आइटीआइ कोर्स करने वाले विद्यार्थियों को अब माना जाएगा 10वीं और 12वीं के समकक्ष
दसवीं और बारहवीं करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। केवल हिंदी या अंग्रेजी किसी भी एक विषय की परीक्षा देने पर एचबीएसई द्वारा सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी का प्रमाण पत्र दिया जाएगा
हिसार, जेएनएन। आइटीआइ में प्रशिक्षण हासिल करने वाले विद्यार्थियों के लिए राहत भरी खबर है। अब आइटीआइ के कोर्स को दसवीं और बारहवीं के समकक्ष माना जाएगा। ऐसे में विद्यार्थियों को अलग से दसवीं और बारहवीं करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। केवल हिंदी या अंग्रेजी किसी भी एक विषय की परीक्षा देने पर उसे हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी द्वारा सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी का प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
राजकीय आइटीआइ हिसार की प्रधानाचार्या प्रेम किरा ने बताया कि विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव देवेंद्र सिंह और निदेशक टीएल सत्यप्रकाश काफी समय से इसको लेकर प्रयासरत थे। बातचीत के दौरान सभी तरह का मूल्यांकन करते हुए हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डा. जगबीर सिंह ने इसे स्वीकृति देते हुए इसका गजट नोटिफिकेशन जारी कर दिया है।
गौरतलब है कि कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग द्वारा प्रदेश में 167 राजकीय आइटीआइ हैं। वहीं 150 प्राइवेट आइटीआइ भी चलाई जा रही हैं। इन आइटीआइ में प्रतिवर्ष करीब 1.5 लाख विद्यार्थी विभिन्न कोॢसज में प्रशिक्षण हासिल करते हैं। यहां सबसे खास बात यह है कि आइटीआइ के 90 फीसद से अधिक कोर्स की प्रवेश पात्रता दसवीं होने के कारण प्रतिवर्ष लाखों विद्यार्थी आइटीआइ के कोर्सों में दाखिला लेते हैं। ऐसे में कोर्स के बाद इन विद्यार्थियों को सीनियर सेकेंडरी की परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती थी। इसके कारण काफी संख्या में विद्यार्थी बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद आइटीआइ करते थे। इसके कारण जहां विद्यार्थियों का कौशल विकास प्रभावित हो रहा था तो वहीं बोर्ड और विभाग को भी अनावश्यक परेशानी उठानी पड़ती थी।
प्रधानाचार्या ने बताया कि नोटीफिकेश में लिए गए निर्णय के अनुसार दसवीं के बाद दो वर्षीय कोर्स से बारहवीं के हीेदी या अंग्रेजी में से कोई एक भाषा उत्तीर्ण करने पर बोर्ड द्वारा संचालित 12वीं कक्षा के समकक्ष मान्यता प्रदान की जाएगी। कक्षा आठवीं के आधार पर प्रवेश उपरांत जिन कोर्स की समय अवधि दो वर्ष की है। ऐसे कोर्स को भी बोर्ड द्वारा संचालित दसवीं कक्षा के समकक्ष मान्यता इस शर्त पर प्रदान की जाएगी कि उन विद्यार्थियों द्वारा ङ्क्षहदी व अंग्रेजी दोनों भाषाओं की परीक्षा भिवानी बोर्ड से अतिरिक्त विषय के तौर पर उत्तीर्ण की हो। ऐसे परीक्षार्थियों को बोर्ड की 10वीं कक्षा के समकक्ष मान्यता दी जाएगी।
आठवीं के आधार पर जिस कोर्सेज की समय अवधि एक वर्ष है और 1 वर्ष की अप्रेंटिसशिप करवाई जाती है।1 वर्ष के प्रशिक्षण उपरांत विभाग द्वारा परीक्षा करवाकर प्रमाण पत्र दिया जाता है। उन विद्यार्थियों ने बोर्ड के सेकेंडरी परीक्षा में ङ्क्षहदी व अंग्रेजी दोनों भाषाओं से अतिरिक्त विषय के तौर पर परीक्षा उत्तीर्ण की हो तो उसे सेकेंडरी परीक्षा के समकक्ष मान्यता दी जाएगी।