दुष्‍यंत बोले- एचएयू और लुवास को बांटने का फैसला गलत था, दोबारा जोड़ने की करूंगा कोशिश

एचएयू हिसार में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर डिप्टी सीएम ने कहा कि यह काफी अच्छा कानून है। मैनें इसे पढ़ा भी है। भारत के नागरिकों को किसी प्रकार से डरने की आवश्यकता नहीं है।

By Edited By: Publish:Mon, 23 Dec 2019 02:14 AM (IST) Updated:Mon, 23 Dec 2019 12:24 PM (IST)
दुष्‍यंत बोले- एचएयू और लुवास को बांटने का फैसला गलत था, दोबारा जोड़ने की करूंगा कोशिश
दुष्‍यंत बोले- एचएयू और लुवास को बांटने का फैसला गलत था, दोबारा जोड़ने की करूंगा कोशिश

हिसार, जेएनएन। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में रविवार को पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चौधरी चरण सिंह व पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी बाजपेयी की याद में किसान दिवस मनाया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला व विशिष्ट अतिथि के तौर पर पदम श्री प्रो. वीपी सिंह उपस्थित हुए। डिप्टी सीएम ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की नौ फीट ऊंची तांबे से बनी प्रतिमा का अनावरण किया। इस दौरान उन्होंने बायो गैस प्लांट का दौरा भी किया।

डिप्टी सीएम दुष्यंत ने कहा कि हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय एक वृक्ष था, मगर हमने लुवास और बागबानी विश्वविद्यालय बनाकर इस वृक्ष के हिस्सों को अलग कर दिया। मगर इस फैसले से हुआ नुकसान हमारे किसानों को झेलना पड़ा। मुझे नहीं पता बोर्ड के लोगों की क्या राय होगी, कुलपति की क्या सोच होगी। मगर इस फैसले ने एचएयू जैसे बड़े इंस्टीट्यूशन की तरक्की में बाधा उत्पन्न की। अगर भविष्य में मैं सूत्रधार बना तो चाहूंगा कि इस पेड़ के हमने जो हिस्से किए हैं, उसे वापस इकठ्ठा कर सकूं। कार्यक्रम में अध्यक्षता कुलपति प्रो. केपी ¨सह ने की।

उन्होंने बताया कि किसानों की मदद और वैज्ञानिकों के प्रयासों के बल पर एचएयू अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना रहा है। इस कार्यक्रम में प्रदेश भर से आए 22 प्रगतिशील किसानों को डिप्टी सीएम ने सम्मानित किया। जिसमें दो किसान कुलबीर ¨सह व प्रीतम ¨सह को इस वर्ष के कृषि रत्न अवार्ड से सम्मानित किया गया। डिप्टी सीएम ने किसानों के उत्थान के लिए अपनी तरफ से एचएयू को 31 लाख रुपये देने की घोषणा भी की।

सीएए व एनआरसी पर कुछ लोग देश को भटका रहे हैं

नागरिकता संशोधन कानून को लेकर डिप्टी सीएम ने कहा कि यह काफी अच्छा कानून है। उन्होंने व्यक्तिगत रूप से इसे पढ़ा भी है। भारत के नागरिकों को किसी प्रकार से डरने की आवश्यकता नहीं है। मैं सबसे आग्रह करूंगा कि पहले इस कानून को देखें, समझें और फिर देशहित में कदम उठाएं न कि देश में अशांति फैलाएं।

पेटेंट के नियम कुछ हल्के बनें तो मिलेगी राहत

डिप्टी सीएम ने कहा कि विदेशों से छात्र हमारे यहां संसाधनों का प्रयोग कर रिसर्च करते हैं और विदेश जाकर पेटेंट करा लेते हैं। क्योंकि हमारे यहां पेटेंट कराने के लिए काफी सख्त नियम व बड़ी प्रक्रिया है। मैं व्यक्तिगत रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर निवेदन करूंगा कि जैसे विदेशों में पेटेंट कराने की आसान प्रक्रिया है, उसी प्रकार से भारत में भी प्रक्रिया को आसान बनाया जाए।

विधायक गौतम को कोई नाराजगी है तो हम बात कर लेंगे

हिसार में दिशा की बैठक के दौरान नारनौंद के विधायक रामकुमार गौतम की ओर से सांसद बृजेंद्र ¨सह का लोकसभा चुनाव में साथ न देने पर अफसोस जताया गया था। इस पर डिप्टी सीएम ने बताया कि यह उनके व्यक्तिगत विचार हैं, उन्हें अगर कोई नाराजगी है तो हम बात कर लेंगे।

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