पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के यहां शोक जताने पहुंचे सीएम मनोहर लाल

पूर्व सीएम हुड्डा के छोटे भाई का बृहस्पतिवार देर रात हुआ था निधन। हरियाणा के कांग्रेस प्रभारी गुलाम नबी आजाद वरिष्ठ नेता जनार्दन द्विवेदी भी अंतिम संस्‍कार पर पहुंचे थे।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Sun, 10 Nov 2019 04:15 PM (IST) Updated:Sun, 10 Nov 2019 04:15 PM (IST)
पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के यहां शोक जताने पहुंचे सीएम मनोहर लाल
पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के यहां शोक जताने पहुंचे सीएम मनोहर लाल

रोहतक, जेएनएन। पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा के घर सीएम मनोहर लाल रविवार को उनके  छोटे भाई धर्मेंद्र सिंह हुड्डा(69) का निधन होने पर शोक जताने पहुंचे। उन्‍होंने काफी देर तक भूपेंद्र हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा से बातचीत की। बता दें कि हुड्डा के छोटे भाई का बृहस्पतिवार देर रात निधन हो गया था। करीब डेढ़ माह से धर्मेंद्र ङ्क्षसह का पीजीआइ में उपचार चल रहा था।

शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे डी-पार्क स्थित आवास से शीलाबाई चौक स्थित रामबाग श्मशान घाट तक अंतिम यात्रा निकाली गई। अंतिम संस्कार के दौरान हरियाणा कांग्रेस प्रभारी गुलाम नबी आजाद, वरिष्ठ कांग्रेस नेता जनार्दन द्विवेदी, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा, पूर्व केंद्रीय मंत्री व भाजपा नेता चौधरी बीरेंद्र ङ्क्षसह के अलावा कांग्रेस के विधायक, पूर्व मंत्री, पूर्व विधायकों के अलावा तमाम राजनीतिक दलों के नेता भी मौजूद रहे।

दोपहर करीब डेढ़ बजे रामबाग स्थित श्मशान घाट में धर्मेंद्र हुड्डा का अंतिम संस्कार किया गया। बेटे रङ्क्षवद्र उर्फ बिट्टू ने मुखाग्नि दी। इससे पहले रोहतक के अलावा हरियाणा और दूसरे राज्यों से पहुंचे कांग्रेसी नेताओं व दूसरे राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों ने शोकाकुल परिवार को सांत्वना दी। इस दौरान विधायक डा. रघुबीर कादियान, विधायक गीता भुक्कल, रोहतक विधायक बीबी बतरा, पूर्व राज्यसभा सदस्य शादीलाल बतरा, संदीप खरकिया के अलावा कांग्रेस के विधायकों के अलावा व्यापारी एसोसिएशन, बार एसोसिएशन, खेल जगत आदि क्षेत्रों के अलावा गणमान्य लोग भी मौजूद रहे।

चार-पांच साल पहले हुआ था निमोनिया, फिर तबियत होती रही खराब

पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा के परिवार के सदस्य कुलदीप ङ्क्षसह नंबरदार ने बताया है कि धर्मेंद्र हुड्डा को करीब चार-पांच साल पहले निमोनिया हुआ था। तभी से बार-बार तबियत खराब होती रही। करीब डेढ़ माह पहले तबियत ज्यादा खराब हुई तो पीजीआइ में भर्ती कराया। तभी से पीजीआइ में उपचार चल रहा था। अब 10 नवंबर को फूल चुगने की रस्म होगी, जबकि 15 नवंबर को नांदल भवन में तेरहवीं होगी।

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