हिसार में कोरोना सैंपल जांच की अनुमति मिलते ही 10 हजार टेस्ट किट की भेजी डिमांड

लैब में टेस्ट की संख्या बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य विभाग उपलब्ध करवाएगा बायोलॉजिस्ट। हिसार की राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान की लैब को मिली है कोरोना जांच की अनुमति। स्टाफ को दी गई ट्रेनिंग

By Manoj KumarEdited By: Publish:Thu, 09 Apr 2020 10:22 AM (IST) Updated:Thu, 09 Apr 2020 10:22 AM (IST)
हिसार में कोरोना सैंपल जांच की अनुमति मिलते ही 10 हजार टेस्ट किट की भेजी डिमांड
हिसार में कोरोना सैंपल जांच की अनुमति मिलते ही 10 हजार टेस्ट किट की भेजी डिमांड

हिसार, जेएनएन। सिरसा रोड स्थित राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र (नेशनल रिसर्च सेंटर फोर इक्वाइन) एनआरसीई लैब को लोगों में कोरोना वायरस टेस्ट करने की परमिशन मिलने के बाद दो से तीन दिन में इस लैब में टेस्टिंग शुरू कर दी जाएगी। लैब में टेस्ट करवाने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग ने पंचकूला मुख्यालय से 10 हजार किट उपलब्ध करवाने की डिमांड की है। किट बुधवार देर शाम तक आने की संभावना है।

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् के अंतर्गत आने वाली इस लैब के साथ कोरोना जांच के लिए कर्नाटक के बैंगलोर स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वेटरनरी एपिडीमीओलजी एंड डिजिज इनफोर्मेटिक्स लैब और उतर प्रदेश के बरेली स्थित इंडियन वेटरनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट (आईवीआरआई) की लैब को टेस्ट की अनुमति मिली है। इस लैब से हिसार समेत फतेहाबाद, भिवानी, सिरसा के मरीजों के भी टेस्ट किए जा सकेंगे।

माइक्रोबायोलॉजिस्ट भी उपलब्ध करवाएगा स्वास्थ्य विभाग

राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान की माइक्रबोयालॉजी लैब में स्वास्थ्य विभाग की अेार से लैब में टेस्ट के लिए माइक्रोबॉयोलॉजिस्ट भी उपलब्ध करवाएंगे। अग्रोहा मेडिकल से इस बारे में विचार-विमर्श किया जा रहा है। माइक्रोबायोलॉजिस्ट कोरोना सैंपल की जांच करेंगे। लैब में रोहतक मेडिकल की माइक्रोबायोलॉजी लैब की तरह ही रियल टाइम पीसीआर मशीन उपलब्ध है। इस मशीन के जरिये कोरोना यानि कोविड-19 के टेस्ट किए जा सकते है। किट के जरिये रियल टाइम पीसीआर मशीन से मरीज के नाजल स्वाब और थ्रोट स्वाब के सैंपल की जा सकेगी। किट के जरिये मरीज के सैंपल में कोरोना वायरस को डिटेक्ट किया जा सकता है। इस मशीन के जरिये 4 से 6 घंटे में रिपोर्ट आ सकती है। 

इंफेक्शन कंट्रोल के लिए दी ट्रेनिंग

सिविल अस्पताल में बुधवार को भी स्टाफ को इंफेक्शन कंट्रोल करने बारे ट्रेङ्क्षनग दी गई। इस दौरान स्टाफ को बताया गया कि अस्पताल में कैसे इंफेक्शन कंट्रोल कर सकते है और कैसे किसी मरीज के आने पर वहां सफाई करनी है ताकि संक्रमण ना फैले, आइसोलेशन में मरीज के दाखिल होने पर वहां कैसे सैनिटाइज करके इंफेक्शन कंट्रोल किया जा सकता है आदि बातों के बारे में जानकारी दी गई।

----राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान की लैब में टेस्ट की सुविधा अगले दो से तीन दिन में शुरु कर दी जाएगी। लैब में टेस्ट के लिए 10 हजार किट की डिमांड भेजी गई है। साथ ही माइक्रायोलॉजिस्ट सेवाएं भी लैब में स्वास्थ्य विभाग उपलब्ध करवाएगा।

-डा. योगेश शर्मा, सीएमओ, हिसार।

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