हरियाणवी सिंगर राजू पंजाबी बोले- कभी तेल की खाली पिपी बजाता था आज दुनियाभर में मेरे फैन

दैनिक जागरण के फेसबुक पेज लाइव कार्यक्रम में गायक राजू पंजाबी प्रशंसकों से हुए रूबरू। कहा अपने शौक को बनाया अपना करियर आज सफलता के हैं मुकाम पर

By Manoj KumarEdited By: Publish:Fri, 19 Jun 2020 07:10 AM (IST) Updated:Fri, 19 Jun 2020 07:10 AM (IST)
हरियाणवी सिंगर राजू पंजाबी बोले- कभी तेल की खाली पिपी बजाता था आज दुनियाभर में मेरे फैन
हरियाणवी सिंगर राजू पंजाबी बोले- कभी तेल की खाली पिपी बजाता था आज दुनियाभर में मेरे फैन

हिसार [पवन सिरोवा] बचपन में मैं तेल की खाली पिपी बजाता था। मां टोकती थी लेकिन मुझे संगीत का शौक बचपन से ही था। उस शौक को मैंने अपना करियर बनाया और आज पूरी दुनिया में मेरे फैन हैं। अपने जीवन से जुड़े इन बातों को गायक राजू पंजाबी ने प्रशंसकों से साझा की। मौका था दैनिक जागरण हिसार के फेसबुक पेज पर लाइव कार्यक्रम का। वीरवार को प्रसिद्ध गायक राजू पंजाबी फेसबुक पेज पर प्रशंसकों से रूबरू हुए। एक घंटे के ऑनलाइन कार्यक्रम में उन्होंने जनता के सवालों के जवाब दिए और अपनी आवाज में अपने गीतों की प्रस्तुति दी। उन्होंने अपने हिट सॉन्ग (देसी-देसी ना बोल्या कर छोरी रे) की प्रस्तुति दी।

राजू पंजाबी ने अपनी सफलता की कहानी सुनाकर लोगों को प्रेरित किया कि वे अपने बच्चों पर अपनी महत्वाकांक्षा न थोपें। जीवन में जिस भी फील्ड में आपके बच्चे की रुचि है। उसे वही चुनने दें और उसमें मेहनत करने दें। सफलता अवश्य मिलेगी। साथ ही अपनी मात्रभाषा को बढ़ावा देने के लिए भी लोगों को प्रेरित किया। दैनिक जागरण के कार्यक्रम में प्रशंसकों से रूबरू होने के दौरान जागरण का धन्यवाद करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। जो डरे हुए है उनका हमने आज मनोरंजन के साधन से तनाव दूर किया है। संगीत से अपना तनाव दूर करें । साथ ही जनता से अपील की कि वे हरियाणवी कल्चर को अपने माध्यम से आगे लेकर जाएं।

डिप्रेशन से दूर रखती है हरियाणवी बोली

देसी-देसी ना बोल्याकर, फेयर एंड लवली, लाड़ पिया के, सैंडलां नै काट बगाई, तू चील लाजवाब जैसे सुपर हिट हरियाणवी गानों में आवाज देने वाले सिंगर राजू पंजाबी ने कहा कि दुनिया की सबसे पॉवरफुल बोली है हरियाणवी। अपनी भाषा बोलेंगे तो खुश रहेंगे। हरियाणवी बोली डिप्रेशन में नहीं आने देती। मुंबई से भी कई गायकों ने मुझसे हरियाणवी बोली सीखने के लिए संपर्क किया। उन्होंने कहा कि आपकी भाषा सुनकर मजा आता है। पॉवर का अहसास होता है। वह भी अब हरियाणवी सीखना चाहते हैं। हरियाणवी भाषा सीधे दिल पर अटैक करती है। उन्होंने हरियाणावी फिल्म चंद्रावल का उदाहरण देते हुए कहा कि बहुत लोकप्रिय हुई। एक विदेश का वाक्या बताते हुए कहा कि वहां मुझसे मिले लोगों ने कहा कि आपने बोल्या क्या ये तो हमें नहीं पता पर सुनकर स्वाद आग्या।

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