हिसार में कोरोना संक्रमण से दो की मौत, 4310 हो चुके मामले, 1171 हैं एक्टिव केस

हिसार में कोरोना संक्रमण से मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। दो और लोगों की कोरोना संक्रमण से जान गई। वहीं 113 नए मामले सामने आए हैं।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Fri, 18 Sep 2020 07:48 AM (IST) Updated:Fri, 18 Sep 2020 07:48 AM (IST)
हिसार में कोरोना संक्रमण से दो की मौत, 4310 हो चुके मामले, 1171 हैं एक्टिव केस
हिसार में कोरोना संक्रमण से दो की मौत, 4310 हो चुके मामले, 1171 हैं एक्टिव केस

हिसार, जेएनएन। हिसार में कोरोना के 113 मामले मिले। वहीं 66 मरीज स्वस्थ हुए। जबकि कोरोना से मौत का सिलसिला लगातार जारी है। वीरवार को भी कोरोना से जिले में दो मौत हुई। जिससे कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर 39 हो गई है। जिले में अब कोरोना के कुल 4310 मामले हैं। वहीं अब तक 3100 मरीज स्वस्थ हुए हैं, जिससे रिकवरी रेट 71.93 फीसद पर पहुंच गया है। जिले में एक्टिव मामले अब 1171 हैं।

जिले में कोरोना से दो मौत 

जिले में वीरवार को कोरोना से दो मरीजों की उपचार के दौरान मौत हो गई। सेक्टर 14 निवासी 70 वर्षीय कोरोना पॉजिटिव वृद्ध को कोरोना पॉजिटिव मिलने पर कोविड केयर में दाखिल किया गया था। जहां 16 सिंतबर की रात उसने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। वहीं रामपुरा मोहल्ला निवासी करीब 55 वर्षीय अधेड़ की भी कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो गई। उन्हें पॉजिटिव मिलने पर अग्रोहा मेडिकल में दाखिल किया गया था। जहां उपचार के दौरान 16 सितंबर की देर शाम उनकी मौत हो गई। 

कोरोना पॉजिटिव के बारे में पूछने पर महिला ने डयूटी मजिस्ट्रेट से किया दुर्व्यवहार 

डाबड़ा चौक पुल के नजदीक स्थित एक निजी अस्पताल के डाक्टर कोरोना पॉजिटिव होने पर भी क्वारंटाइन न होकर जिम में मिले। इस मामले में डयूटी मजिस्ट्रेट ने अपने उच्च अधिकारियों को सूचना दी है। डयूटी मजिस्ट्रेट ने अपने उच्चाधिकारियों को जानकारी दी कि अस्पताल संचालक कोरोना पॉजिटिव होने पर भी अपने कमरे में ना होकर जिम में थे। जब इस बारे में अस्पताल संचालक की पत्नी से पूछा गया तो महिला ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया और डयूटी पर तैनात पुलिसकर्मी से भी दुर्व्यवहार किया। पुलिसकर्मी को अस्पताल के बाहर निकालने का प्रयास किया गया। पुलिसकर्मी का वीडियो बनाकर भी उसे परेशान किया गया। डयूटी मजिस्ट्रेट ने मांग कि है कि कोविड मरीज को कोविड केयर सेंटर में भेजा जाए। गौरतलब है कि निजी अस्पताल संचालक को क्वारंटाइन करने को लेकर हंगामा हो चुका है। जिसके बाद पुलिसकर्मियों की सहायता से स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने अस्पताल के बाहर कोविड-19 का पोस्टर लगाया था।

डाक्टरों के प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त को दिया ज्ञापन

वहीं उपरोक्त मामले में डाक्टरों के एक प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त को ज्ञापन दिया है। डाक्टरों ने उपायुक्त को दिए ज्ञापन में निजी अस्पताल के संचालक को पॉजिटिव आने के बाद उन्हें हरासमेंट का सामना करने की बात कही है। ज्ञापन में बताया गया कि अस्पताल का बार-बार इंस्पेक्शन किया जा रहा है। इन सब बातों से अस्पताल संचालक की पत्नी को भी मानसिक परेशानी उठानी पड़ रही है। इस मामले में कारवाई की मांग की गई है।

दिल्ली कार्यरत डीजीएम के पॉजिटिव मिलने पर बीएसएनएल में फैली अफरातफरी 

बीएसएनएल के दिल्ली कार्यालय में कार्यरत सेक्टर 13 निवासी डीजीएम के पॉजिटिव मिलने पर हिसार कार्यालय में अफरातफरी मच गई। अधिकारियों ने इस मामले का पता तो जानकारी मिली कि वह दिल्ली में पोस्टेड है, तब जाकर कर्मचारियों ने राहत की सांस ली। हालांकि इससे काम प्रभावित हुआ।

डाक्टरों को सस्पेंड करने के मामले में अल्टीमेटम का समय पूरा

हरियाणा सिविल मेडिकल एसोसिएशन की ओर से डा. कामिद मोगा ने बताया कि तीन डाक्टरों को संस्पेंड करने के मामले में मुख्यालय को सस्पेंशन ऑर्डर वापस लेने के लिए तीन दिन का समय दिया गया था। वीरवार को एक प्रतिनिधि को मुख्यालय में इस संबंध में बातचीत के लिए भेजा गया है। एसोसिएशन ने अल्टीमेटम दिया था कि अगर तीन दिन में उनकी मांगे पूरी नहीं होती तो सोमवार से सभी डाक्टर हड़ताल पर चले जाएंगे। गौरतलब है सेशन कोर्ट ने एक मामले में दिवंगत डा. प्रेम के शराब पीने के शक में विभाग को मेडिकल रिपोर्ट देने के लिए कहा था। डाक्टरों ने डा. प्रेम द्वारा ब्लड सैंपल ना देने की बात कही थी। जिसके बाद कोर्ट ने तीनों डाक्टरों के खिलाफ कारवाई के लिए हेल्थ विभाग के एसीएस को लिखा था, एसीएस ने पत्र जारी कर तीनों को सस्पेंड करने के आदेश जारी किए थे।

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