Dengue case: फतेहाबाद जिला बना डेंगू का हाटस्पाट, बकरी का दूध मिल रहा 800 रुपये प्रति लीटर

डेंगू ने एकाएक अटैक कर दिया है। अक्टूबर महीने में अब तक 30 नए केस आ चुके है। वहीं रविवार को डेंगू के दो नए केस मिले है। ऐसे में वहीं शनिवार को रिकार्ड 21 नए केस मिले थे। ऐसे में पिछले तीन दिनों में 25 केस मिले है।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Sun, 10 Oct 2021 10:50 AM (IST) Updated:Sun, 10 Oct 2021 10:50 AM (IST)
Dengue case: फतेहाबाद जिला बना डेंगू का हाटस्पाट, बकरी का दूध मिल रहा 800 रुपये प्रति लीटर
कोरोना की मार कम हुई तो फतेहाबाद में डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : फतेहाबाद जिला कोरोना मुक्त होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने राहत ली थी कि अब कर्मचारियों को कुछ राहत मिलेगी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है। अब डेंगू ने एकाएक अटैक कर दिया है। अक्टूबर महीने में अब तक 30 नए केस आ चुके है। वहीं रविवार को डेंगू के दो नए केस मिले है। ऐसे में वहीं शनिवार को रिकार्ड 21 नए केस मिले थे। ऐसे में पिछले तीन दिनों में 25 केस मिले है। अक्टूबर महीने में औसतन एक दिन में तीन नए केस आ रहे है। एकाएक डेंगू के केस बढ़ने के कारण स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। स्वास्थ्य विभाग ने हेल्थ की 20 टीमों को सर्वे के लिए लगा दिया गया है। जहां भी पानी खड़ा मिल रहा है वहां पर दवाईयां डाली जा रही है।

डेंगू के मरीज मिलने के बाद अब स्वास्थ्य विभाग की टीम उस घर तक जा रही है जहां मरीज मिला है। पूरे परिवार के सैंपल लिए जा रहे है। ऐसे में कर्मचारियों का काम भी अधिक बढ़ गया है। स्वास्थ्य विभाग प्राइवेट अस्पतालों में किए गए टेस्ट को नहीं मानता है। ऐसे में अस्पताल में फिर से टेस्ट किए जा रहे है। इस कारण रिपोर्ट मिलने में देरी हो रही है।

प्राइवेट अस्पताल की तरफ से समय पर नहीं मिल रही सूचना

स्वास्थ्य विभाग ने हर प्राइवेट अस्पताल को सूचना व मेल भेज दी थी कि डेंगू का कोई मरीज आता है तो उन्हें तत्काल सूचना दे। लेकिन कोई सूचना तक नहीं दे रहा है। स्वास्थ्य विभाग के पास चार दिन बाद सूचना आ रही है। ऐसे में मरीजों को ट्रेस करना भी मुश्किल हो रहा है। यहीं कारण है कि जिले में लगातार डेंगू के मरीज बढ़ रहे है।

वर्ष 2017 के बाद आए इतने मरीज

जिले में पिछले चार सालों से डेंगू के मरीजों पर अंकुश लगा हुआ था। लेकिन इस बार बरसात अधिक होने के कारण जगह-जगह पानी भर गया और मच्छर भी अधिक हो गए। यहीं कारण है कि इस बार यह रिकार्ड भी टूट गया। वर्ष 2017 में जिले में डेंगू के 419 मरीज मिले थे। वहीं 2018 में यह आंकड़ा 56 था। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग भी हैरान है कि इतने मरीज बढ़ने के क्या कारण रहे। हालांकि स्वास्थ्य विभाग मान रहा है कि डेंगू का मच्छर दिन में काट रहा है और वह स्वच्छ पानी में पनप रहा है।

बकरी का दूध भी 800 रुपये प्रति लीटर हुआ

लोगों के मन में धारणा है कि बकरी का दूध पीने से डेंगू मरीज जल्दी ठीक होता है, लेकिन डाक्टर इसे नहीं मानते है। लेकिन फिर भी डाक्टर की सलाह का नजरादांज करते हुए लेाग बकरी का दूध पिला रहे है। यहीं कारण है कि एक महीने पहले जो दूध 80 रुपये प्रति लीटर मिल रहा था वो अब 800 रुपये प्रति लीटर हो गया है। ऐसे में बकरी के दूध की कीमत 100 गुणा बढ़ गई है। जिनके यहां बकरी है वहां पर सुबह लोगों की भीड़ लगी रहती है। लोगों को केवल 250 ग्राम ही दूध मिल रहा है। ऐसे में लोग गांवों में बकरी का दूध लेने के लिए जा रहे है।

पिछले छह सालों में डेंगू व मलेरिया के ये मिले थे मरीज

वर्ष डेंगू मरीज मलेरिया मरीज

2015 189 992

2016 38 368

2017 419 107

2018 56 02

2019 29 05

2020 35 04

2021 60 02 अब तक

नोट: चिकनगुनिया के अब तक 5 मरीज मिल चुके है।

डेंगू के ये हैं लक्षण

-तेज बुधार आना।

-सिर के अगले हिस्से में तेज दर्द।

-आंख के पिछले भाग में दर्द।

-मांसपेशियों एवं जोड़ों में दर्द।

डेंगू के बचाव के लिए ये करे

-अपने आसपास मच्छर पैदा न होने दे।

-अगर पानी ठहरा हुआ है तो दवाइ डाले।

-डेंगू से पीड़ित मरीज को तरल पदार्थ अधिक देना चाहिए।

-मरीज को आराम अधिक करना चाहिए ताकि वो जल्दी ठीक हो सके।

-----जिले में लगातार मरीज मिले रहे है। इसके लिए अलर्ट जारी कर दिया गया है। टीमें बना दी गई है। जहां भी मरीज मिल रहा है उसके पूरे परिवार के सैंपल लिए जा रहे है। नगरपरिषद व नगरपालिका को भी आदेश दिए गए है कि वो हर दिन फोगिंग करे। सभी लोगों से अपील है कि सप्ताह में एक दिन कूलर की सफाई करे। वहीं फ्रीज की ट्रे की सफाई करे। इन्हें दो जगहों में डेंगू के मच्छर पनप रहे है।

डा. हनुमान सिंह, डिप्टी सिविल सर्जन फतेहाबाद।

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