हरियाणा टाॅपर ऋषिता ने सेल्‍फ स्‍टडी से हासिल किया मुकाम, एक दिन भी स्कूल नहीं किया मिस

ऋषिता ने पिता की सीख से सेल्फ स्टडी कर दसवीं की परीक्षा में पाई सफलता। मोबाइल को छुआ तक नहीं रोजाना छह घंटे की पढ़ाई

By Manoj KumarEdited By: Publish:Sun, 12 Jul 2020 12:56 PM (IST) Updated:Sun, 12 Jul 2020 12:56 PM (IST)
हरियाणा टाॅपर ऋषिता ने सेल्‍फ स्‍टडी से हासिल किया मुकाम, एक दिन भी स्कूल नहीं किया मिस
हरियाणा टाॅपर ऋषिता ने सेल्‍फ स्‍टडी से हासिल किया मुकाम, एक दिन भी स्कूल नहीं किया मिस

हिसार, जेएनएन। कोई यूं ही तो टाॅपर नहीं बन जाता। क्षेत्र चाहे जो भी हो, मगर जरुरत होती है भीड़ से अलग हो कुछ अलग करने की। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की परीक्षा में टॉप करने वाली ऋषिता ने भी कुछ ऐसा ही किया तभी उसको कामयाबी मिली है। नारनौंद के मध्यमवर्गीय परिवार की बेटी ऋषिता ने दसवीं में 500 में से 500 अंक हासिल किए हैं।

ऋषिता इस उपलब्धि पर पूरे परिवार को गर्व है। ऋषिता के पिता जींद में कोऑपरेटिव डिपार्टमेंट में जूनियर ऑडिटर हैं और माता विक्की देवी गृहिणी हैं। ऋषिता के पिता 2011 से पहले शिक्षक रह चुके हैं। ऋषिता ने अपने पिता के कहने पर सेल्फ स्टडी पर जोर दिया और रोजाना पांच से छह घंटे पढ़ाई की। ऋषिता ने बताया कि पढ़ाई के दौरान वह पूरी तरह सब्जेक्ट में डूब जाती थी।

जितने समय भी पढ़ाई की मन लगाकर की। यही उसकी सफलता का राज है। ऋषिता ने बताया कि उसको पढ़ाई से इतना लगाव है कि फरवरी में उन्होंने अपनी मौसी की शादी में जाना भी कैंसिल कर दिया था। स्कूल जाना कभी मिस नहीं किया। चाहे जितनी भी गर्मी हो, सर्दी हो रोजाना स्कूल गई। उसने बताया कि वह बड़ी होकर डॉक्टर बनना चाहती हैं। साइंस उनका फेवरेट सब्जेक्ट है।

मैथ से लेकर हिंदी में 100 में से 100

ऋषिता ने बताया कि उनके सभी विषयों में 100 में से 100 अंक हैं। हिंदी, अंग्रेजी, समाजिक विज्ञान, म्यूजिक, विज्ञान और मैथ में पूरे-पूरे अंक हैं। ऋषिता ने बताया कि वह जिंदगी में जिस किसी को भी आदर्श मानती है, वह उनकी पूरी जीवनी पढ़ती है। साथ ही बैडमिंटन खेलना और न्यूज पेपर पढऩा उसका शौक है।

कार चालक की बेटी ने 95.2 फीसद अंक प्राप्त कर किया नाम रोशन

सिवानीमंडी : शहर के एमडीएस वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में पढऩे वाली एक कार चालक की बेटी ने बोर्ड के 10वीं की परीक्षा में 95.2 फीसद अंक हासिल कर क्षेत्र में अपना व अपने परिवार का नाम रोशन करने का काम किया है। कुल 500 अंकों में से 476 अंक हासिल करने वाली शुभम रानी ने बताया कि वे आगे विज्ञान की पढ़ाई कर डाक्टर बन देश की सेवा करना चाहती है। स्कूल के प्रधानाचार्य दिलबाग सिंह भाम्भू व प्रबंधक मा. संजय भारद्वाज ने बताया कि एमडीएस वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय से कुल 87 विद्यार्थियों ने 10वीं की परीक्षा दी थी। जिसमें से 9 विद्यार्थियों ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक, 22 विद्यार्थियों ने 80 प्रतिशत से अधिक तथा 23 विद्यार्थियों ने 70 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल कर परीक्षा उत्तीर्ण की है। उन्होंने बताया कि विद्यालय की शुभम पुत्री रोहताश ने 95.2 फीसद के साथ स्कूल में पहला स्थान हासिल किया है। जबकि 95.2 फीसद अंकों के साथ शिव कुमार ने दूसरा तथा 93.60 फीसद अंकों के साथ मनीष ने तीसरा स्थान हासिल किया है।

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