बढ़ाई जाएगी बालसमंद ब्रांच की क्षमता, 200 करोड़ रुपये होंगे खर्च

जागरण संवाददाता, हिसार : हिसार और भिवानी जिले के 196 गांवों में नहरी पानी की समस्या के

By JagranEdited By: Publish:Thu, 14 Feb 2019 08:51 AM (IST) Updated:Thu, 14 Feb 2019 08:51 AM (IST)
बढ़ाई जाएगी बालसमंद ब्रांच की क्षमता, 200 करोड़ रुपये होंगे खर्च
बढ़ाई जाएगी बालसमंद ब्रांच की क्षमता, 200 करोड़ रुपये होंगे खर्च

जागरण संवाददाता, हिसार : हिसार और भिवानी जिले के 196 गांवों में नहरी पानी की समस्या के समाधान को लेकर संयुक्त जल संघर्ष समिति के पदाधिकारियों की बैठक नहरी विभाग के आला अधिकारियों के साथ ज्वाइंट एक्शन कमेटी के चंडीगढ़ कार्यालय में हुई। बैठक में सरकार की तरफ से कान्फेड चेयरमैन कैप्टन भूपेंद्र ¨सह, जल संघर्ष कमेटी के प्रधान कुरड़ाराम नंबरदार व विभाग की तरफ से चीफ इंजीनयर वीरेंद्र ¨सह द्वारा नहरी पानी की समस्या के समाधान को लेकर चल रहे कार्य की समीक्षा की। कुरड़ाराम नंबरदार ने बताया कि इलाके की मुख्य नहरी पानी की समस्या के समाधान के लिए मुख्य तीन मांगों की समीक्षा की गई। इन मांगों में बालसमंद ब्रांच की कैपिसिटी बढ़ाते हुए रिमॉड¨लग करना, पेटवाड़ ब्रांच से पाइप लाइन के जरिये सिवानी फीडर में पानी डालने और सिरसा ब्रांच के बेड लेवल को कम करने पर चर्चा हुई। बैठक में नहरी विभाग के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र ¨सह ने बताया कि बालसमंद ब्रांच की कैपिसिटी बढ़ाते हुए रिमॉड¨लग करवाने का लागत एस्टीमेंट तैयार करवाकर 20 फरवरी तक मुख्यमंत्री को भेज दिया जाएगा। इस काम पर करीबन 200 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके अलावा सिवानी फीडर को पेटवाड़ से जोड़ने पर 125 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। सिरसा ब्रांच के बेड लेवल को कम करने में नरवाना के पास रेलवे का पुल बाधा बना हुआ है जिसके लिए रेलवे विभाग से पत्राचार किया जा रहा है।

सरकार ने 18 में से 15 मांगें मानी

कमेटी के प्रधान कुरड़ाराम नंबरदार ने रबी सीजन में किसानों को दो सप्ताह पानी देने व अन्य मांगों को पूरा करने के लिए सरकार व अधिकारियों का धन्यवाद किया। सरकार की तरफ से 18 मांगों में से 15 को पूरा किया जा चुका है। इसमें तीन नहरों का पुनर्निर्माण और आठ गांवों को बंद पाइप लाइन से पीने का पानी उपलब्ध करवाना है। इसके इलावा पानी के बहाव में बाधा पैदा कर रहे नौ पुलों को तोड़कर नया बनवाया गया है। किसानों को फसल पकने में दिक्कत पैदा ना हो उसके लिए विभाग नहर की सफाई 1 अप्रैल से 20 अप्रैल के बीच मे करवाएगा।

किसानों ने 45 दिन तक दिया था धरना

नहरी पानी के लिए 20 वर्षो से संघर्ष कर रहे 196 गांवों के किसानों ने जनवरी 2018 में 45 दिन तक हिसार में धरना प्रदर्शन किया था जिसके बाद मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने इनकी मांगों को मानते हुए जल्द नहरों का काम पूरा करके 2 सप्ताह पानी देने की बात करके धरना समाप्त करवाया था।

बैठक में सरकार की तरफ से कान्फेड के चयरमैन कैप्टन भूपेंद्र ¨सह, नहरी विभाग की तरफ से इंजीनिय¨रग चीफ वीरेंद्र ¨सह, र¨नग चीफ फूल ¨सह,चीफ इंजीनियर आत्मा राम भाम्भू, एक्सईएन रमेश कुमार व कमेटी के मेंबर राम भीर न्योली, कपूर ¨सह बैनीवाल पनिहार, विजेंदर बैनीवाल पनिहार, रण¨सह कस्वां सरसाना, हवा ¨सह झाझडिया ¨हदवान, बलवंत नंबरदार व सतबीर गढ़वाल मौजूद थे।

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