकती है। टोटल सर्वे मशीन का संचालन डीआइटीएस (जिला सूचना प्रोद्यौगिकी समिति) द्वारा किया जाएगा। 10 दिन में लॉन्च होगा ई-पैमाइश एप

उपायुक्त अशोक कुमार मीणा ने बताया कि भूमि पैमाइश के कार्य करवाने के लिए आमजन को न केवल लंबा इंतजार करना पड़ता था बल्कि बाजार में निजी कंपनियों के माध्यम से बहुत ज्यादा फीस देकर पैमाइश करवानी पड़ती थी। आमजन को इस समस्या से निजात दिलाने के लिए जिला में दो नए कार्य किए गए हैं। पहला, यहां ई-पैमाइश एप तैयार किया गया है जिसे अगले 10 दिनों में लॉन्च करने की योजना है, दूसरा जिला को नई टोटल सर्वे मशीन उपलब्ध हो गई है। पंजीकरण होते ही मिलेगी पैमाइश की तारीख :

उन्होंने बताया कि ई-पैमाइश एप किसी भी मोबाइल पर इंस्टॉल किया जा सकता है। इसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति अपनी भूमि की पैमाइश के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकता है। रजिस्ट्रेशन होते ही उसे पंजीकरण संख्या मिल जाएगी और उसी समय उसे मोबाइल पर यह संदेश मिलेगा कि वरिष्ठता के आधार पर उसकी भूमि पैमाइश किस तारीख को किस टीम द्वारा की जाएगी। यह प्रणाली पूरी तरह से पहले आओ पहले पाओ के आधार पर कार्य करेगी और इससे किसी सिफारिशी व्यक्ति की पैमाइश पहले करने की आशंकाएं भी खत्म हो जाएंगी। बाजार से आधी कीमत पर होगी पैमाइश :

उन्होंने बताया कि जिला में पहले से दो टोटल सर्वे मशीनें उपलब्ध हैं लेकिन पुरानी होने तथा उनकी कार्यक्षमता कम होने के चलते वे अपेक्षित तेजी से कार्य नहीं कर पा रही हैं। इसका गलत फायदा बाजार में निजी मशीनें रखने वाले लोग उठाते हैं और भूमि पैमाइश करवाने वाले व्यक्तियों से ज्यादा कीमत वसूलते हैं। नई व आधुनिक टोटल सर्वे मशीन मिली है जिससे भूमि पैमाइश का कार्य तेज गति से होगा। यदि जरूरत हुई तो जिला के लिए और मशीनें भी खरीदी जाएंगी। इस अवसर पर जिला सूचना अधिकारी एमपी कुलश्रेष्ठ, सुभाष चंद्रा के निजी सचिव अनिल कुमार, टीम सदस्य नरेंद्र दिनौदिया, विजयपाल व राधेश्याम आदि उपस्थित थे।

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