हिसार में पराली से लदे ट्रैक्‍टर से कार की टक्‍कर, चार की मौत, दो गंभीर

मृतक दादरी के निवासी हैं और हिसार में रहते थे। कार में सवार युवक हिसार में कोचिंग लेते थे। ये सब खाना खाने के लिए कैंट की साइट गए थे।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Thu, 05 Dec 2019 12:44 PM (IST) Updated:Thu, 05 Dec 2019 01:27 PM (IST)
हिसार में पराली से लदे ट्रैक्‍टर से कार की टक्‍कर, चार की मौत, दो गंभीर
हिसार में पराली से लदे ट्रैक्‍टर से कार की टक्‍कर, चार की मौत, दो गंभीर

हिसार, जेएनएन। पराली से लदे जीजेयू के पास पॉलिटेक्निक कॉलेज के पास रोड किनारे खड़े ट्रैक्‍टर से एक कार की बुधवार देर रात टक्‍कर हो गई। टक्‍कर इतनी तेज थी कि कार में सवार चार लोगों की मौके पर मौत हो गई, वहीं दो गंभीर रूप से घायल हैं। घायलों को अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया है। मृतकों के शवों को सिविल अस्‍पताल में पोस्‍टमार्टम के लिए भिजवाया है।

पुलिस जानकारी के अनुसार मृतक और घायलों में चार युवक चरखी दादरी के निवासी हैं और हिसार में रहते थे। मृतकों में परमिंद्र उम्र 20 साल, नसीब उम्र 21 साल चरखी दादरी के साहुवास गांव के निवासी तो वहीं अंकित उम्र 21 साल चरखी दादरी के अटेला गांव केनिवासी थे। अभी तक चौथे मृतक की पहचान नहीं हाे सकी है। घायलों में साहिल भोजराज गांव तो आशीष दादरी के ही साहुवास गांव का निवासी है।

कार में सवार युवक हिसार में कोचिंग लेते थे। ये सब खाना खाने के लिए कैंट की साइट गए थे, वहां से लौटते समय रोड किनारे खड़े ट्रैक्‍टर से टक्‍कर हो गई। टक्‍कर के बाद पराली से भरी ट्राली भी पलट गई वहीं सड़क पर खून ही खून बिखर गया। जिसने भी हादसे को देखा सहम गया। हादसे के बाद घटनास्‍थल पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। रोड के दोनों और शिक्षण संस्‍थान होने के चलते भीड़ का जमावड़ा काफी देर तक लगा रहा।

बता दें कि इन दिनों पराली के वाहन शहर और बाहरी साइडों से गुजरते हैं। इन वाहनों के पीछे लाइटें नहीं लगे होने के कारण और ओवरलोड स्थिति के कारण पीछे से आ रहे वाहनों को पराली नजर नहीं आती है। इसके कारण हादसे के ज्‍यादा आसार हो जाते हैं।

लक्ष्‍मीबाई चौक के पास रेलवे ओवरब्रिज पर पंक्‍चर हुई पिकअप के कारण पीछे से जाम हुआ रोड

बुधवार को लक्ष्‍मीबाई चौक से बस स्‍टैंड की ओर जाने वाले रेलवे ओवर ब्रिज के बीच पराली से भरी पिक अप का टायर पंक्‍चर होने के कारण जाम की स्थित‍ि बनी रही। जबकि दिन के वक्‍त भारी वाहनों का शहर के बीच से गुजरना कानूनी रूप से गलत है। इससे पहले भी पराली से भरे वाहनों के कारण कई हादसे हो चुके हैं। प्रशासन इस सब प्रकरण को मूक दर्शक बन देख रहा है और लोग अपनी जान से हाथ धो रहे हैं।

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