मैनहोल में गिरने से चार वर्षीय मासूम की मौत

- नवदीप कॉलोनी में चल रहा था सीवर सफाई का काम - अपने नाना के घर आया हुआ था बच्चा फोटो नंबर : 226

By Edited By: Publish:Sat, 01 Nov 2014 01:01 AM (IST) Updated:Sat, 01 Nov 2014 01:01 AM (IST)
मैनहोल में गिरने से चार वर्षीय मासूम की मौत

- नवदीप कॉलोनी में चल रहा था सीवर सफाई का काम

- अपने नाना के घर आया हुआ था बच्चा

फोटो नंबर : 226 से 231

संवाद सहयोगी, हिसार:

जनस्वास्थ्य विभाग की कोताही ने एक और मासूम की जान ले ली। घटना आजाद नगर स्थित नवदीप कॉलोनी की है, जहां चार वर्षीय अंकुश की खुले मैनहोल में गिरने से मौत हो गई।

फाजिल्का में रहने वाला अंकुश भईया दूज पर अपने नाना के घर आया था। शुक्रवार सुबह मासूम घर से निकला था और उसका शव मैनहोल में मिला। अंकुश अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था।

विडंबना देखिए कि हादसे के बावजूद कोई भी विभागीय अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। बाद में परिजन अंकुश का शव बिना पोस्टमार्टम करवाए ही ले गए। शहर में यह पहली घटना नहीं है। चार माह पूर्व भी रायपुर रोड पर एक मासूम बच्ची खुले मैनहोल में गिरने के कारण जान गंवा चुकी है।

परिजनों को शक :- जब मैनहोल खुला छोड़कर चले गए थे कर्मचारी, उसी समय गिरा बच्चा

परिजनों ने बताया कि अंकुश अपनी मां के साथ भईया दूज पर हिसार अपने नाना गोपाल के घर पर आया था। शुक्रवार दोपहर करीब बारह बजे यह घर से निकला था। उसके बाद वह गायब हो गया। परिजनों ने अंकुश को गली में खेलते हुए नहीं पाया तो आस पड़ोस में उसके बारे में पूछा। लेकिन सभी उनके उसके बारे अनभिज्ञता जाहिर की। उसकी तलाश शुरू लेकिन तीन घंटे तक उसका कुछ पता नहीं चला।

जब अंकुश गायब हुआ उस दौरान जन स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी सीवरेज सफाई का काम कर रहे थे। वह मैनहोल खुला छोड़ कर आगे निकल गए। शायद इसी दौरान अंकुश उसमें गिरा। बाद में कर्मचारी मैनहोल के ढक्कन बंद करके चले गए थे।

अंकुश की तलाश के दौरान पड़ोसी रणदीप को मैनहोल खुला होने का पता होने के कारण उसमें बच्चे के गिरने का शक हुआ। परिजनों को कहा तो सभी ने लाठी से सीवरेज में जांच शुरू की। मैनहोल में लाठी मारने पर बच्चे का शव पानी में तैरने लगा। लोगों ने उसी समय बाहर निकाला और निजी अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

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पोस्टमार्टम के लिए किया मना

अंकुश के दादा ने मासूम का पोस्टमार्टम करवाने से मना कर दिया। उसके बाद अंकुश के शव को दादा के कहने पर परिजन फाजिल्का ले गए।

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मौत के बाद भी नहीं जागा प्रशासन

मासूम अंकुश की मौत के बाद भी प्रशासन की नींद नहीं खुली है। करीब तीन घंटे तक मासूम अंकुश सीवर में रहा और उसकी मौत हो गई, लेकिन इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अभी तक कोई प्रशासनिक अधिकारी वहां नहीं पहुंचा।

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मौत का जिम्मेदार प्रशासन : पार्षद

मासूम बच्चे की मौत पर पार्षद नरेन्द्र शर्मा ने कहा कि सीवरेज के मामले में लापरवाही बरती जा रही है। पहले भी कई छोटे बच्चे खुले सीवर होने पर अपनी जान गंवा चुके हैं। उन्होंने बताया कि यदि कोई भी सफाई कर्मचारी सीवरेज की सफाई करता है तो वह आस-पास न तो कोई बोर्ड लगाता है ओर न ही खुले सीवर होने का संकेत देता है।

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डीसी से मिले परिजन

मासूम बच्चे की मौत के बाद पार्षद नरेन्द्र शर्मा के साथ परिजन जिला उपायुक्त एमएल कौशिक के पास गए और मामले की जानकारी देते हुए आर्थिक मदद की गुहार लगाई। साथ ही लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की।

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