पत्नी और दो बच्चों की कस्‍सी से हत्या कर फंदे पर झूला युवक, लिखा- अगले जन्‍म में कर्ज उतारूंगा

पूछताछ में पता चला बिजेंद्र काफी समय से अकेला सा रहता था। आसपड़ोस के लोगों से मिलना-जुलना नहीं था। सुसाइड नोट मिला है। पुलिस ने मृतक बिजेंद्र के खिलाफ हत्‍या का मामला दर्ज किया है

By manoj kumarEdited By: Publish:Thu, 28 Mar 2019 11:47 AM (IST) Updated:Sat, 30 Mar 2019 02:34 PM (IST)
पत्नी और दो बच्चों की कस्‍सी से हत्या कर फंदे पर झूला युवक, लिखा- अगले जन्‍म में कर्ज उतारूंगा
पत्नी और दो बच्चों की कस्‍सी से हत्या कर फंदे पर झूला युवक, लिखा- अगले जन्‍म में कर्ज उतारूंगा

कलानौर (रोहतक) जेएनएन। सुंडाना गांव एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी और दो मासूम बच्चों की कस्सी से काटकर बेरहमी से हत्या कर दी। बाद में खुद खेत में नीम के पेड़ पर फंदे पर झूल गया। पुलिस ने एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है। प्रारंभिक जांच में वारदात के पीछे कर्ज का बोझ या अंधविश्वास के कारण को माना जा रहा है। जिसका जिक्र सुसाइड नोट में भी किया गया है। हालांकि परिवार ने मानसिक तनाव के चलते इस वारदात को अंजाम दिए जाने की बात पुलिस को कही है। एफएसएल एक्सपर्ट टीम की जांच में सामने आया है कि वारदात को अंजाम बुधवार की देर रात दिया गया है।

42 साल के बिजेंद्र उर्फ नाहना का शव बृहस्पतिवार सुबह ग्रामीणों ने उसके खेत में नीम के पेड़ पर लटका देखा। कुछ ही दूरी पर उसकी 35 वर्षीय पत्नी सुनीता और 10 साल के पुत्र दीपांशु का शव खून से लथपथ पड़ा था। सुनीता और दीपांशु का कस्सी से गला काटा गया था। परिवार के सदस्यों ने घर जाकर देखा तो उसकी 12 साल की बेटी जाह्नवी का शव खेत के साथ बने मकान में 12 साल की बेटी का शव भी खून से सना पड़ा मिला।

इस वारदात की सूचना मिलने पर परिवार के सदस्य व अन्य ग्रामीणों का मौके पर जमावड़ा लग गया। सूचना पुलिस को दी गई। कलानौर थाना प्रभारी और डीएसपी नारायणचंद मौके पर पहुंचे और शवों को कब्जे में लिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए एफएसएल एक्सपर्ट डा. सरोज दहिया को जांच के लिए बुलाया गया। एफएसएल एक्सपर्ट की जांच में सामने आया कि बुधवार रात करीब 11 बजे ही वारदात को अंजाम दिया गया है। सुनीता, जाह्ववी और दीपांशु की गर्दन और सिर में कस्सी से वार करके की गई। शवों के नजदीक ही खून से सनी दो कस्सी भी पुलिस ने बरामद की हैं।

पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला कि बिजेंद्र काफी समय से अकेला सा रहता था। आसपड़ोस के लोगों से मिलना-जुलना भी नहीं था। मानसिक तनाव के चलते ही बिजेंद्र ने यह खौफनाक कदम उठाया है। पुलिस ने देवेंद्र पुत्र कृष्ण की शिकायत पर बिजेंद्र के खिलाफ ही हत्या का केस दर्ज किया है। लेकिन बृजेंद्र खुद ही आत्महत्या कर अपनी जान गवां चुका है, इसलिए यह केस शुरू होने के बाद खत्म भी हो गया है।

सुसाइड नोट में कर्ज व अंधविश्वास का जिक्र
पुलिस ने बिजेंद्र के शव के समीप ही चार पेज का हाथ से लिखा सुसाइड नोट भी बरामद किया है। जिसमें उसने इस वारदात को खुद को जिम्मेदार ठहराया है। जिन लोगों से कर्ज ले रखा था, उसने नाम भी सुसाइड नोट में लिखे गए हैं। सभी लोगों द्वारा लिए गए कर्ज का जोड़ा जाए तो करीब 21 लाख रुपये की रकम बनती है। कर्जदारों को इसके लिए भाइयों को जिम्मेदार नहीं मानने की बात भी लिखी गई है। साथ ही, वंश खत्म होने का जिक्र भी है, जो अंधविश्वास की तरफ इशारा करता है। खुद को कई साल से मानसिक तनाव में होने की बात भी बिजेंद्र ने सुसाइड नोट में लिखी है। साथ ही अगले जन्‍म में कर्ज उतारने जैसी बात भी लिखी गई है।


पत्‍नी और बच्‍चों की हत्‍या करने के बाद फंदे पर लटका हुआ बिजेंद्र का शव

अधिकतर समय घर में ही रहता था बिजेंद्र
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार बिजेंद्र काफी समय से घर में गुमसुम  रहता था। वह न तो किसी से बात करता था और न ही घर से बाहर निकलता था। घर में खाना आदि खाने के बाद वह दूसरी मंजिल पर बने कमरे में चला जाता था। ग्रामीणों का कहना है कि कई-कई माह तक वह अपने घर से नहीं निकलता था। उसे 27 फरवरी को चचेरी बहन की शादी समारोह में देखा था। लेकिन शादी समारोह में भी वह बिना खाना खाए ही वापस अपने घर लौट गया था।

-- बिजेंद्र ने कस्सी से काटकर अपनी पत्नी व दो बच्चों की हत्या की है। बिजेंद्र के शव के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है। जो कि कर्ज में डूबने और अंधविश्वास की ओर इशारा कर रहा है। फिलहाल मृतक के भाई की शिकायत पर बिजेंद्र के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। आगे की जांच जारी है।
नारायण चंद , डीएसपी


घटनास्‍थल पर मौजूद लोग

चश्‍मदीदों ने बताया कि युवक ने पत्‍नी और बच्‍चों की जिस बेरहमी से हत्‍या की है उसके देख दिल दहल गया। पत्‍नी के शव को पति ने कई जगह से काट रखा है, बच्‍चों के शव भी खिन्‍न भिन्‍न कर दिए गए हैं। घर में चारों और खून ही खून फैला हुआ था। वहीं परिजनों का एक साथ घर में चार लाश देख रो- रो कर बुरा हाल है।

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