आर्य समाज ने देश में पाखंड, कुरीतियों को दूर कर समाज की सेवा की

आर्य समाज नागोरी गेट के तीन दिवसीय 135वें वार्षिकोत्सव का समापन

By JagranEdited By: Publish:Sun, 21 Nov 2021 07:18 PM (IST) Updated:Sun, 21 Nov 2021 07:18 PM (IST)
आर्य समाज ने देश में पाखंड, कुरीतियों को दूर कर समाज की सेवा की
आर्य समाज ने देश में पाखंड, कुरीतियों को दूर कर समाज की सेवा की

-आर्य समाज नागोरी गेट के तीन दिवसीय 135वें वार्षिकोत्सव का समापन

फोटो- 17 व 18

जागरण संवाददाता, हिसार : आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद ने समाज में फैले हुए पाखंड कुरीतियों को दूर किया और आज के आधुनिक भारत का निर्माण किया। उन्होंने

अमर ग्रंथ सत्यार्थ प्रकाश की रचना की और वेदों का शुद्ध भाष्य जन-जन तक पहुंचाया। आर्य समाज लाला लाजपत राय चौक नागोरी गेट हिसार के 135 वें वार्षिक उत्सव के अंतिम सत्र का आरंभ यज्ञो वै श्रेष्ठतम कर्म यज्ञ श्रेष्ठतम कर्म है, से किया गया। यज्ञ में ईश्वर आर्य, विजयपाल व रामनिवास ने भाग लिया। यज्ञ संपादन कर्मवीर शास्त्री ने किया तथा मंच का संचालन स्वामी ब्रह्मानंद ने किया। वैदिक धर्म प्रचारिणी सभा के प्रवक्ता स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती ने कहा कि सौ काम छोड़कर शरीर की शुद्धि हेतु स्नान करना चाहिए। हजार काम छोड़कर भोजन करना चाहिए। लाख काम छोड़कर दान करना चाहिए और करोड़ काम छोड़कर ईश्वर की भक्ति करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि राग से वासना, वैराग्य से त्याग और अनुराग से उपासना उत्पन्न होती है। जो ईश्वर की भक्ति करता है उस पर ईश्वर कृपा करते हैं। वह निराकार, सर्वव्यापक, सर्वज्ञ, न्यायकारी और सर्वशक्तिमान है। वेद दुनिया की सबसे प्राचीन पुस्तक

वेद दुनिया की सबसे प्राचीन पुस्तक है और वैदिक धर्म सबसे प्राचीन धर्म है। धर्म को धारण करने वालों को धर्मात्मा कहा जाता है। धर्म में चिह्न नहीं होते लक्षण होते हैं। सत्य, न्याय, करुणा और प्रेम ही धर्म है। स्वामी श्रद्धानंद ने कहा कि हम आर्य समाज की विचारधारा अपनाएं अन्यथा कुछ हाथ नहीं लगेगा। संस्कृति बचाने के लिए करें संघर्ष

पानीपत से आर्याव्रत भजनोपदेशक परिषद के महामंत्री रामनिवास आर्य भजन उपदेशक ने अपने भजनों के माध्यम से अंधविश्वास और पाखंड के ऊपर प्रहार करते हुए हिदुओं को सावधान करते हुए कहा कि आपके पास केवल 20-25 वर्ष हैं यदि नहीं जागे तो आपको और आपकी संस्कृति को कोई नहीं बचा पाएगा। यदि अविद्या, अंधविश्वास छोड़कर वेदों के पवित्र मार्ग पर नहीं आए तो फिर कहीं और ही जाना पड़ेगा। आज आपको अपने भी मिटाने में लगे हुए हैं।उत्सव में चौधरी हरी सिंह सैनी प्रधान, नरेंद्र पाल मिगलानी मंत्री, राधेश्याम आर्य प्रचार मंत्री, बलराज मलिक प्रेस प्रवक्ता, डा. मिश्रीलाल उप प्रधान, रमेश लिखा उप प्रधान, महावीर खेड़ा उप प्रधान, धर्मवीर गोयत, मुकेश सैनी एडवोकेट, देवेंद्र सैनी आदि उपस्थित रहे।

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