Amrit Sarovar Yojana: हरियाणा के भिवानी जिले के तोशाम गांव में दो सौ साल पुराने सरोवर में लौटी 'अमृत की धारा'

Amrit Sarovar Yojana News हरियाणा के भिवानी जिला पंचायती राज के एक्सईएन सुदेश कुमार ने बताया कि दो सौ साल पुराने तालाब का काम लगभग पूरा हो गया हैं। इस तालाब से किसानों के साथ-साथ पशुओं को बहुत लाभ मिलेगा।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Publish:Wed, 17 Aug 2022 04:49 PM (IST) Updated:Wed, 17 Aug 2022 04:49 PM (IST)
Amrit Sarovar Yojana: हरियाणा के भिवानी जिले के तोशाम गांव में दो सौ साल पुराने सरोवर में लौटी 'अमृत की धारा'
Amrit Sarovar Yojana News: अन्नेवाला तालाब में पशुओं के पानी पीने के लिए रैंप बनाया गया है।

अमित धवन, भिवानी : केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी अमृत सरोवर योजना से हरियाणा के भिवानी जिले के तोशाम गांव में स्थित दो सौ साल पुराने अन्नेवाला तालाब को नया जीवन मिला है। देश की आजादी से पहले लोग इसी तालाब के पानी का पीने के लिए उपयोग करते थे, लेकिन धीरे-धीरे तालाब सिकुड़ता गया और पानी भी सूख गया। इंसान तो दूर यह तालाब पशुओं की प्यास बुझाने लायक भी नहीं बचा था। अब अमृत सरोवर योजना के तहत जिला प्रशासन ने पौने आठ एकड़ में इस तालाब का पुनर्निर्माण कराया है।

भिवानी जिले के तोशाम में अन्नेवाला तालाब के पास मौजूद इस पुराने पीपल के पेड़ की लोग करते हैं पूजा। जागरण

यह तालाब पुरानी धरोहरों में से एक

तोशाम के प्रधान चंद्र पंघाल ने बताया कि कभी यह तालाब किसानों और पशुओं के लिए पानी उपलब्ध कराने का सबसे बड़ा जरिया था, लेकिन धीरे-धीरे इसने अपना अस्तित्व खो दिया था। अब जाकर इसकी पुरानी रंगत लौटी है। तालाब के पास बहुत पुराना पीपल का पेड़ है। आसपास के किसान अपनी फसल बेचने से पहले उसका कुछ हिस्सा इस पेड़ पर चढ़ाते हैं और पूजा करते हैं। तोशाम के पूर्व सरपंच नानक चंद ने बताया कि यह तालाब पुरानी धरोहरों में से एक है। अमृत सरोवर योजना से इसे नया जीवन मिला है। यहां प्रतिदिन 500 से ज्यादा पशु विचरते हैं। तालाब का पुनर्निर्माण होने से अब इन्हें भी पानी की समस्या नहीं होगी।

ड्रोन कैमरे से लिया गया अन्नेवाला तालाब का दृश्य। जागरण

आठ फीट गहरे तालाब में सांगवान नहर से आएगा पानी

तालाब को आठ फीट गहरा बनाया गया है। इस पर दो फीट ऊंचा बांध बनाया गया है, ताकि वर्षा का जल अधिक मात्रा में एकत्र किया जा सके। इसके अलावा तालाब में हमेशा पानी भरा रहे इसके लिए सांगवान नहर से यहां तक पाइपलाइन बिछाई गई है। तालाब के चारों तरफ पगडंडी बनाने के साथ ही पेड़-पौधे लगाए गए हैं।

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