हिसार जिले में जन धन खातों ने खोले महि‍लाओं के तरक्‍की के द्वार, 5 लाख खुले बैंक खाते

विश्व बचत दिवस सरकार ने 2014 में जन धन बैंक खाते खोलने की योजना शुरू की थी। योजना के तहत हिसार जिले में करीब 4 लाख 95 हजार 969 बैंक खाते खोले जा चुके हैं। जिले की कुल आबादी के 30 फीसद लोगों ने खाते खुलवाएं हैं।

By Manoj KumarEdited By: Publish:Fri, 30 Oct 2020 11:18 AM (IST) Updated:Fri, 30 Oct 2020 11:18 AM (IST)
हिसार जिले में जन धन खातों ने खोले महि‍लाओं के तरक्‍की के द्वार, 5 लाख खुले बैंक खाते
प्रधानमंत्री जन धन खाते खुलने से महिलाओं को भी आर्थिक आजादी मिली है।

हांसी (हिसार) [मनप्रीत सिंह] बचत चाहे पैसे की हो या फिर संसाधनों की, जीवन के लिए अति महत्वपूर्ण होती है। कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन में लोगों को अहसास हुआ कि वित्तीय संकट से लडऩे में जमा पूंजी कितनी कारगर होती है। लॉकडाउन से बदले हालातों में लोगों ने बचत करने के अलग-अलग अपनाए। जीरो बैलेंस पर बैंकों द्वारा खोले गए प्रधानमंत्री जन धन खाते गरीब तबके के लिए राहत बने।

सरकार ने 2014 में जन धन बैंक खाते खोलने की योजना शुरू की थी। योजना के तहत हिसार जिले में करीब 4 लाख 95 हजार 969 बैंक खाते खोले जा चुके हैं। जिले की कुल आबादी के 30 फीसद लोगों ने खाते खुलवाएं हैं। करीब 17.5 लाख की आबादी वाले जिले में चार लाख लोगों द्वारा जनधन खाते खुलवाने के आंकड़े से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कितने लोगों के पास इससे पूर्व बैंक जमा खाता नहीं था।

प्रधानमंत्री जन धन खाते खुलने से महिलाओं को भी आर्थिक आजादी मिली है। ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं, जो गुल्लक में अपनी अपनी बचत जमा करती थी वो अब बैंक में जमा करने लगी हैं। इसके अलावा अनेक सरकारी योजनाओं का लाभ भी जन धन खाते से मिलने लगा।

हिसार में खुले जन धन खाते

- जनधन खाते - 4,95,969 लाख

- डेबिट कार्ड - 4,54,154 लाख

(स्त्रोत वित्त विभाग हरियाणा)

बचत खाते से हुए अनेक फायदे

सरकार की योजना के तहत मैंने अपना जन धन खाता खुलवाया था। बैंक द्वारा डेबिट कार्ड भी मिला था। अब मैं अपनी अलग से बचत करने लगी जो जरूरत के समय परिवार के काम आती है। कोरोना काल में भी मेरे जनधन खाते में जमा पूंजी परिवार के काम आई। इस खाते में ही सरकारी योजनाओं के लाभ की राशि आती है व गैस कनेक्शन की सब्सिडी भी इसी खाते में आती है। सच कहूं तो बैंक खाता खुलने से मुझे बहुत लाभ हुआ है।

- सुमन देवी, गांव ढाणा खुर्द

महिलाओं को मिली आर्थिक आजादी

जनधन खातों से महिलाओं को आर्थिक आजादी मिली हैं। इससे वो स्वयं की बचत करने के साथ ही कई लाभ भी ले सकती हैं। बैंङ्क्षकग सेक्टर में महिलाओं की भागीदारी भी जन धन खातों से बढ़ी है। समाज में महिलाओं की तरक्की में आर्थिक समृद्धि जरूरी है और जनधन योजना से महिला सशक्तीकरण में भी अहम भूमिका अदा की है।

- पूजा यादव, आंत्रप्रेन्योर, ढाणा खुर्द

chat bot
आपका साथी