नेशनल हाइवे जाम करने मामले में किसानाें के खिलाफ मामले दर्ज, सिरसा में किसान संगठनों ने फूंके पुतले

लाठीचार्ज के विरोध में किसान संगठनों द्वारा शनिवार को भावदीन टोल प्लाजा व खुइया मलकाना टोल प्लाजा पर जाम लगाए जाने के मामले में पुलिस ने सदर डबवाली व डिंग थाना पुलिस में मामले दर्ज किए गए है। इस पर सिरसा में फिर विरोध किया गया है।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Sun, 29 Aug 2021 03:55 PM (IST) Updated:Sun, 29 Aug 2021 03:55 PM (IST)
नेशनल हाइवे जाम करने मामले में किसानाें के खिलाफ मामले दर्ज, सिरसा में किसान संगठनों ने फूंके पुतले
सिरसा में हाईवे जाम करने पर आंदोलनकारियों के खिलाफ मामले दर्ज करने पर विरोध जताते हुए

जागरण संवाददाता, सिरसा : करनाल में किसानों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में किसान संगठनों द्वारा शनिवार को भावदीन टोल प्लाजा व खुइया मलकाना टोल प्लाजा पर जाम लगाए जाने के मामले में पुलिस ने सदर डबवाली व डिंग थाना पुलिस में मामले दर्ज किए गए है। सदर डबवाली पुलिस ने पीएसआइ विकास की शिकायत पर मुखपाल, गुरप्रेम, मनप्रीत, हरचरण, गुरसेवक ने शनिवार शाम चार बजे टोल प्लाजा खुइयां मलकाना में एकत्रित होकर नेशनल हाइवे नंबर नौ जाम कर दिया। आरोपितों ने दोनों साइडें बंद करके आमजन को बाधा पहुंचाने का काम किया। उधर डिंग थाना पुलिस ने संदीप कुमार की शिकायत पर भूपेंद्र सिंह, रोशन लाल व अन्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोपितों के खिलाफ शिकायत है कि उन्हाेंने भावदीन टोल प्लाजा के पास नेशनल हाइवे नंबर नौ पर करीब तीन घंटे तक जाम लगाकर आम लोगों के आवागमन में बाधा पहुंचाई।

एसडीएम आयुश सिन्हा की बर्खास्तगी को लेकर राज्यपाल के नाम डीसी को सौंपा ज्ञापन

करनाल में किसानों पर किए गए लाठीचार्ज को लेकर ड्यूटी मजिस्ट्रेट बनाए गए आुश सिन्हा की बर्खास्तगी को लेकर राज्यपाल के नाम जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपने पहुंचे हरियाणा किसान मंच के प्रदेशाध्यक्ष प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा ने बताया कि 28 अगस्त को बसताड़ा टोल प्लाजा पर पुलिस द्वारा किसानों पर बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज की मंच भत्र्सना करता है। उन्होंने बताया कि कि पिछले 9 महीनों से तीन कानूनों और न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी की मांगों को लेकर चल रहे आंदोलन के दौरान हरियाणा में भाजपा-जजपा सत्ताधारी गठबंधन के नेताओं के सामाजिक बहिष्कार का आह्वान किया हुआ है। इसके तहत शांतिपूर्ण तरीके से काले झंडे दिखाने के कार्यक्रम होते रहे हैं। इस मौके पर सतपाल सिंह सिरसा, गोरा ढाणी कान्ह सिंह, जिंदा नानूआना, दलजीत दयोल, प्रिंस रानियां, परमिंद्र जीवन नगर, बिकर सिंह, मलकीत भुल्लर, राजा भंगू सहित अन्य उपस्थित थे।

किसानों ने पुतले फूंक कर जताया रोष

उधर भारतीय किसान एकता के बैनर तले किसान बाल भवन के पास इकट्ठे हुए बाद में सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए भूमणशाह चौक पर पहुंचे, जहां उन्होंने सरकार का पुतला फूंक कर रोष जताया। किसान नेता लखविंद्र सिंह लक्खा की अगुवाई में किसानों ने रोष जताया। किसानों ने कहा कि सरकार निहत्थे किसानों पर जुल्म कर रही है। किसान शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन सरकार के इशारे पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। सरकार प्रदेश के माहौल को बिगाड़ना चाहती है।

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