करोड़ों निवेशकों का भरोसा जीतना जरूरी, उनकी बचत देश के लिए पूंजी निर्माण में सार्थक होगी : निदेशक

गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के हरियाणा स्कूल आफ

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 May 2022 09:26 PM (IST) Updated:Thu, 26 May 2022 09:26 PM (IST)
करोड़ों निवेशकों का भरोसा जीतना जरूरी, उनकी बचत देश के लिए पूंजी निर्माण में सार्थक होगी : निदेशक
करोड़ों निवेशकों का भरोसा जीतना जरूरी, उनकी बचत देश के लिए पूंजी निर्माण में सार्थक होगी : निदेशक

जागरण संवाददाता, हिसार : गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के हरियाणा स्कूल आफ बिजनेस में शेयर बाजार की जागरूकता लाने एवं विद्यार्थियों को शेयर मार्केट के गुण सिखाने के लिए एचएसबी स्टूडेंट स्टाक एक्सचेंज के तत्वाधान में स्टाक माक ट्रेनिग नामक वार्षिक प्रतियोगिता का समापन हुआ। कुलपति प्रो. बलदेव राज काम्बोज मुख्यातिथि व शैक्षणिक मामलों के अधिष्ठाता प्रो. हरभजन बंसल व विभाग की अधिष्ठात्री प्रो. शबनम सक्सेना विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे। यह प्रतियोगिता छह महीने लंबी थी। स्टूडेंट स्टाक एक्सचेंज की रूपरेखा एचएसबी में वर्ष 2007-08 से चली आ रही है, जो विद्यार्थियों में वित्तीय बाजार से संबंधित व्यवहारिक कौशल विकास के लिए बहुत ही प्रभावशाली गतिविधि है।

वर्तमान दौर में विशेषकर वित्तीय बाजार में बहुत तेजी से बदलाव हो रहे हैं। फिर चाहे स्टाक मार्केट हो या कोमोडिटी मार्केट या करंसी मार्केट या ग्लोबल वित्तीय संरचना का बदलता स्वरूप हो। श्वेता सिंह ने बताया कि वर्ष 2021-22 के लिए प्रतियोगिता में कुल 316 विद्यार्थियों ने पंजीकरण करवाया था और तीन चरणों में संपन्न हुई। प्रथम स्थान पर पारुल जैन, द्वितीय स्थान पर काजल, तृतीय स्थान पर कोमल रही। इनके बाद वंशिका, सूरज, शालू, अक्षय, रणदीप, पंकज व सिमरन विजेता रहे।

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निदेशक प्रो. कर्मपाल नरवाल ने बताया कि देश में करोड़ों निवेशकों का भरोसा जीतना बहुत जरूरी है, ताकि उनकी बचत देश के लिए जरूरी पूंजी निर्माण में सार्थक भूमिका निभा सके। इन छह महीनों में प्रतिभागियों का ज्ञानवर्धन हुआ है कि लंबे समय तक शेयर बाजार में बने रहने वाले निवेशक को अक्सर कम ही घाटा होता है। वह अभी सीधे निवेश कर सकते हैं। इसका लाभ उन्हें तुरंत तो नहीं, लेकिन जब वैश्विक अर्थव्यवस्था की स्थिति सामान्य हो जाएगी। वित्त वर्ष 2023-24 या 2024-25 तक दिखने लगेगा।

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यह रहे मौजूद

इसमें पारुल जैन एवं वंशिका कथूरिया, कोमल, काजल, अक्षय, निखिल, सृष्टि जैन, किरण, पवन, सृष्टि सागर, रिधि, स्पर्श, पारुल गोयल, सचिन जैन, सिमरन सैनी, तान्या, सूरज एवं वैशाली ने अहम योगदान दिया। को-ओर्डिनेटर प्रो. दलबीर सिंह ने बताया कि समापन अवसर पर प्रो. बीके पूनिया, प्रो. एनएस मलिक, प्रो. एमसी गर्ग, प्रो.वीके बिश्नोई, प्रो. प्रदीप गुप्ता, प्रो. अनिल कुमार, प्रो. संजीव कुमार, प्रो. तिलक शेट्टी, प्रो. टीकाराम, प्रो. सुरेश कुमार मित्तल, प्रो. खजान सिंह, प्रो. अंजू वर्मा, प्रो. दीपा मंगला, प्रो. उब्बा सविता, डा. राजीव कुमार, डा. हिमानी शर्मा, डा. मनी श्रेष्ठ, डा. वनिता अहलावत, डा. संगीता मित्तल, डा. वंदना सिंह, डा. विजेंद्र पाल सैनी, डा. सुरेश कुमार बाकर, डा. कोमल ढांडा, डा. अंजली गुप्ता, डा. प्रमोद, डा. विवेक कुमार, डा. पूजा गोयल, डा. प्रेरणा टुटेजा आदि शामिल हुए।

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