सांपला में छोटूराम जयंती समारोह में राकेश टिकैत बोले- देश में इंसान ही नहीं, जानवर भी भूखे मरेंगे

सांपला में बसंत पंचती के दिन किसान मसीहा सर चौधरी छोटूराम के जयंती समारोह में राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम आयोजित किया गया है। कार्यक्रम में किसान नेता राकेश टिकैत सरदार गुरनाम सिंह चढ़ूनी भी पहुंचे हैं। इन सभी किसान नेताओं को कार्यक्रम में पहुंचने के लिए निमंत्रण भेजा गया था।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Tue, 16 Feb 2021 01:52 PM (IST) Updated:Tue, 16 Feb 2021 01:52 PM (IST)
सांपला में छोटूराम जयंती समारोह में राकेश टिकैत बोले- देश में इंसान ही नहीं, जानवर भी भूखे मरेंगे
किसानों के मसीहा छोटूराम की जंयती मनाने के दौरान राकेश टिकैत व गुरनाम चढूनी

रोहतक, जेएनएन। रोहतक के गढ़ी सांपला में दीनबंधु सर चौधरी छोटूराम के स्मारक स्थल पर मंगलवार को सर्व खाप पंचायत की ओर से छोटूराम जयंती का आयोजन किया जा रहा है। बसंत पंचती के दिन किसान मसीहा सर चौधरी छोटूराम के जयंती समारोह में राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम आयोजित किया गया है। कार्यक्रम में किसान नेता राकेश टिकैत, सरदार गुरनाम सिंह चढ़ूनी भी पहुंचे हैं। इन सभी किसान नेताओं को कार्यक्रम में पहुंचने के लिए निमंत्रण भेजा गया था। समारोह में महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू और चरखी दादरी से निर्दलीय विधायक एवं सांगवान खाप के प्रधान सोमवीर सांगवान भी पहुंचे। सर्वखाप संयोजक महेंद्र सिंह नांदल ने बताया सुबह 10 बजे हवन-यज्ञ किया गया । इसके बाद सुबह 10.30 बजे से सभा का आयोजन किया गया। इसमें किसानों की भलाई के लिए चौधरी छोटू राम की तरफ से किए गए कार्यों पर प्रकाश डाला जा रहा है।

समारोह में राकेश टिकैत व गुरनाम चढूनी को हल भी भेंट किया गया। वहीं किसानों को फ्री में किन्‍नू भी बांटे गए। इसके अलावा यहां पर अलग-अलग तरह की झांकियां देखने को मिली। समारोह में छोटूराम के त्‍याग व बलिदान को लेकर भी बताया गया।

राकेश टिकैत ने कहा कि चौधरी छोटूराम ने 1939 में किसानों के हक का मुद्दा उठाया था, आज भी यही मुद्दा है। उन्होंने 9 एक्ट बनवाए थे। पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरणसिंह ने भी किसानों के हक में निर्णय लिए। पहले यूपी मांग करता था हरियाणा के बराबर एमएसपी कर दो। लेकिन जो 3 कृषि कानून आये हैं, उससे न तो हरियाणा न पंजाब और न अन्य राज्य के किसान बचेगा।

देश मे कोई कृषि मंत्रालय नहीं है। जो किसानों से वार्ता करते हैं, उनके पास कृषि के 18 फीसदी अधिकार है। अन्य मंत्रालय के पास कृषि के अधिकार हैं। किसान को बर्बाद करने की साजिश हो रही है। देश मे आदमी ही नहीं कुत्ते भी भूख से मरेंगे। किसान का भविष्य अंधकारमय होने जा रहा है। पंजाब का साथ आंदोलन में साथ आया है, इसे छोड़ मत देना। अब आंदोलन सफल हो रहा है। पंजाब, हरियाणा, यूपी और राजस्थान का गठबंधन देश में नई क्रांति लेकर आएगा। महाराष्ट्र, बंगाल सहित अन्य राज्यों में भी जाएंगे। हरियाणा के लोग क्रांतिकारी हैं। आपस मे भी इसी मजबूती के साथ लड़ते हैं। आपस में नहीं लड़ने का आह्वान किया।

राकेश टिकैत ने कहा कि सिंघु बॉर्डर से ही आंदोलन का संचालन होगा। 40 लोगों की कमेटी ही इसका संचालन होगा। डीजल के दाम बढ़ रहे हैं। ट्रेनों को बेचने का प्लान है। महंगाई ज्‍यादा है यह कम हो।

जोगेंद्र सिंह उग्राह ने कहा कि छोटूराम की औलाद नहीं थी, वो पेशावर से पलवल तक के लोगों को अपना पुत्र मानते थे। उन्होंने किसानों के लिए संघर्ष किया। कानून बनवाये। काश्तकार को जमीनों का हक दिलाया। उन्होंने जमीनों को बचाने के लिए कानून बनवाये। प्रधानमंत्री जमीनों को बेचने का कानून बना रहे हैं। जमीन हाथ जोड़ने के नहीं बचती,  इसके लिए लड़ाई लड़नी पड़ती है।

गुरनाम चढूनी ने दीनबंधु छोटूराम अमर रहे के नारे से शुरू संबोधन शुरू किया। उन्‍होंने कहा कि जातियों व धर्मों में न बंटकर एकजुट होकर लड़ना होगा। देश जो आजाद हुआ था, वो आमजन के नहीं रहा। कारपोरेट के हाथों में गुलाम हो गया है। आखिरी सांस तक लड़ाई लड़कर लोगों को आजादी दिलानी होगी। भाजपा को वोट के लिए गांव में मत घुसने देना। भाजपा को वोट मत देना, चाहे काले चोर को दे देना। 

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