ऑनलाइन परीक्षा में जीजेयू ने बदला तरीका, गूगल मीट के जरिये वेबकैम से रखी परीक्षार्थियों नजर

गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय ने सोमवार को कॉलेजों के अंतिम वर्ष की परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए गंभीरता दिखाई। विवि ने गो टू मीटिग की बजाय गूगल मीट एप के जरिये परीक्षार्थियों पर नजर रखी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Sep 2020 08:50 AM (IST) Updated:Tue, 15 Sep 2020 08:50 AM (IST)
ऑनलाइन परीक्षा में जीजेयू ने बदला तरीका, गूगल मीट के जरिये वेबकैम से रखी परीक्षार्थियों नजर
ऑनलाइन परीक्षा में जीजेयू ने बदला तरीका, गूगल मीट के जरिये वेबकैम से रखी परीक्षार्थियों नजर

जागरण संवाददाता, हिसार : गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय ने सोमवार को कॉलेजों के अंतिम वर्ष की परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए गंभीरता दिखाई। विवि ने गो टू मीटिग की बजाय गूगल मीट एप के जरिये परीक्षार्थियों पर नजर रखी। गूगल मीट के जरिये वेबकैम भी सुचारु रूप से चला। इससे कुछ विद्यार्थी ऑनलाइन नकल करते भी पकड़े गए। इससे पहले की परीक्षाओं में गो टू मीटिग एप से वेबकैम नहीं चल पाया था, जिससे विद्यार्थियों को नकल करने का मौका मिल रहा था।

दैनिक जागरण ने ऑनलाइन परीक्षा के दौरान आ रही इन तकनीकी खामियों की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। विश्वविद्यालय ने खबर पर संज्ञान लेते हुए परीक्षा के तरीके में कुछ बदलाव किए। सोमवार को लैपटॉप कैमरा, मोबाइल कैमरा और वेबकैम से नजर रखने के साथ शिक्षकों ने इनकी स्क्रीन को भी दाएं-बाएं करवाकर विद्यार्थियों से कंफर्म किया की कि कोई साथ तो नहीं बैठा। साथ ही यह भी देखा कि आंसरशीट की बजाय कोई अन्य कागज तो विद्यार्थियों के पास नहीं है। विद्यार्थियों की ऑनलाइन हाजिरी भी ली गई। हालांकि प्रश्नपत्र ईमेल पर ही भेजे गए। ऑनलाइन में 30-30 विद्यार्थियों के रूम बनाए गए थे। विद्यार्थियों और कॉलेजों को नहीं पता कितने अंकों में से मिलेंगे नंबर

प्रश्नपत्रों में प्रश्नों के अंक नहीं दर्शाए गए हैं। जिससे न तो विद्यार्थियों को और न ही कॉलेजों को पता है कि कितने अंकों के प्रश्न हैं। इस बारे में कॉलेजों की ओर से विश्वविद्यालय को शिकायत भेजी गई है। विवि ने इस संबंध में गाइडलाइन जारी करने की बात कही है। वहीं विश्वविद्यालय की ओर से मर्सी चांस वाले विद्यार्थियों की ऑफलाइन परीक्षाएं भी फूड टेक डिपार्टमेंट में शुरू कर दी गई हैं। विवि ने आंसरशीट भेजने के आदेश दिए

विश्वविद्यालय प्रशासन ने कॉलेजों को आंसरशीट चेक करने के बाद भेजने के आदेश दिए हैं। वहीं अवार्ड लिस्ट भी भेजने को कहा है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने जहां परीक्षा खत्म होने के बाद पांच दिन के अंदर अवार्ड भेजने के लिए कहा है, वहीं जीजेयू ने प्रत्येक विषय की परीक्षा के बाद अवार्ड भेजने के लिए पांच ही दिन का समय दिया है। प्रमोट विद्यार्थियों की रिपोर्ट मांगी

उच्चतर शिक्षा विभाग ने प्रथम व दूसरे वर्ष के विद्यार्थियों को प्रमोट करने के लिए जीजेयू द्वारा भेजी गई लिस्ट को कॉलेजों को वापस भेजकर वेरीफाई करने के आदेश दिए हैं। कॉलेजों को यह लिस्ट वेरीफाई कर वापस उच्च शिक्षा विभाग को भेजनी होगी। छात्रों को प्रमोट करने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। वर्जन -

शुरुआती परीक्षाओं में कुछ तकनीकी खामिया थी, इन्हें अब दूर कर दिया गया है। परीक्षार्थियों पर लगातार नजर रखी जा रही है। वहीं अंकों के संबंध में जानकारी कॉलेजों को भेजी गई है।

यशपाल सिगला, परीक्षा नियंत्रक, जीजेयू।

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