परम विशिष्ट सेवा मेडल से नवाजे गए सिरसा निवासी एयर मार्शल सुरेंद्र घोटिया, राष्‍ट्रपति ने किया सम्‍मानित

सुरेंद्र कुमार घोटिया को भारतीय वायु सेना में उनकी असाधारण व विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा परम विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया गया। भारतीय सेना में यह विशिष्ट सेवा के लिए सर्वोच्च पुरस्कार है। एयर मार्शल घोटिया किसी परिचय के मोहताज नहीं है।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Thu, 25 Nov 2021 11:13 AM (IST) Updated:Thu, 25 Nov 2021 11:13 AM (IST)
परम विशिष्ट सेवा मेडल से नवाजे गए सिरसा निवासी एयर मार्शल सुरेंद्र घोटिया, राष्‍ट्रपति ने किया सम्‍मानित
एयर मार्शल घोटिया पीवीएसएम, वीएसएम को राष्ट्रपति ने किया सम्मानित

जागरण संवाददाता, सिरसा। एयर मार्शल सुरेंद्र कुमार घोटिया को भारतीय वायु सेना में उनकी असाधारण व विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा परम विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया गया। भारतीय सेना में यह विशिष्ट सेवा के लिए सर्वोच्च पुरस्कार है। एयर मार्शल घोटिया भारतीय वायु सेना में किसी परिचय के मोहताज नहीं है। उन्होंने वायु सेना में विभिन्न पदों पर रहते हुए 40 से अधिक वर्षों तक देश की सेवा की है। एयर मार्शल घोटिया भारतीय वायु सेना में एक शानदार फाइटर पायलट रहे हैं, जिन्होंने भारत के विभिन्न हिस्सों से दस हजार से अधिक उड़ान भरी हैं।

अपने शानदार करियर के दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण नियुक्तियां की हैं, जिनमें योग्य फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर, फाइटर स्क्वाड्रन के कमांडिंग आफिसर, वायुसेना स्टेशन भुज के बेस कमांडर, वायु मुख्यालय में निदेशक खुफिया विभाग, डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन में प्रशिक्षक, वायु सेना मुख्यालय में बतौर प्रधान निदेशक उड़ान प्रशिक्षण, भारत के दूतावास, पेरिस, फ्रांस में एयर अटैच , कमांडर कोबरा ग्रुप, वायु सेना मुख्यालय में वायु सेना के खुफिया प्रमुख, एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, ट्रेनिंग कमांड, बैंगलोर तथा एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, दक्षिण पश्चिमी वायु कमान, गांधीनगर में अपनी सेवायें प्रदान की है। एयर मार्शल घोटिया की अंतिम पोस्टिंग के रूप में अप्रैल 2021 में एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, दक्षिण पश्चिमी वायु कमान गांधीनगर के रूप में सेवानिवृत्त हुए।

उल्लेखनीय है कि घोटिया हिसार जिला के घुड़साल गांव के रहने वाले हैं। वह 1978 में राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में शामिल हुए और 1981 में भारतीय वायु सेना में फाइटर पायलट के रूप में नियुक्त हुए। वह भारतीय वायु सेना में एयर आफिसर कमांडिंग इन चीफ की नियुक्ति करने वाले हरियाणा और राजस्थान के कृषक समाज के पहले अधिकारी हैं। उनका विवाह निर्मला घोटिया से हुआ है जो सिरसा के डिंग के पचार परिवार से संबधित हैं। उनकी दो बेटियां हैं जो पेशेवर रूप से अच्छी तरह से स्थापित हैं। घोटिया को विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित करने पर न केवल सिरसा जिला में भी खुशी का माहौल है।

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