अग्रोहा में सीएम मनोहर लाल बोले- मरीज को डा. में भगवान दिखता है, डाक्टर भी उनका ख्याल रखें
अग्रोहा के कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने 2003 से लेकर 2015 तक एमबीबीएस कर चुके मेडिकल स्टूडेंट्स को करेंगे डिग्री वितरित की इसके साथ 20 मेडिकल स्टूडेंट जो अपने बैच में गोल्ड मेडलिस्ट रहे उनको भी मुख्यमंत्री द्वारा प्रशस्ति पत्र व मेडल देकर सम्मानित किया।
संवाद सहयोगी,अग्रोहा : प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर आज अग्रोहा मेडिकल कालेज में एक कार्यक्रम में पहुंचे। प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री सुबह 11 बजे अग्रोहा मेडिकल कालेज परिसर में हेलीकॉप्टर से पहुंचें। सीएम मनोहर लाल ने कहा कि दीक्षांत समारोह हर वर्ष करें, इसमें लंबा गैप न दें। रक्षामंत्री राजनाथ पंचकूला आ रहे हैं इसलिए मैं समय कम दूंगा।
प्रबंधक समिति द्वारा गोल्ड मेडल वालों को 1 लाख रुपये, सिल्वर मेडल वालों को 50 हजार रुपये और कांस्य पदक वालों को 25 हजार रुपये दिए गए। सीएम ने कहा सभी डाक्टर डिग्री लेकर जाते समय शिक्षार्थ आईये, सेवार्थ जाइये का संकल्प लेकर जाएं। शिक्षा के बाद सेवा का भाव रखें। काम करने की पद्धति समाज के हित में रखें।
डॉक्टर के पास मजबूर लोग ही जाते हैं, मरीज को डॉक्टर में भगवान नज़र आता है तो डाक्टर का भी फर्ज बनता है कि वो उनका ख्याल रखें। कोविड के समय में मेडिकल कालेज ने अच्छा काम किया। न्यूरो में अच्छा काम कर रहे हैं। EVM बीमारी का इलाज मेडिकल कॉलेज के डॉ कर रहे हैं। सभी बधाई के पात्र हैं।
सीएम मनोहर लाल ने कहा अंधरे को कोसने के बजाए दीप जलाएं। आयुर्वेद पद्दति के तहत वेलनेस सेंटर खोले जा रहे हैं। आयुर्वेद और एलोपैथी में समन्वय बनाएं, पुराने समय मे दादी नानी बता देती थी क्या खाएं जिससे स्वस्थ रहें। डाक्टरी पेशा को व्यवसाय ना बनाएं।
बहुत बड़ा वर्ग सही स्वाथ्य उपचार नहीं ले सकता इसलिए आयुष्मान योजना लागू की जिसमे 5 लाख बजट तक इलाज हो सके। आम आय 1 लाख 20 हजार से बढाकर 1 लाख 80 हजार रुपये कर रहे हैं। अग्रोहा मेडिकल कालेज सेठों का है ये तो देश चला देते हैं।
सरकार द्वारा हर जिले में मेडिकल बनाए जा रहे हैं। प्रदेश में 13 मेडिकल कॉलेज हैं वहीं 8 पाइपलाइन में है। 1000 आबादी पर एक डॉक्टर चाहिए। आज मांग 28 हज़ार डॉक्टर की है लेकिन करीब 12 हज़ार डॉक्टर हैं। प्रदेश में प्रबंधक समिति सरकार के सहयोग से मेडिकल कॉलेज को आगे बढ़ाया जाएगा। 81.5 करोड़ बजट मेडिकल कॉलेज के लिए स्वीकार किया है। समाज के लिए सरकार दूर नहीं है।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने 2003 से लेकर 2015 तक एमबीबीएस कर चुके मेडिकल स्टूडेंट्स को डिग्री प्रदान की। इसके साथ 20 मेडिकल स्टूडेंट जो अपने बैच में गोल्ड मेडलिस्ट रहे उनको भी मुख्यमंत्री द्वारा प्रशस्ति पत्र व मेडल देकर सम्मानित किया गया।
पूरा कार्यक्रम मेडिकल कालेज चेयरपर्सन सावित्री जिंदल की अध्यक्षता में किया गया। वहीं कार्यक्रम में निकाय मंत्री कमल गुप्ता,हिसार लोकसभा सांसद बृजेंद्र सिंह, जिला सिरसा सांसद सुनीता दुग्गल राज्यसभा सदस्य जनरल डीपी वत्स,उकलाना विधायक एवं श्रम एवं रोजगार मंत्री अनूप धानक सहित मेडिकल के अधिकारी व कर्मचारी सहित मेडिकल स्टूडेंट्स मौजूद रहे। वहीं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज नहीं पहुंचे।
पलक पावड़े से स्वागत
मेडिकल डायरेक्टर अलका छाबड़ा व निदेशक डा. आशुतोष शर्मा ने बताया कि पूरे कार्यक्रम को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थी। मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के आगमन पर पूरे मेडिकल कालेज में उत्साह का माहौल है। पूरा मेडिकल कालेज परिवार मुख्यमंत्री मनोहर लाल सहित अन्य अतिथियों के स्वागत के लिए पलक पावड़े बिछाकर तैयार रहे। मेडिकल डायरेक्टर डा. अलका छाबड़ा ने बताया कि मेडिकल कालेज की स्थापना के बाद ये दूसरा अवसर है जब एमबीबीएस स्टूडेंट को ड्रिगी वितरण समारोह का आयोजन किया जा रहा है। जिसको लेकर मेडिकल कालेज के सभी पास आउट व मौजूदा मेडिकल कालेज के सभी स्टूडेंट्स में कार्यक्रम को लेकर उत्साह बना हुआ है।
डिग्री वितरण के बाद स्टूडेंट्स के साथ बिना भोजन किए रवाना हुए मुख्यमंत्री
कार्यक्रम के अनुसार स्टूडेंट को ड्रिगी वितरण कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री, सहित अन्य अतिथिगण मेडिकल स्टूडेंट के साथ भोजन करेंगें, ऐसा तय हुआ था। डा. अलका छाबड़ा ने बताया कि हरियाणवी,राजस्थानी सहित गुजराती व्यंजनों का प्रबंध अतिथियों के लिए किया गया था। मगर सीएम बिना भोजन किए हुए ही रवाना हो गए।